जशपुर/सन्ना:- बड़ी खबर जशपुर जिले के बगीचा ब्लॉक के सन्ना तहसील अंतर्गत छिछली(अ) से निकल कर आ रही है। जहां बताया जा रहा है कि सरपंच पति और दबंगो के आह्वान पर ग्रामीणों ने एक गरीब के मकान को तोड़ दिया है। वहां मौजूद महिला के साथ भी बदसुलूकी की गई है।दबंगो ने पहले महिला को घर से घसीटते हुए बाहर निकाला और फिर महीनों पहले बने मकान को तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि गांव के सरपंच पति अनिमा मिंज ने ग्रामीणों को पहले भड़काया और फिर मौके पर खुद खड़े हो कर एक गरीब परिवार के मकान को तोड़ दिया। जबकि वहां मौजूद पीड़ित पक्ष बार-बार घर नहीं तोड़ने की मिन्नत करता रहा, परन्तु दबंगो की दबंगई के सामने सब नेस्तानाबूत हो गया और फिर एक गरीब का घर उजड़ गया।
छिछली (अ) निवासी शिबो और उसकी पत्नी रीझो बाई का कहना है कि उन्होंने चार महीने पहले यहाँ रहने के लिए घर बनवाया था। घर पूरी तरह बनने के बाद गुरुवार को जब वे रीति-रिवाज के साथ गृह प्रवेश कर रहे थे, तभी गाँव के सरपंच पति अनिमा मिंज और कुछ दबंगों की अगुवाई में गांव के ढेर सारे लोग इकट्ठे हो गए। उन्होंनेघर को पूरी तरह तोड़ दिया। पीड़ित परिवार ने बताया कि इस मकान को लेकर न तो पंचायत की ओर से कोई नोटिस दी गई थी और न ही राजस्व विभाग से। बल्कि सरपंच पति की अगुवाई में सीधे गाँव के लोग आए और घर को तोड़ना शुरु कर दिया। इस दौरान महिला रीझो बाई से कुछ लोगो ने बदसलूकी भी की। दबंग ग्रामीणों ने महिला को घर से बाहर घसीटते घर को तोड़ना शुरु कर दिया।
वहीं पीड़ित परिवार का कहना है कि अगर गाँव के लोगों को घर को लेकर आपत्ति थी, तो उन्हें बनने से पहले ही आपत्ति दर्ज कराना था। लेकिन उस समय किसी ने आपत्ति दर्ज नहीं किया और जब वह घर मे प्रवेश कर रहे थे तो अचानक गाँव वालों ने अपनी दबंगई दिखाते हुए हमारे सालों की कमाई को मिनटों में बर्बाद कर दिया।
हमने जब इस मामले में दूसरे पक्ष से बात की तो उनका कहना था कि निस्तार की जमीन में रातों-रात पीड़ित पक्ष के द्वारा घर बना लिया गया था और गृह प्रवेश दूसरे गाँव का एक परिवार कर रहा था।जिसको लेकर ग्रामीणों की आपत्ति थी और फिर ग्रामीणों ने घर तोड़ दिया।
वहीं इस घटना के विषय मे जब हमने सन्ना तहसीलदार सुनील गुप्ता से बात की तो उन्होंने बताया कि घटना की सूचना खुद ही तोड़ने वालों ने मकान तोड़ने के बाद तहसील कार्यालय में आ कर दिया है। जिसके बाद पीड़ित पक्ष ने भी इस मामले की शिकायत हमारे पास की है।हालांकि नियम विरुद्ध रूप से कुछ लोगों ने मकान को तोड़ा है, जो गलत है।जिसकी जांच के आदेश भी हमने पुलिस को दे दिया है।गलत करने वालों पर कार्रवाई करने की बात भी तहसीलदार ने कही है।
बहरहाल, कारण जो भी परन्तु सन्ना तहसील कार्यालय क्षेत्र में आये दिन इस तरह दबंगो की दबंगई के सामने शासन-प्रशासन भी नतमस्तक होते दिख रहा है। फिर भी इन दबंगों पर कोई बड़ी कार्रवाई नहीं होते दिखती है। पूर्व में भी सन्ना क्षेत्र में ही एक गरीब का मकान को दबंगो के द्वारा तोड़ने की खबर हमने ग्राउंड जीरो न्यूज में प्राथमिकता से उठाया था। वहीं अगर शासकीय जमीन और निस्तारी भूमि पर कब्जा करने की बात प्रशासन और राजस्व विभाग करे, तो उन्हें जानकारी होना चाहिए कि सन्ना जैसे तहसील मुख्यालय में भी सैकड़ों लोगों ने निस्तारी तालाब, गोठान की भूमि,बड़े झाड़-छोटे झाड़ की शासकीय भूमि पर भी कई दबंग किस्म के लोग अवैध कब्जा किए हुए हैं और उनके ख़िलाफ़ कभी बेदख़ली की कार्रवाई नहीं होती है। जिससे ऐसे लोगों के हौसले बुलंद हैं।