जशपुरनगर। परसवाहा जैन समाज के वरिष्ठ और चौबीसा के सम्मानित व्यक्तित्व के धनी श्री सुंदर लाल जी जैन ने 85 साल की उम्र में देहविसर्जन किया
सुंदर लाल जैन स्वभाव से स्वाभिमानी और धार्मिक प्रवृत्ति के व्यक्ति थे उनका संपूर्ण जीवन समाजसेवा एवं जनकल्याण के लिए समर्पित रहा पांच भाइयों में सबसे बड़े सुंदर लाल सम्पूर्ण मंदिर वाले परिवार के मार्गदर्शक थे
आज सगरा बनवार रोड झरोली जबलपुर दमोह घेटरा सागर के साथ परसवाहा जैन समाज ने सुंदर लाल जी जिनकोभाव भीनी श्रद्धांजलि अर्पित की
श्रद्धांजलि सभा के दौरान उनके छोटे पुत्र राजेश जैन जो छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़ में शासकीय सेवक के रूप रहकर सेवा प्रदान कर रहे है उन्होंने अपने पिता की श्रद्धांजलि सभा में देह दान का संकल्प लिया उन्होंने नव युवकों से अपील की अपने माता पिता की सेवा और उनके प्रति समर्पण सबसे बड़ी पूजा है।
यदि पुत्र पुत्रियों से माता पिता को संतोष है और वह बद्ध अवस्था में सुखमय जीवन जी रहे है तो सारे तीर्थों का पुण्य जागृत होता है । भगवान महावीर के सिद्धांतों का मूल उद्देश्य परोपकारी जीवन है यह नश्वर काया नष्ट होने से पहले यदि किसी के काम आ जाए तो इससे बड़ा मनुष्य धर्म और दूसरा नहीं हो सकता
जो पुत्र बुजुर्ग मां पिता को वृद्धा आश्रम छोड़ते है उनसे बड़ा पापी कोई दूसरा पुत्र नहीं हो सकता
श्रद्धांजलि सभा में भाई संतोष जैन राजेंद्र जैन सुरेंद्र जैन
देवेंद्र जैन शिखर चंद जैन सरपंच किशोर सिंह रामप्रसाद यादव गुड्डा जैन रिंकू जैन विवेक जैन शिबू जैन बनवार प्रदीप जैन के साथ संख्या में ग्रामीणजन एवं परिवारजन उपस्थित रहे