जशपुरनगर। सरगुजा रेंज आईजी श्री अजय यादव ने जशपुर प्रवास के दौरान पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि धर्म स्वतंत्र अधिनियम के अंतर्गत धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार की जो सीमा है उससे अधिक कोई बाहर निकलता है तो पुलिस के द्वारा निश्चित रूप से कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि मैं सभी लोगों से यह अपील करता हूं कि कानून व्यवस्था प्रभावित हो ऐसी स्थिति निर्मित ना होने दें अन्यथा आईपीसी के तहत भी कार्रवाई की जाएगी। साइबर क्राइम पर पूछे गए सवालों के जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि साइबर पुलिस को और अधिक एक्टिव होने की जरूरत है कार्यवाही के साथ जागरूकता के लिए पहल किया जाना अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सभी थानों में यह निर्देश दिए गए हैं की ऑनलाइन ठगी के मामले भले एक रुपए की क्यों ना हो f.i.r. जरूर दर्ज किया जाए।
गांजा तस्करों के विरूद्व जशपुर पुलिस द्वारा लगातार की जा रही कार्रवाई से दबाव में आए तस्कर अब दूसरा रास्ता तलाशने लगे हैं। लेकिन छत्तीसगढ़ पुलिस तस्करों का पीछा नहीं छोड़ेगी। गांजा तस्करी के इस रैकेट का संपूर्ण सफाया करने के लिए पुलिस प्रशासन दूसरे राज्यों के साथ भी सामंजस्य बना रही है। सरगुजा संभाग के पुलिस महानिरीक्षक अजय यादव ने कहा कि गांजा तस्करी के मामले में जसपुर पुलिस ने बेहतर काम किया है और बड़ी मात्रा में गांजा जप्त किया गया तथा आरोपियों के विरुद्ध कार्यवाही की गई।
आईजी एसपी कार्यालय के सभा कक्ष में आयोजित प्रेस कांफ्रेंश को संबोधित कर रहे थे। उन्होनें कहा कि जशपुर जिले में पुलिस बेहतर काम कर रही है। यहां पुलिस प्रशासन का लक्ष्य यातायात व्यवस्था को दुरूस्त करने के साथ ही सड़क दुर्घटानाओं पर नकेल कसना है। इसके लिए लोरो घाट सहित दुर्घटनाजन्य स्थलों का चिन्हाकंन किया गया है। जल्द ही जिला प्रशासन के साथ मिल कर,इनमें सुधार करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होनें जोर देकर कहा कि यातायात व्यवस्था और दुर्घटना रोकने के लिए सिर्फ यातायात पुलिस के साथ विभाग के बड़े अधिकारियों को सक्रिय भूमिका निभाने का निर्देश दिया गया है। गांजा तस्करी की समस्या पर चर्चा करते हुए आईजी ने कहा कि जिले में विशेष नाकाबंदी के बाद अंर्तराज्यीय तस्करों पर दबाव बढ़ा है। आने वाले समय में व्यवस्था को और चुस्त किया जाएगा। उन्होनें बताया कि तस्करी रोकने के लिए बेहतर काम करने वाले तुमला और तपकरा थाना प्रभारी को जल्द ही पुरस्कृत किया जाएगा। महिला अपराध पर चर्चा करते हुए उन्होनें कि इस तरह के अपराध को लेकर पुलिस प्रशासन बेहद संवेदनशील है। शिकायत मिलते ही तत्काल एफआईआर दर्ज करने साथ अपराधी को तत्काल गिरफ्तार करने का निर्देश पुलिस प्रशासन के सभी अधिकारियों को दिया गया है। पास्को एक्ट का मामला और भी संवेदनशील होता है। ऐसे मामलों में प्राथमिकी दर्ज करने के साथ अपराधी की गिरफ्तार को सर्वोच्च प्राथमिकता में रखा गया है। जशपुर पुलिस द्वारा चलाए जा रहे विश्वास अभियान की चर्चा करते हुए आईजी अजय यादव ने कहा कि यह जनता से पुलिस के जुड़ने का सीधा कार्यक्रम हैं। इस कार्यक्रम के माध्यम से सामाजिक समस्याओं के साथ अंध विश्वास दूर करने के लिए जागरूक किया जाता है। उन्होनें बताया कि इस कार्यक्रम में डीएसपी स्तर के अधिकारियों के साथ सभी थाना प्रभारियों को शामिल होने का निर्देश दिया गया है ताकि जनता से उनका सीधा संवाद हो सके। जिले में पुलिस बल की कमी के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होनें कहा कि शासन से सीएएफ की एक अतिरिक्त कंपनी की मांग की गई है। इससे यह समस्या काफी हद तक दूर की जा सकेगी। धर्मातंरण को लेकर जिले में लगातार हो रहे हंगामें पर पूछे गए सवाल पर आईजी ने बताया कि इस तरह का मामला सामने आने पर पुलिस,कानून के मुताबिक काम करती है। मानव तस्करी की समस्या पर आईजी ने कहा कि पंचायतों में उपलब्ध पलायन पंजि में दर्ज मोबाइल नंबर से हर तीन माह में संपर्क कर,इस समस्या को सुलझाने का प्रयास किया जाएगा।

