*मिशनरी तेजी से गरीब आदिवासियों का धर्म बदल रहे हैं,प्रबल ने कहा पहले धर्म बदला और अब कोरवाओं की जमीन हड़प रहे मिशनरी, पहाड़ी कोरवा की जमीन पर जबरन बनवा रहे मकान….*

 

जशपुरनगर। एक पहाड़ी कोरवा की जमीन पर मिशन से जुड़े कुछ लोगों द्वारा जबरन मकान बनाए जाने का मामला सामने आया है। पहाड़ी कोरवा मामले की शिकायत लेकर शुक्रवार को विजय विहार पैलेस में प्रबल प्रताप सिंह जूदेव के पास पहुंचा था। प्रबल प्रताप कोरवा जनजाति समुदाय के संरक्षक हैं। मामला मनोरा ब्लॉक के ग्राम हर्रापाठ का है।
ग्राम हर्रापाठ निवासी भुवनेश्वर पिता बुधने राम ने बताया कि वह पहाड़ी कोरवा जनजाति समुदाय का है। गांव में उसकी करीब 5 एकड़ जमीन है और इसी जमीन पर खेती कर वह अपना और अपने परिवार का पेट भरता है। उसकी जमीन जशपुर सन्ना स्टेट हाइवे के किनारे पर है। सड़क के किनारे की उसकी जमीन पर ग्राम पंडरसिली निवासी घुड़ा एक्का और दया कुजुर मकान बना रहे हैं। कोरवा भुवनेश्वर ने बताया कि उसने उन्हें मकान बनाने से मना किया तो वे उसे डांटकर भगा दिए। उन्होंने कहा कि यह सरकारी जमीन है और मिशन से जुड़े हुए हैं। सरकार हमें यहां से नहीं हटाएगी, किसी को कोई आपत्ति नहीं है। भुवनेश्वर ने बताया कि वह मामले की शिकायत लेकर मनोरा तहसीलदार के पास भी गया था पर मनोरा के तहसीलदार ने 15 दिन बाद कार्रवाई करने की बात कहकर उसे भगा दिया। कोरवा का कहना है कि 15 दिन में तो मिशन वालों का उसकी जमीन पर मकान बनकर तैयार हो जाएगा। पर जमीन को कब्जा मुक्त कराना मुश्किल होगा। इसलिए वह मामले की शिकायत लेकर अपने संरक्षक प्रबल प्रताप के पास पहुंचा।
पहले धर्म बदला और अब जमीन हड़प रहे मिशनरी
इस मामले में भाजपा के प्रदेश मंत्री प्रबल प्रताप सिंह जूदेव का कहना है कि कांग्रेस के कार्यकाल में प्रदेश भर में धर्मांतरण जोरों से चल रहा है। मिशनरी तेजी से गरीब आदिवासियों का धर्म बदल रहे हैं। इलाके में पहले ही काफी धर्मांतरण हो चुका है। मिशनरियों ने पहले इनका धर्म बदला और अब जबरन इनकी जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। पर हम ऐसा नहीं होने देंगे। प्रबल ने कहा कि भुवनेश्वर के मामले में उन्होंने तहसीलदार मनोरा से बातचीत की है। तहसीलदार ने कल ही इस अवैध निर्माण को रूकवाने की बात कही है।

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