*अजब जशपुर की गजब दास्तां,पंचायत निर्माण कार्यो पूरा करने के लिए सरपंच पर किसान के खाते से रूपए निकालने का आरोप,पीड़ित किसान हुआ दोहरे ठगी का शिकार,पहले 26 डिसमिल जमीन की रजिस्ट्री का झांसा देकर,साढ़े तीन एकड़ जमीन की करा ली गई रजिस्ट्री,मशक्कत के बाद मिली रकम भी हो गई पार…………*

जशपुरनगर। जिले में ठगी का एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है। जमीन विक्रय से किसान को मिले साढ़े 4 लाख रूपए की राशि को बिना जानकारी के पंचायत के अधीन चलने वाले निर्माण कार्यो में लगा दिया है। किसान की शिकायत पर पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं,सरपंच का दावा है कि उन्होनें किसान की सहमति से ही उनके खाते से राशि निकाल कर,उपयोग किया है और लिए गए राशि में से 1 लाख रूपए लौटा भी चुका है। मामला,जिले के लोदाम चौकी क्षेत्र की है। जानकारी के अनुसार चौकी क्षेत्र के धौढाटोली निवासी जीतू राम पिता रामनाथ राम ने पुलिस से की गई शिकायत में बताया है कि गांव में उसका और उसके भाई के संयुक्त नाम से डेढ़ हेक्टेयर जमीन है। वह 1975 से परिवार सहित असम में रहता है। वर्ष 2019 में उससे झारखंड के गुमला जिले के मोहम्मद नईम अंसारी ने उससे संपर्क किया और जमीन बटांकन कराने का झांसा दिया। पीड़ित के मुताबिक बटाकंन के नाम पर नईम खान ने उससे कई कागजों पर हस्ताक्षर करा लिया। बटाकंन के बाद उसे जो खाता दिया गया तो उसे पता चला कि उसके खाते से तीन एकड़ जमीन 74 डिसमिल जमीन बेच दिया गया है। पीड़ित के मुताबिक,बटाकंन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद नईम अंसारी ने उससे 26 डिसमिल जमीन खरीदने की इच्छा जाहिर की थी। इस उसने 3 लाख में उसे जमीन का रजिस्ट्री करने पर सहमति दी थी। लेकिन,धोखे से साढ़े 3 एकड़ जमीन की रजिस्ट्री कर दी गई। मामले की जानकारी होने पर जब उसने नईम खान से संपर्क किया तो जमीन रजिस्ट्री कराने की बात स्वीकार करते हुए,रजिस्टर्ड जमीन की पूरी कीमत धीरे धीरे चुकान का भरोसा दिया। पीड़ित के मुताबिक नईम ने उसे तीन तीन लाख और एक चार लाख रूपए का एक चेक दिया। शेष राशि 3 लाख रूपए का एक और चेक नईम ने प्रार्थी को दिया,जिसके बाउंस हो जाने पर उसने पीड़ित को 3 लाख रूपए नगद राशि दी। पीड़ित का कहना है कि तीन चेक मिलने पर,ग्राम पंचायत जामटोली का सरपंच ललित तिर्की ने उन्हें चेक की राशि जमा करने के लिए यूको बैंक में उसका खाता खुलवा दिया। पीड़ित का आरोप है कि सरपंच ने इस खाते का एटीएम अपने पास रख लिया और इस खाते को अपने मोबाइल नम्बर के माध्यम से फोन पे से जोड़ कर,साढ़े 4 लाख रूपए की राशि आहरित कर ली। पुलिस से किए गए शिकायत में पीड़ित जीतू राम ने बिना सहमति के जमीन रजिस्ट्री और खाते से रूपए निकाले जाने के मामले में कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। इस पूरे मामले की संबंध में जब हमने सरपंच ललित तिर्की से उनका पक्ष लिया तो उनका कहना था कि जीतू राम की सहमति से उनके खाते से रकम आहरित की गई है। उन्होनें बताया कि ली गई रकम में से 1 लाख को वे लौटा चुके हैं। पंचायत के कार्यो का भुगतान होने पर,किसान की पूरी राशि लौटा दी जाएगी।

-->