जशपुरनगर। हाफ बिजली बिल की घोषणा से बनी सरकार कि इस बात पर ग्रामीण अब खुद को छले हुए महसूस कर रहे हैं। स्थिति यह है कि दो बल्ब जलाने के बावजूद एक रुपए किलो चावल पर जीवन बसर करने वाले ग्रामीणों का बिजली बिल एक माह में 3000 से लेकर 70000 तक आ रहा है। समस्या को लेकर बड़ी संख्या में ग्रामीण भाजपा के दिग्गज नेता प्रबल प्रताप सिंह जूदेव के पास पहुंचे और गुहार लगाते हुए या यह बात कह दी कि उन्हें इस समस्या से कब निजात मिलेगी और कब बदलेगी सरकार।
विद्युत विभाग की लापरवाही का खामियाजा भुगत रहे ग्रामीण हाथ में बिजली बिल लिए महिनों से दर दर की ठोकरें खा रहें हैं। इनकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही है। बिल से राहत पाने की उम्मीद लेकर जशपुर ब्लाक के ग्राम पंचायत बोकी के ग्रामीण मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश संगठन मंत्री प्रबल प्रताप सिंह जूदेव से गुहार लगाने पहुंचें। यहां उन्होनें बताया कि बीते कुछ माह से बोकी के बिजली उपभोक्ता हर महिने आ रहे भारी बिजली बिल से खासे परेशान है। अक्टूबर माह से पहले तक गांव में ग्रामीणों को महज सौ से दो सौ रूपए के बीच बिल मिला करता था। इसका वे समय पर भुगतान कर दिया करते थे। ग्रामीणों का कहना था कि अक्टूबर से पहले उनके गांव में कभी बिजली विभाग के कर्मचारी मीटर रीडिंग करने नहीं आया करते थे। जैसे ही रीडिंग का काम शुरू हुआ,बिल में गड़बड़ी होनी शुरू हो गई। उन्होनें बताया कि इस समस्या को लेकर वे बीते दो तीन महिने से परेशान हैं। एक माह पूर्व भी शिकायत लेकर बिजली विभाग और कलेक्टर से मिले थे। कई बार विद्युत मंडल में भी आवेदन दे चुके हैं। लेकिन अब तक कहीं से राहत नहीं मिल पाई है। ग्रामीणों का आरोप था कि विद्युत मंडल ने उन ग्रामीणों को भी लंबा चौड़ा बिजली बिल थमा दिया है,जिनके घर में अब तक मीटर नहीं लगाई गई है। विद्युत मंडल और प्रदेश सरकार की लापरवाही पर तीखा प्रहार करते हुए प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने कहा कि एक ओर तो प्रदेश की कांग्रेस सरकार बिजली बिल हाफ करने का दावा करते हुए,इसे अपनी उपलब्धि के तौर पर प्रचारित कर रही है। वहीं दूसरी ओर बोकी के ग्रामीणों जैसे जशपुर सहित पूरे प्रदेश में लोग अनाप शनाप बिजली बिल से मानसिक परेशानी के दौर से गुजर रहे हैं। उन्होनें आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि बिद्युत मंडल के अधिकारी इतने असंवेदनशील हो चुके हैं कि बरसात और कड़ाके की सर्दी में राहत की उम्मीद लेकर आ रहे महिला,वृद्वों की पीड़ा भी नहीं दिखाई दे रही है। उन्होनें बिजली बिल में सुधार ना होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।