जशपुरनगर। यहां के डीपीएस के छात्रों को एग्जोटिक नेचर कैम्प के लिए पास के पर्यटन स्थल दमेरा लेे जाया गया। जहां शहरों में भवन, मकान आदि के निर्माण से जो हरियाली देखने को नहीं मिल पा रही है, वह हरियाली बच्चों को दमेरा पर्यटन स्थल में जाकर देखने को मिली। वहां बच्चों ने अनेक प्रकार की गतिविधियों के द्वारा प्रकृति के महत्व को समझा। बच्चों ने वहां अनेक प्रकार के मनोरंजन खेल खेले एवं प्रकृति को जाना। जिससे उनमे प्रकृति के प्रति समझ उत्पन्न हुई। बच्चे ग्रीष्मकाल कैंप में अपनी छुट्टियों का बहुत ही अच्छा सदुपयोग करते हुए विभिन्न तरह की शैक्षणिक, मानसिक व रचनात्मक गतिविधियां सीख रहे हैं और अपनी प्रतिभा को निखार रहे हैं। शिक्षकों और स्कूल के संचालकों का बहुत ही अच्छा योगदान रहा है कि वे समर कैंप के माध्यम से शहर में नई-नई गतिविधियों का संचालन कर रहे हैं। जिससे की जशपुर के बच्चों का सर्वांगीण विकास हो सके। समर कैंप का द्वितीय चरण 16 मई से आरंभ होने जा रहा है। जिसमें सभी बच्चों ने अपना नामांकन किया है। इस समर कैंप का पंजीयन सभी वर्ग के बच्चों के लिए खुला है। अभिभावकों ने स्कूल की इस पहल की सराहना की है और समय-समय पर बच्चों की इस तरह की गतिविधियों को जारी रखने की बात कही। विद्यालय के संचालक ओमप्रकाश सिन्हा ने बच्चों को प्रकृति के प्रति सजग रहने व भविष्य में उसके बचाव व संरक्षण का सुझाव व संदेश दिया। इस कैंप में स्कूल की उप संचालय सुनिता सिन्हा, एडमिनिट्रेशन प्राचार्य श्रीमती जयंती सिन्हा, अकादमिक प्राचार्य गार्गी चटर्जी, उप प्रचार्य एरिक सोरेंग एवं स्कूल के सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित रहीं।