Jashpur
*गणेश विसर्जन:- गणपति बप्पा मोरया के नारों से गूंजी धर्मनगरी कोतबा,डीजे बैन होने से विसर्जन में दिखी पारंपरिक झलक*
Published
5 months agoon
कोतबा:-गणपति बप्पा मोरया…. मंगलमूर्ति मोरया… कुछ ऐसे ही उद्घोष से मंगलवार देर शाम को धर्मनगरी कोतबा की सड़कें गूंजती रही। जिसको देखो वहीं अपने आराध्य गणपति भगवान को सबधर्मनगरी कोतबा में गणेश चतुर्थी पर बुधवार को घर व पंडालों में गणपति बप्पा विराजमान हुए। एक ऒर जहाँ नगर के सबसे बड़े गणराज फ्रैंड्स क्लब समिति हाईस्कूल में विराजें है तो वही रायगढिया चौक,कंवर पारा, खड़िया पारा, गोटियाखोल सहित नगर के घर घर व अन्य प्रतिष्ठानों में बप्पा के आगमन पर शहर में खुशियों से झूम उठा।
हर वर्ष की भाँती इस वर्ष भी कोतबा नगर में गणेश उत्सव की धूम देखते ही बन रही है। हर साल की तरह इस साल भी समितियों ने भक्तिपूर्ण माहौल में प्रतिमा स्थापित किया है। सबसे अलग इस वर्ष हाईस्कूल में विघ्नहर्ता विराजे हैं। यहां सात फीट ऊँचे व 5 फ़ीट व्यास की गणपति जी की प्रतिमा स्थापित की गई है।शानदार विदाई देना चाहते थे। हर तरफ़ रंगों और फूलों की होली खेलने वालों की भीड़ लगी थी।पारंपरिक तरीके से गाजे-बाजे के साथ निकाली गई भगवान गणेश की विसर्जन यात्रा में भक्तगण ढोल नगाड़ों की धुन में नाचते- झूमते नजर आये। इस दौरान लोगों ने एक-दूसरे को अबीर-गुलाल भी लगाया। वही मनमोहक झाँकियों के साथ प्रासाद वितरण करते हुए नगर भ्रमण कर असुरबंध तालाब में देर शाम विसर्जन किया गया। जब श्रद्धालु अपने आराध्य की गणपति जी की प्रतिमा लेकर असुरबंध तालाब के घाट पर पहुँचे, तो उनके साथ सेल्फ़ी लेने का दौर शुरू हो गया। अगले बरस जल्दी आने की कामना के साथ विघ्नहर्ता की मूर्ति को विसर्जित किया। नगर सभी पंडालों के गणपति एक साथ झाँकियों में सुसज्जित कर के विभिन्न मार्गों से मुख्य मार्ग से गुजरते हुए कारगिल चौक हो कर हाईस्कूल पारा स्थित नगर के सबसे बड़े तालाब असुरबंध के तट पर पहुंच कर आरती कर एक एक कर विधिविधान से भगवान गणपति का विसर्जन किया गया। ग्यारह दिनों तक नगर के हर चौक चौराहों पर सुबह शाम पूजा आरती में लोग भाव विभोर होकर गणेश भक्ति में लीन रहे। नगर में दर्जनों स्थानों पर भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित किया जाता है। लेकिन प्रमुख रूप से चार बड़ी समितियों में बड़े आकर्षक पंडालों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है,जिनमे प्रमुख रूप से कारगिल चौक,रायगढिया चौक,व हाईस्कूल फ्रैंडस क्लब,श्री श्याम गणेशोत्सव समिति तिलगोड़ा में वर्षों से मूर्ति स्थापित कर पूजा की गई। वहीं गोटियां पारा व खड़िया पारा सहित राम मन्दिर चौहान पारा समिति भी पिछले कुछ वर्षो से सक्रियता के साथ अपनी अलग पहचान बनाने में कामयाबी हासिल की है। इस सभी समितियों में युवाओं की भागीदारी रहती है जिसे बखूबी निभाते हैं। गणेश स्थापना के दिन से भव्य बने पंडालों में भजन कीर्तन और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसे देखने के लिए क्षेत्रभर के ग्रामीण लोग शामिल होते रहे। समितियों के द्वारा दोपहर दो बजे से शोभायात्रा के साथ गणेश विसर्जन का सिलसिला जारी रहा जो देर शाम को नगर के असुरबंद तालाब में विसर्जित किया गया। दोपहर दो बजे से आवागमन करने वाले वाहनों सहित राहगीरों को समस्याओं का सामना करना पड़ा। लेकिन चौकी प्रभारी राकेश सिंह ने पुलिस बल के जवानों के साथ लोगो को आने जाने में होने वाली तकलीफों को सुलझाया।
*डीजे हुवा बैन पारम्परिक नृतक मंडलियों की रही धूम*
नगर में इस बार शाशन के आदेशानुसार डीजे पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया था। हाईस्कूल कोतबा में डीजे के बॉक्स को कोतबा चौकी प्रभारी ने बन्द चेतावनी दे कर बन्द करवाया समिति डीजे में पारंपरिक गीत धुन में शोभायात्रा की तैयारी कर रखी थी। वही दूसरी ओर रायगढिया चौक के समिति द्वारा पारंपरिक रूप से भव्य शोभायात्रा निकाली गई जिसमें पारंपरिक नृतक दल व झाँकी मुख्य आकर्षण का केन्द्र रही।
पारंपरिक नृतक दल मण्डलियों ने नगरवासियों को मनमोहक प्रस्तुति देकर प्रसन्न कर दिया। पूरी शोभायात्रा में मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहे। ढोल नगाड़ों ताशों मांदर की थाप में नृतक मण्डलियों का पारंपरिक नृत्य देखने लायक रहा।