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*बादलखोल से सरगुजा हो रही थी लकड़ी की तस्करी,वन अभिकारियो ने घेरा बंदी कर,तस्करों को फंसाया जाल,तो सामने आया तस्करी का बड़ा खेल……पढिए,वन तस्करों के जाल में फंसे जशपुर की पूरी रिपोर्ट*

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जशपुर नगर। बादलखोल अभ्यारण्य क्षेत्र में कीमती लकड़ियों की तस्करी का बड़ा खेल उजागर हुआ है। वन अधिकारियों ने जशपुर से सरगुजा जा रही चिरान बड़ी मात्रा में जब्त किया है। जानकारी के अनुसार नारायणपुर रेंज के बेंद सर्किल में बादलखोल अभ्यारण नारायणपुर की टीम को गश्ती के दौरान मुखबिर से सूचना मिला की एक पिकअप में साल के चिरान लकड़ी की तस्करी की जा रही है। सूचना पर बादलखोल अभ्यारण नारायणपुर प्रभारी रेंजर अगापित मिंज, वन रक्षक कैलाश भगत,वन रक्षक साहीडाँड़,रामसाय केरकेट्टा वन रक्षक सुदर्शन यादव,प्रेम मंडावी,संदीप भगत बेरियर चौकीदार योजनाबद्ध तरीके से डूमरपानी बेतरा मार्ग पर कुचुट नाला के पास घात लगा पिक अप का इंतजार करने लगे। देर रात्रि लगभग 3 बजे यहाँ पिककप वाहन क्रमांक UP 64 BT 4893 पहुंचा जिसमें आरोपी वाहन मालिक प्रमोद केरकेट्टा निवासी बिलासपुर, बलराम निवासी गायबूढ़ा,सहदेव व दसन्त राम निवासी बेंद सवार थे। जिनके कब्जे से पिक अप में लोड 115 नग साल का चिरान लकड़ी जब्त किया गया। पूछताछ में आरोपियों ने लकड़ी ग्राम बेंद से बोदा बतोली ले जाना स्वीकार किया गया है।पिकअप से बरामद चिरान लकड़ी का मूल्य वन विभाग ने 25 हजार रुपये आंका है। मामले में वन विभाग ने वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 27 ,29, 31, 39 , 50, 51 व छत्तीसगढ़ वनोपज व्यापार विनियमन अधिनियम 1969 की धारा 5,15, 16, तथा भारतीय वन अधिनियम 1927 धारा 26(ड, च) 41, 42,52(4) के तहत प्राथमिकी कार्रवाई की है।

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