Jashpur
*झारखंड से आए कलाकारों ने सिखाई नाटकों में अभिनय की बारीकियां, चार दिवसीय नुक्कड़ नाटक प्रशिक्षण शिविर के समापन पर मंच से दिया गया जागरूकता का संदेश…*
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10 months agoon
कांसाबेल। दिनांक 26 से 29 फरवरी तक चार दिवसीय नुक्कड़ नाटक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन जीवन झरना विकास संस्था, कांसाबेल द्वारा सभी प्रखंड समन्वयकों के लिए किया गया था। इस शिविर में झारखण्ड के मसकल थिएटर एंड आर्ट संस्था से आये साधन सेवी सुमन पूर्ति एवं अंकुर शास्वत ने प्रशिक्षण दिया। इस प्रशिक्षण के माध्यम से उन्होंने नाटक तथा नुक्कड़ नाटक मे अंतर को बताया तथा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से समाज में जन जाग्रति का प्रचार – प्रसार के महत्वपूर्ण बिन्दुओ को बारीकी से बताया। इसके माध्यम से समाज कीकुरीतियों पर जागरूकता लाने और कम समय मे लोगों तक अपने सन्देश को पहुंचाने के लिए नुक्कड़ बनाने से लेकर अभिनय, पत्र निर्माण, जनगीत, पोषक, संवाद, जैसे अनेक बिंदुओं को स्पष्ट रूप से रेखांकित किया।
इसी चार दिवसीय नुक्कड़ नाटक प्रशिक्षण शिविर के अंतिम दिन संस्था के प्रांगण मे सभी के प्रखंड समन्वयकों द्वारा मोबाइल एक नशा, मानव तस्करी, लैंगिक शोषण, डायन प्रथा जैसे विषय पर आधारित नाटक का मंचन किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि कांसाबेल थाना प्रभारी जनक राम कुर्रे, दिन पालिका शासकीय हाई स्कूल के प्राचार्य एवं शिक्षक, कन्या छात्रावास अधीक्षिका, बच्चे एवं ग्रामीण उपस्थित रहे। उन्होंने बहुत ही गंभीरता पूर्वक नाटक को देखा। इस कार्यक्रम में उपस्थित सदस्यों ने भी इस प्रयास को बहुत सफल बताया।
इस मौके पर थाना प्रभारी ने कहा कि मोबाइल के दुरूपयोग की वजह से समाज मे बहुत सारी बुराइयाँ फ़ैल रही हैं। बच्चे शिक्षा से वंचित हो रहे हैं। रिश्तों मे दरार पड़ रही है। परिवार बिखर रहे हैं और आने वाले समय मे स्वास्थ पर भी पूरा असर पड़ सकता है। इसका सही इस्तेमाल करने के लिए नुक्कड़ नाटक के माध्यम से समुदाय मे जागरूकता ला सकते हैं। ये एक अच्छा प्रयास है।
दिनपालिका शा.उ.मा. विद्यालय कांसाबेल के प्राचार्य एवं छात्रावास अधीक्षिका ने कहा कि नुक्कड़ मे जो प्रदर्शन किया गया समाज में हम सबके बीच है और अटल सत्य है। हर प्रकार के अपराध से बचने के लिए शिक्षा की आवश्यकता है। शिक्षा पर सभी ध्यान दें। तत्पचात जीवन झरना विकास संस्था की संचालिका सि. एनी के द्वारा उपस्थित सभी सदस्यों का आभार प्रकट करते हुए कार्यक्रम का समापन किया गया।