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*कहाँ जायेंगे हिंदी माध्यम के विद्यार्थी, शासकीय उ.मा. विद्यालय को हिंदी माध्यम में यथावत संचालित करने की मांग, कलेक्टर के नाम सौंपा ज्ञापन, कहा कैसे करेंगे ग्रामीण, वर्षों से संचालित यहां के उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में दर्जनों गांव के कई स्कूल के बच्चे हैं यहां निर्भर……..*

मनोरा/जशपुरनगर। मनोरा क्षेत्र के जनप्रतिनिधि व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर जशपुर को ज्ञापन सौंपते हुए मनोरा ब्लॉक मुख्यालय में संचालित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय को हिंदी माध्यम से पूर्ववत संचालित किए जाने की मांग की है। प्रतिनिधियों का कहना है कि इस विद्यालय को अंग्रेजी माध्यम विद्यालय किए जाने से यहां पर निर्भर दर्जनों गांव के सैकड़ों बच्चों का भविष्य अधर में लटक गया है कि अब वे कहां और कैसे अध्ययन करेंगे।
ज्ञापन देते हुए प्रतिनिधियों ने कहा कि शासकीय उ . मा . विद्यालय हिंदी माध्यम मनोरा कई वर्षों के से संचालीत है। यहां के उक्त विद्यालय में लगभग 600 छात्र छात्राए अध्यनरत हैं।

1- पूर्व मा ० शा ० मनोरा 2- पूर्व मा ० शा ० कांटाबेल 3- पूर्व मा ० शा ० भीमसेला । 4 पूर्व मा ० शा ० कण्डोरा 5- पूर्व मा ० शा ० टेम्पू । 6- पूर्व मा ० शा ० ओरडीह | 7- पूर्व मा ० शा ० दौनापाठ खारसोता सहित अन्य क्षेत्रों के बच्चे यहां उच्च शिक्षा के लिये आते हैं।
स्वामी आत्मानन्द अंग्रेजी माध्यम खुलने से हिंदी माध्यम शाला पूर्णता बंद हो रहा है अतः हिंदी माध्यम स्कूल में अध्ययनरत विद्यार्थियों का भविष्य पुर्णतः अंधकारमय है। यहाँ की ग्रामीण जनता आर्थिक रूप से सक्षम नहीं है जिससे अन्यत्र कही पढ़ा सके।
यह की वर्तमान में ब्लाक मुख्यालय में मात्र एक ही हिंदी माध्यम विद्यालय संचालित है जिसमे लगभग 12-15 किलोमीटर की दूरी से निम्न लिखित पोषक शाला के बच्चे शासकीय उ . मा . विद्यालय हिंदी माध्यम पढने आते है ।
प्रतिनिधियों ने मांग कि है कि बच्चों के भविष्य को देखते हुए उक्त विद्यालय को यथावत् संचालन करें। श्यामलाल भगत मंडल अध्यक्ष भाजपा, भाजयुमो ब्लॉक अधयक्ष विकास प्रधान, नरेंद्र लकड़ा, पंकज जायसवाल, जितेंद्र मंडल, कृष्णा बुनकर, बिट्टू सिंह, भजुनन्दन नायक सहित अन्य प्रतिनिधि उपस्थित थे।

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