Chhattisgarh
*सरोकार:- जिगर के टुकड़े लाडली के दशगात्र अंत्येष्टि संस्कार के लिये तीन माह से परिवार मुआवजे का कर रहा इंतजार, 8 वर्षीय बच्ची की पानी में डूबने से हुई थी मौत, परिजन दफ्तरों का चक्कर काट- काट कर थक चुके हैं, माली हालत है खराब, पिता को है मलाल…*
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3 years agoon
कोतबा,जशपुरनगर:- आठ वर्षीय बालिका के पानी मे डूबने से मौत मामले में परिजनों को आज तीन माह बीत जाने के बाद भी शासकीय राशि प्रदान नही किया गया है। जिसके कारण परिजन दफ्तरों का चक्कर काट काट कर थक चुके हैं। पीड़ित परिजनों का कहना हैं कि उनकी माली हालत खराब होने के कारण आज तक मृत बच्ची का सामाजिक दशगात्र कार्यक्रम नही किया जा सका है। मामला फरसाबहार विकाशखण्ड के ग्राम पंचायत डोंगादरहा गिरजा टोली का है।
जानकारी के अनुसार घटना 26.08.2021 को घटित हुआ है।मृत बच्ची के पिता सुनील मिंज ने ग्राउंडजीरो को बताया कि उनके चार बच्चें हैं. और घटना दिनांक को पत्नी श्रीमती सीता मिंज अपने चारों बच्चे को लेकर खेत निदाई करने गई थी। निंदाई करने के कुछ देर बाद जब अचानक मौसम खराब हुआ तो छोटे बच्चे को गोद में लेकर अन्य तीन बच्चों को चलो घर जाओ कहकर बोली.शाम को जब घर 8 वर्षीय बालिका कु.संध्या मिंज नहीं पहुँची तो परिजनों की मदद से आसपास पतासाजी किया गया,लेकिन उसका कुछ पता नही चलने पर दूसरे दिन इसकी सूचना तुमला पुलिस को दिया गया। .तुमला पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुये दो दिन बाद मतलब 28 तारिख को 4 किलोमीटर दूर जरजटा टोला कोकिया नदी के पानी में मृत अवस्था मे मिली। मामले को लेकर पुलिस ने पंचनामा तैयार कर शव को पीएम के लिये भेज दिया.उसके बाद पारिवारिक रीतिरिवाज अनुरूप उसका अंतिम संस्कार किया गया.पीड़ित पिता सुनील मिंज का कहना है कि वह आर्थिक रूप से कमजोर है। शासकीय आपदा राशि पाने के लिये जिला मुख्यालय सहित फरसाबहार तहसील कार्यालय का लगातार चक्कर लगाया लेकिन किस कारण से उन्हें आज तक आर्थिक सहायता राशि नही मिला है। उनका कहना हैं कि वह प्राकृतिक आपदा राशि के आस में अभी तक अपनी मृतिका बेटी का सामाजिक दशगात्र नहीं कर पाया है। जिसका उसे मलाल है और वह मानसिक रूप से परेशान है।
मामले को लेकर ग्राउंडजीरो ई न्यूज ने जब फरसाबहार तहसीलदार श्री कमलेश मिरी जी से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि यह घटना उनके पदस्थापना के पूर्व का है। हालांकि उन्होंने कहा कि सभी दस्तावेज को आवश्यक कार्यवाही कर अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय राजस्व से अनुमोदन कर जिला कलेक्टर कार्यालय प्रस्तुत कर दिया गया है।