कांसाबेल। तहसील मुख्यालय में अष्टप्रहरी आयोजन समिति द्वारा आयोजित 24 घंटे अष्ट प्रहरी अखंड कीर्तन का धूमधाम से शनिवार को समापन हुआ।शिव मंदिर मंदिर प्रांगण में आयोजित 24 घंटे अष्ट प्रहरी हरी नाम यज्ञ अखंड कीर्तन कार्यक्रम में मुख्य रूप से कलश यात्रा में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदेव साय की धर्मपत्नी कौशल्या देवी तथा कार्यक्रम के दौरान सांसद गोमती साय,विजय आदित्य सिंह जूदेव, डीडीसी आरती सिंह शामिल हुई।इस कार्यक्रम का शनिवार को दधी भंजन,नगर भ्रमण के साथ धूमधाम से संपन्न हुआ।तीन दिन तक अखंड कीर्तन के आयोजन से समूचा क्षेत्र के भक्त गण” हरे कृष्ण हरे राम” के नाम से भक्ति भाव में सराबोर रहे, वही तीन दिन तक भक्त गण कार्यक्रम स्थल में डेरा डाले रहे एवं हरे कृष्ण हरे राम नाम का जाप करते रहे।शनिवार की सुबह नगरवासी महाआरती के बाद राम नाम यज्ञ का वैदिक उच्चारण के साथ मंतरुचारणं पश्चात विधि विधान से पूजा सम्पन्न के बाद अखंड कीर्तन का समापन हुआ। नाम यज्ञ समापन के बाद कीर्तन मण्डली रंग गुलाल के साथ पूरे नगर में भ्रमण कर नृत्य के साथ एक दूसरे को रंग गुलाल लगाकर मृदिंग की थाप से समाज के लोगों द्वारा पारम्परिक वेषभूसा धारण कर भक्त नाचने गाने लगे, इस अवसर पर बड़ी संख्या में महिलाए भी शामिल हुए। नगर भ्रमण ने दौरान सभी नगर वासी भगवान जी का पग धोकर पूजा अर्चना कर आशिर्वाद लिए।नगर भ्रमण के बाद कार्यक्रम स्थल में मटकी फोड़ दधि भंजन का कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें युवा वर्ग के लोंगो में भारी उत्साह देखा गया,सभी एक दूसरे के ऊपर चढ़ कर मटकी को फोड़ने लगे।मटकी फोड़ के बाद सभी महिलाएं एवं पुरुष एक साथ बैठकर मन्त्र उधाारण के बाद महाप्रसाद ग्रहण किये।
*अष्ट प्रहरी अखंड कीर्तन के आयोजन में प्रदेश सहित ओडिशा झारखंड राज्य के मंडली हुए शामिल*
अष्ट प्रहरी अखंड कीर्तन आयोजन समिति द्वारा आयोजित इस अखंड कीर्तन कार्यक्रम में प्रदेश सहित अन्य राज्य के भी कीर्तन मंडली शामिल होकर शानदार प्रस्तुति दी गई।24 घंटे तक हरे कृष्ण हरे राम नाम की जाप जपते थे,जिससे समूचा क्षेत्र भक्तिमय वातावरण का माहौल बना रहा।शुक्रवार को हरी नाम यज्ञ का मंत्रोच्चारण गांव के ही कीर्तन मंडली द्वारा प्रस्तुति दी गई,इसके बाद बारी बारी से अलग अलग मंडली द्वारा अनेक वेशभूषा धारण कर मनमोहक प्रस्तुति दी गई,जिससे उपस्थित दर्शक कार्यक्रम स्थल में डटे रहे।इस धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आसपास के दर्जनों गांव के हजारों श्रद्धालु शामिल होकर पूजा अर्चना करते हुए शाम को महाआरती में शामिल हुए।