जशपुरनगर/दोकडा :- सोमवार को कांसाबेल ब्लॉक के ग्राम छाताबर शब्दमुंडा में अतिक्रमण पर कार्यवाही का भयानक मंजर देखने को मिला है। जहां परिवार के मुखिया के अनुपस्थिति में महिलाओं को घर से बाहर निकालकर घर तोड़कर घर में रखें खाद्यान्न सामग्री सहित अन्य सामान चकनाचूर कर दिया गया। अपने आशियाना टूटने की घटना से आहत महिला बेहोश होकर गिर पड़ी। परिजनों का आरोप है कि वन विभाग कांसाबेल और पुलिस विभाग दोकडा के द्वारा संयुक्त कार्यवाही की गई है। जबकि उन्हें इसकी कोई जानकारी नोटिस भी नही दिया गई है। वही विभाग का कहना है कि विधि अनुरूप प्रक्रिया का पालन करते हुए कार्रवाई की गई है। घटना दोकडा चौकी क्षेत्र के ग्राम पंचायत शब्दमुंडा (छाताबर) मुख्य मार्ग की है।
मिली जानकारी के अनुसार छाताबर चौक में वर्षो से आजीविका चलाने के लिये युधिष्टिर साहू पकौड़े बेचकर परिवार का पालन करता है। आज दोपहर लगभग 12 बजे वन विभाग कांसाबेल की महिला रेंजर श्रीमती अनिता साहू अपने दलबल और पुलिस के जवान के साथ वहां पहुँची। बताया जा रहा है कि परिवार वालों को बोलने तक का मौका नहीं दिया गया और हाथ जोड़कर लाख मिन्नते करने के बाद भी एक नहीं सुनी गई बल्कि जेसीबी मशीन लगाकर मकान को धराशाही कर दिया गया। इस घटना से आहत महिला बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ी।
मीडिया को दिए बयान में पीड़ित परिवार की एक युवती ने वन विभाग के ऊपर गम्भीर आरोप लगाते हुये बताया कि 3 से 4 माह पहले नोटिस दिया गया था।वर्तमान में उन्हें किसी प्रकार से कुछ जानकारी नही दिया गया है। रोते रोते युवती ने बताया कि वन विभाग उसके नाबालिक भाई से मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया, जिसकी शिकायत दोकडा थाने में किया गया। लेकिन कोई कार्यवाही नही किया गया। उन्होंने कहा कि तत्कालीन कलेक्टर को इस मामले से अवगत कराया गया था। अब वे नही रहे। पंचायत प्रतिनिधियों से उन्हें आज तके कोई सहयोग नही मिली है। पूरे कार्यवाही की वीडियो वायरल हो रही है जो काफी दर्दनाक और भावुक कर देने वाली परिस्थितियों को व्यक्त कर रही है।