जशपुर/सन्ना:- जशपुर जिले में जहां एक तरफ लगातार भ्रष्टाचार उजागर हो रहा है वहीं भ्रष्टाचारी भी अब एक हो कर भ्रष्टाचार के खिलाफ संविधान के अनुरूप लड़ने वाले सीधे साधे ग्रामीणों के खिलाफ थाने में शिकायत कर उनके ऊपर मुकद्दमा दर्ज करा रहे हैं।
आपको बता दें कि बीते दिन सन्ना तहसील मुख्यालय के बस स्टैंड में ग्राम पंचायत कमारिमा में हुये 35 लाख से ज्यादा की भ्रष्टाचार,घोटाले के खिलाफ कमारिमा पंचायत के ग्रामीणों ने एक दिवसीय सांकेतिक धरना प्रदर्शन करके पंचायत में मनरेगा में हुए भ्रष्टाचार की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग किया था।जिसके बाद ग्रामीणों के समर्थन में जिला पंचायत सदस्य के साथ अनेकों समाजिक कार्यकर्ता नेता भी मंच पर आगे आये थे।जिसके बाद अंत मे जांच कराने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने तहसीलदार सन्ना को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा था।वहीं अब खबर यह आ रही है जिन लोगो के द्वारा करीब एक साल से कमारिमा पंचायत में हुये भ्रष्टाचार की जांच की मांग की जा रही थी।धरना प्रदर्शन के एक दिन बाद उन्ही प्रदर्शनाकरियों पर पन्ड्रापाठ थाना में कमारिमा सरपंच सुरेंद्र राम के द्वारा गाली गलौज और धमकी का आरोप लगाते हुये एफ.आई.आर दर्ज कराया गया है।सरपंच सुरेंद्र राम ने कमारिमा पंचायत के दतुनपानी गांव के नरेश यादव,बासुदेव यादव,प्रकाश यादव के खिलाफ शिकायत करते हुए कहा कि इनके द्वारा गांव में जाने के बाद उनके साथ गाली गलौज और धमकी दिया गया है।जिसके बाद पन्द्रपाठ पुलिस के द्वारा प्रदर्शनकारियों पर धारा 294,506 के तहत मामला पंजीबद्ध कर लिया है।वहीं दूसरे तरफ नरेश यादव और बासुदेव यादव,प्रकाश यादव के द्वारा कहा जा रहा है कि हमारे द्वारा कमारिमा पंचायत में हुए भ्रष्टाचार को लेकर एक साल से आवाज उठाया जा रहा है और भ्रष्टाचारीयों पर अब तक कार्यवाही नही होने से हमारे द्वारा संविधान के लोकतंत्र में अधिकार के तहत शांति पूर्वक रूप से अपनी मांग को लगातार रखा जा रहा था और दिनाँक 04/03/2022 शुक्रवार को हमारे द्वारा सन्ना बस स्टैंड में कमारिमा पंचायत में हुये भ्रष्टाचार की उच्च स्तरीय जांच की मांग को लेकर एक दिवसीय सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया गया था।जिसके बाद सील साइन करके फर्जी राशि का आहरण करने वाले सरपंच के द्वारा हमारे ऊपर निराधार आरोप लगाया गया है।हमे दबाने का प्रयास किया जा रहा है।वहीं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने वाले प्रदर्शनाकरियों ने आगे बताया कि इस मामले की शिकायत हमारे द्वारा एक माह पहले 5 फरवरी को ही जशपुर एसपी से किया जा चुका है जिसमें हमारे द्वारा बताया गया था कि हमारे द्वारा पंचायत में हुये भ्रष्टाचार की शिकायत के बाद हमे झूठा केश में फंसाने की साजिश की जा रही है और सरपंच के द्वारा शिकायत करने के तत्काल बाद बिना जांच किये हम पर एफआईआर दर्ज करना लोकतंत्र की हत्या है।