जशपुरनगरः जिले के बगीचा विकास खंड के ग्राम पंचायत पंडरापाठ में पंचायत सचिव के पदभार में किया गया फेरबदल को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। मंगलवार को इस पंचायत से बड़ी संख्या में ग्रामीण पिकप में भर कर जिला पंचायत पहुंचे। यहां ग्राम पंचायत सचिव के पद पर गणेश यादव की पोस्टिंग का विरोध करते हुए धरने में बैठ गए। ग्रामीणों का कहना था कि जब तक प्रशासन अपने इस आदेश को निरस्त कर वर्तमान सचिव कमल नारायण की पोस्ंिटग यथावत रखने का आदेश जारी नहीं करता,वे जिला पंचायत से नहीं हटेगें। ग्रामीणों का कहना था कि गणेश यादव पहले भी ग्राम पंचायत पंडरापाठ में सचिव के पद पर काम कर चुका है। इस दौरान उसने पीएम आवास,वन अधिकार पट्टा और निर्माण कार्यो में भारी गड़बड़ी किया था। ग्रामीणों का आरोप है कि आमजनता से गणेश यादव का व्यवहार सही नहीं है। इन्ही सबके कारण उनकी शिकायत पर प्रशासन ने उन्हें पंडरापाठ से हटाने की कार्रवाई की थी। अब अपने राजनीतिक पहुंच का गलत इस्तेमाल करते हुए,गणेश यादव एक बार फिर पंडरापाठ में पोस्ंिटग का आदेश जारी कराने में सफल हो गया है। लेकिन वे इसका विरोध करते रहेगें।
दस साल तक नहीं मिला मानदेय-
ग्रामीणों के साथ जिला पंचायत में धरने में बैठी महिलाओं ने बताया कि गणेश यादव के सचिव के कार्यकाल में जय अंबे स्व सहायता समूह को पंचायत क्षेत्र में सफाई का काम सौंपा गया था। लेकिन लगातार 10 साल तक काम करने के बावजूद उन्हें इसका मानदेय नहीं मिला। उसके हटने के बाद मानदेय का भुगतान हो रहा है।
‘‘पंडरापाठ से आए ग्रामीणों से चर्चा हुई है। उनकी मांग पर नियमानुसार उचित कार्रवाई की जाएगी।’’
अभिषेक कुमार,सीईओ,जिला पंचायत,जशपुर।
