जशपुर/बगीचा:- इन दिनों पूरे प्रदेश में आदिवासी समुदाय को लेकर दो पक्ष लगातार आमने सामने देखा जा रहा है और पूरे प्रदेश में सरकार का काफी विरोध भी होता दिख रहा है।इसी बीच प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने आदिवासियों को लेकर कई जिलों में रासुका लागू कर दिया है और यही कानून जशपुर जिले में भी लागू है।इसी बीच बड़ी खबर निकल कर आ रही है जहां बताया जा रहा है कि जिले के बगीचा ब्लाक अंतर्गत जुजगु ग्राम में आदिवासी धरमवीर सरना पूजा महोत्सव का आयोजन आज दिनांक15/01/2023 को होने वाला है जिसके मुख्य अतिथि जशपुर विधायक विनय भगत होंगे।इस कार्यक्रम का पम्पलेट जैसे ही लोगों के पास पहुंची तो दूसरे पक्ष के लगभग दर्जन भर आदिवासी समुदाय के लोग बगीचा एसडीएम कार्यालय और बगीचा थाना पहुंच कर इस कार्यक्रम के विरोध में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून का हवाला देते हुए कार्यक्रम पर रोक लगाने के साथ साथ विधायक और आयोजकों पर रासुका के तहत कार्यवाही करने की मांग करने लगे हैं।इस मामले में जुजगु ग्राम के अनिल भगत ने बताया कि हम उराँव समाज का सरना पूजा चैत माह में होता है जिसमें महादेव पार्वती का पूजा विधि विधान से होता है परन्तु विधायक और उनके कुछ लोग मिल कर हमारे आदिवासी परम्परा का उलंघन करते हुए अपनी राजनीति के लिए अभी सरना पूजा किय्या जा रहा है जो गलत है वहीं पूरे प्रदेश में रासुका लागू है और बिना अनुमति की यह कार्यक्रम हो रहा है जिस पर जशपुर विधायक के अलावा आयोजको पर रासुका के तहत कार्यवाही होना चाहिए और कार्यक्रम पर रोक लगाना चाहिए।
इस मामले में जब हमने बगीचा एसडीएम श्री चौहान से बात किया तो उन्होंने कहा कि कुछ लोगों के द्वारा आवेदन प्राप्त हुआ है परन्तु उनसे बात कर लिया गया है।वहीं उन्होंने सरना पूजा की अनुमति के सवाल पर कहा कि हमारे यहां से अनुमति नही होती है अनुमति जिला से होती है।कार्यक्रम की सूचना तो है परन्तु अनुमति की कोई सूचना नही है।
बहरहाल इस विवाद के बाद हमारे विश्वसनीय सूत्रों से जानकारी प्राप्त हुई है कि प्रशासन ने खुद इस कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किया है।जिसमें कार्यक्रम के अलावा जशपुर विधायक के साथ भी कुछ सुरक्षाकर्मी रहेंगे।