*वेतन विसंगति सहित 12 सूत्रीय मांगों को लेकर 21 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे वनकर्मी बैठक में लिया फैंसला,14 वर्षों से लड़ रहे लड़ाई…. पढ़िए पूरी खबर*

सिंगिबहार /जशपुर :(मुकेश नायक की रिपोर्ट ) वेतन विसंगति सहित 12 सूत्रीय मांगों को लेकर वनकर्मियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय प्रदेश सहित जशपुर वनकर्मचारी संघ के अध्यक्ष अविनाश शर्मा एवं संघ के सचिव नंदकुमार यादव ने बताया कि प्रदेश भर के वनकर्मी वनरक्षको के साथ वनकर्मियों की वेतन विसंगति सहित अन्य 12 सूत्रीय मांगों को लेकर 21 मार्च से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले जायेंगे ।

अनिश्चित कालीन हड़ताल में जशपुर के सभी वनकर्मी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे वनकर्मियों ने मांगे नही माने जाने तक आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी है ।वनकर्मियों ने आरोप लगाया है कि 19 वर्ष पूर्व वित्त विभाग ने उनके वेतनमान को लेकर जो स्वीकृति दी है ,उसे वनविभाग के अफसरों के अलावा शासन ने अब तक अनुमति प्रदान नही की है ।

■ 21मार्च से बेमियादी हड़ताल..
वनकर्मियों ने बताया वेतन विसंगति सहित अन्य 12 सूत्रीय मांगे मनवाने छतीसगढ़ मुख्यमंत्री भूपेश भगेल वनमंत्री मोहम्मद अकबर ,सहित वन मंडल प्रमुख राकेश चतुर्वेदी मुख्य सचिव सहित अन्य चार सम्बंधित विभागीय अधिकारियों को ज्ञापन सौपा है ,साथ ही वन कर्मचारी संघ ने चेतावनी दी है कि उनकी मांगे 20 मार्च तक पूरी नही की जाती है तो उस स्थिति में 21 से अनिश्चितकालीन हड़ताल संघ करेगा।

■ 14 वर्षों से लड़ रहे हैं लड़ाई ..
छतीसगढ़ वनकर्मचारी संघ के मुताबिक उनका संगठन वेतन विसंगति दूर करने वर्ष 2008 से लड़ाई लड़ रहा है बावजूद शासन उनकी मांगों की अनदेखी करता आ रहा है इस वजह से अपनी मांगे मनवाने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की निर्णय लिया है। संघ के नेताओं के मुताबिक 26 मार्च 2003 को वित्त विभाग ने वनकर्मियों की वेतनमान 2750 से 3050 स्वीकृत मिलने के 5 साल बाद भी उक्क्त वेतमान के लागू नही होने पर वनकर्मचारी संघ वर्ष 2008 में हड़ताल पर बैठे थे । तब से लेकर अब तक मांग पूरी नही होने के स्थिति में वेतन विसंगति सहित 12 सूत्रीय मांग को लेकर एक बार फिर आंदोलन की तैयारी में हैं ।

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