फरसाबहार/जशपुर। जशपुर जिले में स्व सहायता समूह के नाम पर महिलाओं से हुई करोड़ो की ठगी के मामले में भारतींय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष विष्णु देव साय ने पांच सदस्यी जांच कमेटी का गठन किया है। जांच समिति में सांसद श्रीमती गोमती साय, जिला पंचायत जशपुर की अध्यक्ष श्रीमती रायमुनि भगत, जिला पंचायत उपाध्यक्ष उपेंद्र यादव,भाजपा कार्य समिति के सदस्य नरेश नन्दे और डीडीसी शांति भगत को शामिल किया गया है। जांच समिति पीड़ित महिलाओं से मुलाकात कर, पूरे घटना क्रम की जानकारी लेने के साथ ही मामले में पुलिस प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई के साथ ही कर्ज के बोझ में डूब चुके परिवारों को राहत का रास्ता भी तलाशने की कोशिश जांच कमेटी करेगी। ज्ञात हो कि जिले के मनोरा और सन्ना तहसील के 11 सौ महिलाओं से दो शातिर ठग सुरजमणि बाई और राजेंद्र सिंह ने आरबीएल और स्पंदना बैंक से 30- 30 हजार रुपये का कर्ज दिलाने का झांसा देकर आवेदन फार्म भरवाने के साथ आवश्यक दस्तावेज ले लिया था। पीड़ित महिलाओ के खाते में कर्ज की राशि आने के बाद आरोपितों ने ब्याज और मूल राशि माफ कराने का झांसा देकर सभी महिलाओं से 20-20 हजार रुपए झटक लिए थे। महिलाओं को ठगी का एहसास उस वक्त हुआ जब लोन की राशि ब्याज सहित पटाने के लिए बैंकों ने नोटिस भेजने के साथ फोन कॉल करना शुरू कर दिया। पीड़ित महिलाओं की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए जशपुर पुलिस ने आरोपी सुरजमणि बाई और राजेंद्र सिंह के खिलाफ धारा 420 के तहत अपराध दर्ज करते हुए एक आरोपी सुरजमणि को गिरफ्तार कर चुकी है। फरार चल रहे राजेन्द्र सिंह की तलाश में पुलिस जुटी हुई है। इस बीच ठगी का शिकार हुई महिलाएं कर्ज से राहत की उम्मीद लगाए अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के दरवाजे पर दस्तक दे रही है। बीते दिनों महिलाएं जिला पंचायत जशपुर की अध्यक्ष श्रीमती रायमुनि भगत से भी मिल कर समस्या से अवगत कराया था। रायमुनि भगत ने महिलाओं को एसपी विजय अग्रवाल से मुलाकात कराया था। मुलाकात के दौरान एसपी ने महिलाओं का बयान दर्ज करने के बाद कार्रवाई करने का आश्वाशन दिया है।
पीएम आवास योजना मामले की भी जांच करेगी भाजपा-
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष विष्णु देव साय ने पत्थलगांव तहसील के नगर पंचायत कोतबा में पीएम आवास स्वीकृत करने के लिए हितग्राही महिलाओं से लिपिक द्वारा लिए गए रिश्वत मामले की जांच के लिए भी कमेटी गठित की है। महिला हितग्राही ने आरोप लगाया था कि पक्का मकान पाने के लिए लिपिक का जेब गर्म करने के लिए उसे मंगलसूत्र बेचना पड़ा था। इस मामले में नायब तहसीलदार की जांच रिपोर्ट के आधार पर कलेक्टर महादेव कावरे ने आरोप के जद में आए लिपिक विवेक ताम्रकार को निलंबित कर चुके हैं।