Site icon Groundzeronews

*धार्मिक मुद्दों पर आखिर इतने बेबाकी से आज भी क्यों दहाड़ते प्रदेश के कद्दावर आदिवासी नेता गणेश राम भगत….सिविल सर्विष के आचार संहिता को लेकर एसडीएम,नगरपालिका सीएमओ के अलावा जिला प्रशासन पर जमकर बरसे श्री भगत,ग्राउंड जीरो न्यूज में देखिये पूरा वीडियो आदिवासी मुद्दे पर कैसे भड़के पूर्व मंत्री और जिला प्रशासन को ही ले लिया अपने रडार में,डिलिस्टिंग के मुद्दे पर सरकार को दे दी ऐसी चेतावनी….*

IMG 20221207 080114

लोक नृत्य अभ्यास की अनुमति दिये जाने पर भड़के पूर्व मंत्री गणेश राम भगत,डिलिस्टिंग के मुद्दे पर सरकार

बगीचा(राकेश गुप्ता की रिपोर्ट) प्रदेश के आदिवासी नेता,जनजाति सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय संयोजक पूर्व मंत्री गणेश राम भगत ने एक बार सीधा जिला प्रशासन पर निशाना साधा है। जिले के बगीचा ब्लाक के फुलडीह में आयोजित जनजातिय सुरक्षा मंच के कार्यकर्ता सम्मेलन में उन्होंने बीते दिनों कुनकुरी में ईसाई समाज के लोक नृत्य अभ्यास कार्यक्रम पर खुल कर नाराजगी जताते हुए कहा कि ईसाइयों के जिस कार्यक्रम को अम्बिकापुर में प्रशासन ने रोक दिया था,उसी कार्यक्रम को दूसरा रूप दे कर,जिला प्रशासन ने कुनकुरी में आयोजित करने की अनुमति दे दी।जिला प्रशासन का यह निर्णय आदिवासी समाज की भवना को ठेस पहुंचाने वाला है।उन्होंने कहा कि कुनकुरी में जिस स्कूल में सरकार पैसे भेजती है उस स्कूल में बच्चों को समुदाय विशेष का पूजा अर्चना करना घोर आपत्तिजनक है। नाराज श्री भगत ने भड़कते हुए कहा कि कुनकुरी में आयोजित कार्यक्रम के धार्मिक समुदाय के आयोजन में कुनकुरी एसडीएम,नगरपालिका सीएमओ के अलावा कुछ अधिकारियों द्वारा लोगो को प्रोत्साहित करते रहे और कार्यक्रम स्थल पर मौजूद जिम्मेदार अधिकारी मूक दर्शक बने रहे। उन्होंने कहा कि अधिकारियों का यह कृत्य सिविल सर्विस के आचार संहिता का खुल्ला उलंघन है। भगत से प्रशासन पर सवालों की बौछार करते हुए पूछा कि सरकार द्वारा अनुदान प्राप्त स्कूल में बच्चों से धर्म के आड़ में इस प्रकार का धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने का अधिकार है क्या?उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा जिला प्रशासन को अपने होश में रहना चाहिए और अपने सिविल सर्विस का आचार संहिता को ख्याल रखना चाहिए अन्यथा हम लोग जिस प्रकार जशपुर में एक लाख की संख्या में जुटे थे उसी प्रकार कुनकुरी के विशप हाउस के सामने भी 25 हजार के संख्या में सड़क पर उतर कर सबका हुक्का पानी बंद कर सकते हैं।उन्होंने अपने सम्बोधन में यह भी कहा कि अब डिलिस्टिंग पर अगर केंद्र और राज्य सरकार जल्द कानून नही बनाता है तो हम लोग अब समय बांध कर सरकार के पास बात रखेंगे और आदिवासी समाज सबका हुक्का पानी बंद कर देगा।लेकिन डिलिस्टिंग तो हो कर रहेगा। कार्यकर्ताओं को रिचार्ज करते हुए कहा कि सभी कार्यकर्ता का सम्मान होगा आप लोग ताकत लगा कर जनजाति समाज के हित के लिए लगातार कार्य करते रहिए। कार्यक्रम में पूर्व मंत्री के अलावा मुख्य रूप से शंकराचार्य आश्रम लघुटरी के स्वामी,जशपुर के समाजसेवी रामप्रकाश पाण्डे, दिलमन रति मिंज,रोशन साय,जनजाति सुरक्षा मंच के जिला संयोजक नयु राम भगत,उपाध्यक्ष चंद्रदेव ग्वाला,राजकुमार गुप्ता,सुखलाल यादव,संतन यादव,टंकेश्वर राजवाड़े, हरिराम नागवंशी, अनिल भगत,विनोद भगत, धनुषधारी राम,अमर भगत, नंदलाल पैंकरा,देवलाल भगत,सोमार साय,रामलाल राम,बालरूप यादव,रामलाल यादव,जितेंद्र,श्रीराम भगत,करुणा भगत ,मुरली यादव,रामेश्वर सहित सैकड़ों प्रमुख कार्यकर्ता मौजूद थे।

Exit mobile version