बगीचा/जशपुर। जशपुर जिले की विकास की तस्वीर यहां की परिस्थितियां सदैव बयां करती रही हैं लेकिन शासन-प्रशासन यहां की मूलभूत समस्याओं से ही बेखबर है। जशपुर जिले के बगीचा ब्लॉक में जो पहाड़ी क्षेत्र है, जनता को आये दिन प्राकृतिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यह सवाल तब और भी ताजा हो गया जब राजपुरी नदी से लगे रपटे में पानी भरने से सैकड़ों वाहनों के पहिए थम गए और सड़क की रफ्तार ही कम हो गई। अभी बरसात के समय में राजपूरी नदी का पानी उफान पर होने की वजह से लगभग 40 गाँव की जनता इससे प्रभावित हो रही है। इन गावों में ओड़का, टांगरडीह, पुरंगा, कुटमा, सालखाडांड, रेंगले, गुरम्हाकोना,पत्ताकेला, जोराजाम, सुतरी, बेंद इत्यादि शामिल है।
बता दें की तहसील मुख्यालय जाने के लिए यह एकमात्र रास्ता है जो इन सभी गावों को बगीचा नगर पंचायत से जोड़ती है। स्कूल, कॉलेज, तहसील कार्यलय, अस्पताल, थाना, जनपद पंचायत कार्यालय इत्यादि सभी बगीचा नगर पंचायत में ही है जिसके लिए ग्रामीणों को इस नदी को पार करके जाना पड़ता है। लेकिन ज़ब नदी में पानी भर जाता है तब जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित होता है। आज कई लोग रपटे में पानी भर जाने के कारण पानी कम होने का इंतजार करते देखे गए। वहीं कई खतरनाक रास्ते में जान जोखिम में डालकर पार होते हुए नजर आए इस दौरान मरीजों को इंतजार करते देखा गया वही आवश्यक काम करने के लिए निकले लोग भी रपटे के एक छोर में देर तक खड़े नजर आए।
इस नदी पर पुलिया बनवाने के लिए क्षेत्रीय जनपद सदस्य एवं युवा कांग्रेस नेत्री आशिका कुजूर ने गृह श्री मंत्री ताम्रध्वज साहू एवं मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को कई बार समस्या से अवगत कराते हुए ज्ञापन सौंपा है। लेकिन कोविड़ के दौरान अस्वासन मिलने के बाद मामला शांत हो गया था।
जनपद सदस्य आशिका कुजूर ने कहा कि इस नदी पर पुल बनवाना उनकी पहली प्राथमिकता है। ज़ब तक पुल के लिए घोषणा नहीं हो जाती तब तक मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री को समस्या से अवगत कराती रहेंगी। उन्हें पूरा भरोसा है कि जो काम जशपुर में बीजेपी के विधायक 30 सालों में नहीं कर पाए वो कांग्रेस की सरकार इस बार जरूर पूरा करेगी। उन्होंने यह भी कहा है कि क्षेत्रीय विधायक विनय भगत इस समस्या को मुख्यमंत्री तक पहुंचाने में और निवारण करने में उनकी सहायता करेंगे।