जशपुरनगर(राकेश गुप्ता की खास रिपोर्ट):-जशपुर ही नही बल्कि पूरे देश मे इन दिनों धार्मिक प्रदर्शन होता हुआ दिख रहा है।देश भर के अंदर हिंदुत्व को जागने जगाने का लगातार प्रयास होता दिख रहा है।इसी बीच अब हिन्दू आदिवासी समाज भी देश भर में जनजाति सुरक्षा मंच के नेतृत्व में डिलिस्टिंग को लेकर अपनी मांग रखने हजारों लाखों की संख्या में जुट कर प्रदर्शन करते देखे जा रहे हैं जिसमें उनका मांग है कि देश भर में हिन्दू धर्म छोड़ कर अन्य धर्म अपना चुके धर्मान्तरित लोगो को आदिवासी के श्रेणी से बाहर किया जाये।
आपको बता दें कि इसी मांग को लेकर बीते दिन जशपुरनगर की धरती में जनजाति सुरक्षा मंच के नेतृत्व में लगभग 30 हजार से भी ज्यादा हिन्दू आदिवासी समाज कद्दावर आदिवासी नेता गणेश राम भगत के आह्वाहन पर एक साथ जुट कर रैली निकाली गई।जिसमें कटहल बगीचा से लेकर रणजीता स्टेडियम,महाराज चौक,बस स्टैंड होते वापस कटहल बगीचा पहुंच कर बड़े रूप में सभा मे तब्दील हो गयी।जहां मंच में विशेष रूप से प्रदेश के हिन्दू वादी छवि के कद्दावर आदिवासी नेता जनजाति सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय संयोजक गणेश राम भगत ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि कार्तिक बाबू के अधूरे सपने को हम सभी को पूरा करना है।जो लोग हिन्दू धर्म छोड़ कर अपनी जाति रीतिरिवाज परम्परा को छोड़कर दूसरा धर्म अपना चुके हैं उन्हें आदिवासी की श्रेणी से तत्काल बाहर कर देना चाहिये यही डिलिस्टिंग है और इसी मांग को लेकर हम सभी यहां जुटे हैं। उन्होंने आगे बताया कि इस मांग को लेकर कार्तिक उरांव ने देश के सबसे बड़े पटल संसद में रख कर 348 सांसदों का सहमति भी ले लिया था।जिसके बाद उनका आकस्मिक निधन हो गया और उनका कार्य पूरा नही हुआ परन्तु अब हम सब जाग चुके हैं और जो हमसे अलग हो चुके हैं उनको दोहरा लाभ लेने नही देंगे।उन्होंने आगे बताया कि इस मांग को लेकर पूरे देश मे प्रदर्शन हो रहा है।आज हम सब इतना संख्या में जुटे हैं अगली बार लाखों की संख्या में जुट कर प्रदर्शन करेंगे।उन्होंने ईसाई समाज का नाम लेते हुए कहा कि धर्मान्तरण कराना बंद करें अन्यथा इन्हें अब होश में ला दिया जायेगा।मंच में ग्वालियर से आई जनजाति सुरक्षा मंच के मध्यप्रदेश संयोजिका सेवंती बाई ने भी सभा को सम्बोधित किया और आदिवासी उरांव समाज को बांटने वालों पर काफी तंज कसते हुए कहे कि जो लोग हमारे आदिवासी समाज को बांट कर यह अफवाह फैलाते हैं कि हमारा धर्म आदिवासी है हिन्दू नही है,ऐसे कहने वालों को होश में रहन चाहिए और उन्हें पता होना चाहिए कि हमारा धर्म हिन्दू ही है और हमारी परम्परा आदिवासी है हम लोग ही असली जनजाति हैं।सभा को प्रान्त कार्यकारिणी सदस्य रायमुनि भगत,प्रान्त संयोजक लालदेव भगत,केंद्रीय टोली सदस्य कृपाशंकर भगत,जिला सह संयोजक मनीजर राम ने भी सम्बोधित किया और मंच का संचालन प्रान्त संयोजक रोशन प्रताप ने किया।
आपको बता दें कि डिलिस्टिंग मांग रैली ज.जा.सु.मंच के द्वारा बीते दिन ही बिलासपुर में भी की गई।वहीं अब तक छतीसगढ़ प्रदेश के कोरबा, कोरिया, मनेन्द्रगढ़ के अलावा कई जिले में सम्पन्न हो चुकी है।छत्तीसगढ़ प्रदेश के अलावा अन्य प्रदेशों में भी यह डिलिस्टिंग महारैली का आयोजन किया जा रहा है।जिससे देश भर में आदिवासी समाज के अंदर एक अलग सा ऊर्जा का संचालन देखा जा रहा है।इतने अधिक संख्या में हिन्दू आदिवासी समाज का जुट कर प्रदर्शन करने के बाद देश भर में इसकी जनचर्चा होनी प्रारम्भ हो गयी है।वहीं प्राप्त जानकारी अनुसार आपको बता दें कि जशपुर जिले के इस कार्यक्रम में केंद्रीय नेतृत्व की भी नजर बनी हुई थी।बहरहाल इस कार्यक्रम के बाद देश की सामाजिक, धार्मिक और राजनीति में किस तरह का उछाल आता है यह तो आने वाला समय ही बता पायेगा।