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*वीडियो:- रीना देवी हत्या कांड में पुलिस के खुलासे पर नन्ही बच्ची के साथ ग्रामीणों ने उठाये सवाल, कहा एक नहीं बल्कि कई लोग हत्या में थे शामिल, बच्ची ने कहा कि मैं खुद कुल्हाड़ी लेकर हत्यारों के पीछे भागी थी, महिलाएं भी हुईं लामबन्द कहा हमें न्याय चाहिये….ग्रामीणों ने बताई इस निर्मम हत्या कांड की कहानी और कहा यह है कारण, पढ़िये पूरी खबर…*

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ग्रामीणों ने महिला की हत्या के बाद पुलिस की कार्यवाही पर उठाए सवाल...कहा हमें न्याय चाहिये

जशपुरनगर। जिला मुख्यालय से लगे ग्राम गम्हरिया में महिला की हत्या कर कुंवा में फेंके जाने मामले में नया मोड़ आया है।
पुलिस अधीक्षक जशपुर को सैकड़ों महिलाएं ज्ञापन देने पहुंची और बताया कि श्रीमती रीनादेवी महतो पति – स्व . विष्णु प्रसाद उम्र लगभग 30 वर्ष , निवासी ग्राम गम्हरिया जशपुननगर की दिनांक 25.11.2021 को रात्री लगभग 8.00 बजे मारकर कुआ में फेक दिये जाने से हुई मृत्यु में सही जांच नहीं की गई है। जशपुर पुलिस के द्वारा लापरवाही पूर्वक विवेचना करते हुए मृतिका पर झूठे चारित्रीक आरोप लगाते हुए एक मात्र आरोपी को गिरफ्तार कर घटना के मूल विषय से विषयान्तर कर मूल आरोपियो को बचाने की नियत से की जा रही विवेचना से असन्तुष्ट होकर मामले की किसी बड़े अधिकारी से जांच कराकर वास्तविक आरोपियों के विरुद्ध कार्यवाही करने का आदेश दिये जाने की मांग ग्रामीणों ने की है।

ज्ञापन में आरोपियों ने कहा है कि दिनांक 25.11.2021 को रात्रि लगभग 8.00 बजे जब मृतिका रीना देवी अपने घर के किचन में खाना बना रही थी तथा दूसरे कमरे में उसकी दो नाबलिक बच्चियां क्रमशः श्रुति कुमारी , उम्र 08 वर्ष , एवं सुरभि कुमारी , उम्र -06 वर्ष , दादी रंन्थी बाई , के साथ बैठकर टीवी देख रहे थे । उसी समय कोई अज्ञात व्यक्ति घर के लाईट को बंद कर दिया और जिस कमरे में मृतिका की बेटीया और सास टीवी देख रही थी उस कमरे के दरवाजे को बंद कर दिया। तभी अचानक मृतिका की चिल्लाने की आवाज सुनाई दी दरवाजा बंद होने के कारण श्रुति कुमारी खिड़की से बाहर निकलते समय देखी की कुंआ के पास चार लोग उसकी मां को गला दबाकर मार रहे थे। तभी श्रुति कुमारी खिडकी से कुदकर घर के बाहर के दरवाजे को खोली और घर में रखी टांगी को लेकर उन चारो को मां मां कहते हुए दौडाई तभी श्रुति कुमारी को देखकर उक्त चारो लोग मृतिका को कुंआ में फेककर भाग गये । भागते हुए उन चारो लोगो को श्रुति कुमारी ने देखा उसमें से एक आरोपी जिसे पुलिस ने गिरफ्तार किया है वह था तथा बाकी तीन आरोपी भाग गये जिन्हे श्रुति कुमारी , सम्भवतः पहचान सकती है । महोदय उक्त घटना की लिखित रिपोर्ट दिनांक 26.11.2021 को मृतिका रीना देवी के पिता अवधेश महतो के द्वारा की गई है । जिसमें यह लिखा गया है कि मृतिका रीना देवी की हत्या उसके जेठ- महेश राम प्रजापति के द्वारा जमीन विवाद के कारण अपने साला लोगो को बुलाकर करवाया है जिसमें महेश राम प्रजापति एवं उसकी पत्नी कमला महतो भी संलिप्त है । किन्तु उक्त रिपोर्ट पर भी पुलिस के द्वारा कोई छानबिन नही की गई और एक मात्र आरोपी को गिरफ्तार कर प्रकरण की विवचेना बंद कर दी गई है । महोदय उक्त घटना की संदिग्धता इस बात से भी पता चलती है कि जिले में आये दिन छोटी छोटी घटनाओं के समाचार भी वेव पोटल एवं समाचार पत्रो में तुरंत आ जाता है किन्तु दिनांक 26.11.2021 को मृतिका की लाश कुंए में मिलने के बाद पत्रकार एवं पुलिस के उपस्थित होने के बाद भी तथा घटना की जानकारी पुरे जशपुर में होने के बाद भी उक्त दिनांक 05.12 . 2021 तक कोई समाचार किसी भी समाचार में पत्र में नही आया जिससे भी ग्राम वासियों कोयह संदेह है कि उक्त घटना कोई कारित करने के बाद आरोपी महेश राम के द्वारा पुलिस एवं मिडिया को मैनेज करने का कार्य किया गया था ।

दिनांक 05.12.2021 को भी जो समाचार प्रकाशित हुआ उसमें भी गलत ढंग से मृतिका पर झूठे चारित्रीक आरोप लगाये गये है और यह कहा गया कि मृतिका का आरोपी के साथ दो वर्ष से प्रेम संबंध था जबकि उक्त संबंध में कोई साक्ष्य पुलिस के पास नहीं है और न ही मृतिका की बेटियों ने और न ही ग्राम वासियो ने कभी भी उक्त आरोपी को मृतिका के घर अथवा गांव या उसके आस पास कभी देखा है जिससे ग्राम वासियों को यह संदेह है कि पुलिस के द्वारा घटना को झूठे चारित्रीक आरोप लगाकर मूल अपराधियों को बचाने के उद्देश्य से विवेचना की जा रही है जो बिलकुल गलत है ।

ग्रामीणों ने कहा कि मृतिका रीना देवी के पति विष्णु प्रसाद की मृत्यु दो वर्ष पूर्व हो चुकी है इसी बीच मृतिका के पैतृक भूमि पर उसके भसुर महेश राम के द्वारा विधि विरुद्व ढंग से कब्जा कर उक्त भूमियो को बेचने का प्रयास किया जा रहा था जिसको लेकर आये दिन महेश राम एवं मृतिका के बीच विवाद होते रहते थे । जिससे तंग आकर मृतिका अपने दोनो नाबालिक बचियो के भविष्य के लिये अपने पैतृक भूमि खसरा नं . 1 रकबा 0.389 खसरा नं 1 रकबा 0.324 हेक्ट 0 , खसरा नं 7 रकबा 0.580 हेक्ट 0 भूमि को 1/3 भाग में बटवारा किये जाने हेतु श्रीमान तहसीदार जशपुर के न्यायालय में दिनांक 07.09.2021 को आवेदन प्रस्तुत की थी जो राजस्व प्रकरण क्र.- अ -27 / 202109063140046 / 21 के रुप में दर्ज किया गया है तथा अनावेदक की उपस्थिति हेतु मामला लम्बित था।जिस पर दिनांक 08.11.2021 को अनावेदक महेश राम उपस्थित हुआ था ।

जिसके पश्चात दिनांक 29.11.2021 को जवाब हेतु पेशी निर्धारित कि गई थी किन्तु उक्त दिनांक को न तो अनावेदक महेश राम और न ही उसके कोई अधिवक्ता प्रकरण में उपस्थित हुए थे जिससे प्रथम दृष्टिया यह संदेह होता है कि चूंकि दिनांक 25.11.2021 को मृतिका की हत्या महेश राम के द्वारा करायी गई थी इसी कारणवश अब उक्त प्रकरण में कोई उपस्थित होने की आवश्यकता नही है एसा समझकर उपस्थित नही हुआ था।

उक्त प्रकरण दिनांक 17.12.2021 को सुनवाई नियत है जो इस घटना का प्रमुख दस्तावेज है जिस भी जप्त किया जाकर तथा उक्त संबंध में जांच किया जाना आवश्यक है ।

ग्रामीणों ने कहा कि आरोपी महेश राम एवं उनकी पत्नि की संदिग्धता इस बात से प्रमाणित है कि घटना की रात को जब मृतिका की पुत्री सुरती कुमारी के द्वारा आरोपीगण को अपनी मां को कुंआ में फेकते हुए देखी और अपने घर से टांगी लेकर आरोपियों को दौडाई लेकिन आरोपिगण वहां से भाग चुके थे तभी पडौस के घर में जाकर सुरती कुमारी के द्वारा सुमेस लकडा को घटना की बात बताई तब सुमेश लकडा के द्वारा महेश राम एवं उसकी पत्नि को घटना की जानकारी फोन से दी गई जिस पर महेश राम एवं उसकी पत्नि मृतिका के घर आये तब श्रुति कुमारी के द्वारा महेश राम एवं उसकी पत्नि तथा अपनी दादी को आरोपियो के द्वारा उसकी मां को कुंआ में फेक देने की बात बताई । किन्तु सुमेश लकड़ा के द्वारा घर की लाईट को सुधारा गया और महेश राम एवं उसकी पत्नि जान बुझकर श्रुति कुमारी के द्वारा बताये गये कुंए में कोई खोज बीन नही की गई बल्कि अगल बगल घुमकर टाईम पास किया गया और उनके द्वारा आस पास के किसी भी व्यक्ति को और न ही घटना की सूचना रात में दी गई और वे लोग कुछ देर वहां रुककर अपने घर चले गये और सिर्फ इतना ही नही बल्कि साक्ष्य मिटाने की नियत से महेश राम की पत्नि के द्वारा मृतिका के घर में जाकर उसका मोबाईल और पर्स भी अपने कब्जे में ले लिया गया जिसे श्रुति कुमारी के द्वारा देखा गया है, लेकिन इसके बावजूद पुलिस संबंध में कोई विवेचना नही की गई है।

ज्ञापन में कहा गया है कि महोदय ज्ञात हो कि पुलिस के द्वारा जो विज्ञप्ति घटना के संबंध में जारी की गई है उसमें यह स्पष्ट लिखा गया है कि आरोपी बसंत महतो के द्वारा घटना कारित कर मोटर सायकल क्रमांक सी ० जी ० 14 एम 0 ए 0 2771 से भाग गया । जबकि उक्त मोटर सायकिल का स्वामी बंसत महतो का जिजा महेश राम ही है जिससे भी यह प्रमाणित है कि महेश राम के द्वारा बंसत महतो को अपनी मोटर सायकिल देकर भगाने में मदद किया गया है जो सीधे महेश राम की संलिप्तता को प्रमाणित करता है । किन्तु उसके बाद भी थाना जशपुर के द्वारा उक्त संबंध में कोई विवेचना नही की गई है जिससे भी मामला संदिग्ध दिखाई देता है । महेश राम का स्वयं का कोई व्यवसाय नहीं है उसकी पत्नि टेलर का काम करती है उसके बावजूद जमीन की हेरा फेरी कर महेश राम स्कार्पियो जैसे मंहगी गाडी में घुमता है जिससे में प्रथम दृष्टियां संदेह होता है कि उसके द्वारा अपने मृतक भाई विष्णु प्रसाद की जमीन को हडपने की नियत से मृतिका की हत्या की गई हैं ।

उपरोक्त संबंध में आवेदन प्रस्तुत कर सभी ग्रामवासी ने मांग की है कि थाना जशपुर के द्वारा की जा रही लापरवाही पूर्वक विवेचना को किसी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी से जांच कराकर अथवा सी 0 बी 0 आई 0 से जांच कराकर उक्त प्रकरण में संलिप्त सभी आरोपियों के विरुद्ध कठोर कानूनी कार्यवाही किया जाये ।

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