जशपुरनगर:- पूर्व मंत्री गणेश राम भगत किसी परिचय के मोहताज नहीं है देश भर में आदिवासी समाज के अंदर उनकी मजबूत पैंठ है ,भारतीय जनता पार्टी में पिछले 45 वर्षों से निरंतर कार्यरत हैं और मध्यप्रदेश में संसदीय सचिव और छत्तीसगढ़ सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में बेदाग क्षवि के साथ उन्होंने काम किया है ।भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य के साथ साथ अखिल भारतीय जनजाति सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय संयोजक के दायित्व का पिछले पांच वर्षों से बखूबी निर्वहन कर रहे हैं उनके नेतृत्व में न केवल जशपुर में बल्कि देश के अन्य राज्यों में लाखों की संख्या में आदिवासी समाज सड़कों पर उतरकर डिलिस्टिंग आंदोलन चला रहा है ।भारतीय जनता पार्टी के ऐसे निष्ठावान वरिष्ठ कार्यकर्ता के नाम पर बगैर किसी आधार के inh न्यूज के सम्पादक हिमांशु द्विवेदी के द्वारा अनर्गल टिप्पणी करने पर न केवल गणेश राम भगत बल्कि उनके लाखों समर्थक भड़क गए हैं और इस घटना को श्री भगत की क्षवि खराब करने का राजनीतिक षड्यंत्र मान रहे हैं।इसी का परिणाम है कि श्री भगत ने उक्त फर्जी विश्लेषण के प्रसारित होने के मात्र आधे घण्टे के अंदर ईमेल और वाट्सप से हिमाशु द्विवेदी को अपने लीगल एडवाइजर के माध्यम से लीगल नोटिस भिजवाया है ।
पढ़िए लीगल नोटिस में क्या लिखा है —-
 
 

