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*इस पंचायत में 16 साल से एक ही स्थान पर पदस्थ है पंचायत सचिव, फर्जी प्रस्ताव, फर्जी आहरण सहित शिकायतों की लंबी सूची हुई तैयार, उच्च स्तरीय जांच एंव कार्यवाही की मांग लेकर ज्ञापन सौंपते हुए गांधी जयंती के दिन से भूख हड़ताल की चेतावनी……*
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3 years agoon
जशपुरनगर। जशपुर जिले के फरसा बाहर ब्लॉक अंतर्गत कोल्हेनझरिया पंचायत के सचिव के विरुद्ध उप सरपंच हरदेव प्रसाद यादव ने मोर्चा खोल दिया है। अपने समर्थकों के साथ हरदेव प्रसाद यादव ने सचिव जगेश्वर भगत के ऊपर गंभीर आरोप लगाया है। कलेक्टर को ज्ञापन देते हुए उप सरपंच ने बताया कि जगेश्वर भगत ( सचिव ) ग्राम पंचायत कोलोनझरिया वि ० ख ० फरसाबहार जिला जशपुर ( ग ) पिछले 16 वर्षों से पदस्थ है । ये अपने घर से कार्य संपादन करता है । मुख्यालय में नहीं रहता है । पंचायत के कार्यों में भारी उदासीनता एवं कर्तव्य के प्रति गम्भीर नहीं है । इसके पदस्थ कार्यकाल – 2006 से कई अनियमितता एवं निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है।
1. ग्राम पंचायत की बैठक एवं ग्राम सभा का आयोजन न करना।
2. फर्जी प्रस्ताव से आहरण एवं उसकी जानकारी सदस्यों को न देना ।
3. उसका पदस्थ 2006 से अब तक कई महत्वपूर्ण निर्माण कार्य आधूरा है । ( 1. ) बाजार शेड मद समविकास स्वीकृत वर्ष 2006 से अधूरा । ( 2 ) आगनबाड़ी भवन कवर पारा स्वीकृत वर्ष 2016 से डोर लेबल तक अधूरा । ( 3 ) .13 वें वित्त 14 वें वित्त से निर्मित कई चबूतरा अधूरा है । ( 4. ) मनरेगा से निर्मित सार्वजनिक कुआं जगत बंधाई नहीं हुई। 2016 से अधूरा ।
4. प्रधानमंत्री आवास के हितग्राही का आई डी दूसरे व्यक्ति के बैंक खाता एवं फर्जी प्रस्ताव लगाकर राशि आहरण करना ।
5. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि अपात्रों को देना ।
6. पेंशन धारियों 100 ( सौं ) लगभग हितग्राही को वर्षों से अप्राप्त है ।
7. महत्त्वकांक्षी योजना नरवा गरवा घुरवा बाड़ी की भर्राशाही- बिना टेंडर की दुकान से फर्जी बिल का भूगतान कर फर्जीवाड़ा । 8. वित्त वर्ष 2020 से प्राप्त राशि – मूलभूत , 14 वें 15 वें वित्त की राशि फर्जीवाड़ा ।
9. P.D.S. में भी गड़बड़ी । ये व्यक्ति जनप्रतिनिधि एवं जनता के प्रति गम्भीर नहीं है , जिससे पूरे पंचायत के लोग परेशान एवं त्रस्त हैं । पूर्व में भी इसका कई बार शिकायत की जा चुकी है । परन्तु अभी तक कुछ भी नहीं हुआ । जिससे लोग परेशान एवं हैरान हैं। मामले में मांग की गई है कि इसकी उच्च स्तरीय जांच कराकर आवश्यक कार्यवाही करने की जाए । अगर कार्यवाही नहीं होती है तब स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं हितग्राही तथा ग्रामीण जन 2 अक्टूबर गांधी जयंती के पावन अवसर से पंचायत मुख्यालय के समक्ष भूख हड़ताल कर सत्याग्रह करने को विवश हो जायेंगे । जिसकी संपूर्ण जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी।