Site icon Groundzeronews

*watch video:- जशपुर में 1905 के पूर्व कोई ईसाई नहीं था ,आखिर इतने ईसाई जिले में आये कहाँ से ?क्या जिन ईसाइयों का प्रतिनिधित्व बिशप स्वामी कर रहे हैं उन सभी ने कानूनी रूप से कलेक्टर से अनुमति लेकर ईसाई धर्म स्वीकार किया है ?क्या इसकी जानकारी जशपुर की जनता के सामने सार्वजनिक करेंगे विशप स्वामी —गणेश राम भगत ने विशप स्वामी से पूछे कई सवाल….?*

धर्मान्तरण पर बोले गणेश राम भगत, धर्मान्तरण रोकने वालों को किया सम्मानित

जशपुरनगर। बगीचा के ग्राम लोहगुटरी के सुखबासु पारा में धर्मान्तरण कराते हुए एक पादरी और तीन पास्टरों को जनजातिय सुरक्षा मंच के कार्यकर्ताओं के द्वारा रंगे हाँथ पकड़ कर पुलिस के सुपुर्द करने तथा बगीचा पुलिस के द्वारा घटना पर त्वरित कार्यवाही करते हुए चारों आरोपियों को जेल भेजने की कार्यवाही किए जाने के बाद अपने नेपाल और उत्तरप्रदेश प्रवास से वापस आने के बाद जनजातिय सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय संयोजक गणेश राम भगत और मंच के संरक्षक एवम सलाहकर रामप्रकाश पांडेय मंच के कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों के हौसला बढ़ाने के लिए ग्राम लोहगुटरी पहुँचे।

उनके पहुँचते ही ग्रामीणों ने उनका पारम्परिक ढंग से स्वागत किया । शंकराचार्य आश्रम के प्रांगण में सभा आयोजित की गई सभा को सम्बोधित करते हुए श्री गणेश राम भगत ने कहा कि बचपन से पूज्य शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती का सानिध्य मुझे मिला जिसका परिणाम है कि आज भी मैं सनातन धर्म की रक्षा के कार्य मे जी जान से लगा हूँ और उनके आशीर्वाद से जीवन भर धर्म की रक्षा के कार्य मे लगा रहूँगा। उन्होंने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि 1905 से जिले के सुदूर गांवों में धर्मान्तरण का कार्य मिशनरियों के द्वारा किया जा रहा है लेकिन अब उनकी हिम्मत इतनी बढ़ गई कि वे अब हमारे तीर्थों के आसपास भी पहुँच चुके हैं ।धर्मान्तरण की इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी आसपास के जनप्रतिनिधियों के द्वारा कोई पहल नही करने पर उन्होंने जमकर लताड़ा और कहा कि जो धर्म की रक्षा के समय मौन होकर चुपचाप देख रहे हैं चुनाव के समय जनता उन्हें जरूर मजा चखायेगी । धर्मान्तरण की घटना को लेकर विशप के बयान विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित हुए थे जिसको लेकर उन्होंने विशप स्वामी के इस बयान का स्वागत किया कि धर्मान्तरण करने वालो पर शक्त कार्यवाही होनी चाहिए लेकिन विशप स्वामी से ही सवाल करते हुए उन्होंने कहा कि जो लोग धर्मान्तरण करा रहे थे वे सभी तो ईसाई ही थे और उन पर कड़ी कार्यवाही की मांग किए है लेकिन जशपुर में 1905 के पहले कोई ईसाई नहीं था फिर जशपुर में इतने ईसाई कहाँ से आए इसका भी जबाब दें और जिन ईसाइयों के आप प्रतिनिधि हैं क्या उन सभी ने कानूनी रूप से कलेक्टर से अनुमति लेकर ईसाई धर्म स्वीकार किया है ? और नहीं तो क्या ऐसे विधि विरुद्ध ढंग से बने ईसाइयों की सूची बिशप स्वामी जशपुर की जनता के सामने सार्वजनिक करेंगे ?
सभा को रामप्रकाश पांडेय एवम शंकराचार्य आश्रम के प्रतिनिधि ब्रम्हचारी कृष्णानन्द जी ने भी संबोधित किया । कार्य्रकम के अंत मे धर्मान्तरण की घटना का पर्दाफाश करने वाले सभी कार्यकर्ताओं एवम ग्रामीणों को अतिथियों के द्वारा सम्मानित किया गया । तथा जिले की पुलिस के द्वारा त्वरित कार्यवाही करने पर उनका आभार व्यक्त किया गया ।सभा का संचालन राकेश गुप्ता ने कार्यक्रम में विशेष रूप से अनिल भगत, संतन राम , विनोद भगत ,अमर भगत,लखु राम भगत ,हरिनाथ सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।

Exit mobile version