Jashpur
*big breaking:- इस नामी स्कूल के महिला प्राचार्य पर एक बार फिर लगा धार्मिक भेदभाव करने का गम्भीर आरोप, इसी रवैये से प्रताड़ित हो कर एक शिक्षिका ने दिया त्याग पत्र, वहीं कई बच्चों के परिजनों ने निकाल लिया टी.सी, पूर्व में भी प्राचार्य पर बच्चों का धर्मांतरण कराने का लग चुका है गम्भीर आरोप, तात्कालिक विधायक बैठ चुके हैं धरने पर, क्षेत्र में फैली सनसनी, फिर हो सकता है बड़ा आन्दोलन, ट्राईबल विभाग की इज्जत तार तार….. देखिये वीडियो और पढिये पूरी खबर क्या है पुरा मामला*
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1 year agoon
जशपुरनगर:- जशपुर जिले के ट्राईबल विभाग से एक बार फिर चौंका देने वाला गम्भीर मामला सामने आया है जिसने विभाग की इज्ज़त तार-तार करके रख दिया है।बताया जा रहा है कि जिले के नामचीन स्कूलों में गिनती आने वाले एकलब्य आदर्श आवासीय विद्यालय सन्ना के प्राचार्य अंजना तिर्की पर धार्मिक भेदभाव, प्रताड़ना,धर्मांतरण जैसे कई गम्भीर आरोप हिन्दू संगठन के द्वारा लगाए गये हैं जिसकी शिकायत जिले के कलेक्टर से किया गया है।
आपको बता दें कि जिले के सन्ना में एक मात्र बालिकाओं के लिए एकलव्य आदर्श आवासीय कन्या परिसर विद्यालय स्थित है जो कि आये दिन अपने नये-नये विवादों के लिए जाना जाता है। इन दिनों यहां की अंजना तिर्की नामक शिक्षिका प्राचार्या के पद पर बैठी हैं।बताया जा रहा है कि इस प्राचार्या पर धार्मिक भेदभाव रवैये से पूरे क्षेत्र में चर्चा का बाजार गर्म है।अंदर ही अंदर अब हिन्दू संगठनों के द्वारा एक बड़े आंदोलन की तैयारी भी शुरू हो गयी है।बता दें कि विश्व हिंदू परिषद के प्रमुख मधुसूदन भगत के द्वारा बीते दिन कलेक्टर जशपुर के नाम पर एक लिखित शिकायत दिया गया है जिसमें एकलव्य विद्यालय के प्राचार्य अंजना तिर्की पर शिक्षकों के अलावा बच्चों पर भी धार्मिक भेदभाव करने का गम्भीर आरोप लगाया गया है।शिकायत में यह भी लिखा गया है कि प्राचार्या के द्वारा बच्चों को उनके परिजनों के जाने पर भी रक्षा-बंधन, सरस्वती-पूजा जैसे पर्व नहीं मनाने दिया जाता है और उनके साथ आये दिन कुछ ना कुछ धार्मिक भेदभाव किया जाता है।उन्होंने आगे यह भी लिखा है की प्राचार्या अंजना तिर्की के द्वारा शिक्षकों के साथ भी काफी बुरा और धार्मिक भेदभाव किया जाता है जिसके खिलाफ विद्यालय की एक शिक्षिका ने जिले के आला अधिकारियों सहित महिला आयोग में भी शिकायत कर चुकी है जिस पर कोई कार्यवाही नही होने और प्राचार्या द्वारा लागातार प्रताड़ित करने पर शिक्षिका के द्वारा त्याग-पत्र देने को मजबूर हो गई है। इस मामले में सबसे बड़ी बात यह बताई जा रही है प्राचार्या अंजना तिर्की के द्वारा 2012 में सन्ना एकलव्य विद्यालय के छात्रावास में इसाई धर्म के प्रचारक फादर को बुला कर हिन्दू बच्चों को रोजरी , बाईबल आदि बंटवा कर हिन्दू बच्चों को धर्मांतरण के लिए उकसाने का गम्भीर आरोप लगा था । बच्चों के अलावा शिक्षकों ने भी खुल कर इसका विरोध किया था जिसके बाद माहौल इतना गर्म हो गया था कि तात्कालिक विधायक जागेश्वर राम भगत को खुद सन्ना में धरने में बैठना पड़ा था। जिसके बाद प्राचार्य को आनन-फानन में सन्ना एकलव्य विद्यालय से हटा कर शासकीय हाई स्कूल सराईपानी कर दिया गया था लेकिन जांच के नाम पर केवल मामले की लीपापोती करते हुए कोई बड़ी कार्यवाही नही की गई।परिवीक्षा अवधि में रहते इतने गंभीर आरोपी पर बर्खास्तगी की कार्यवाही करनी चाहिए। हिन्दू संगठन के द्वारा लागातार बीच-बीच में मामले की जांच और ठोस कार्यवाही करते हुवे एफ.आई.आर. करने की मांग किया जाता रहा है।वहीं अब पुनः दस वर्षों बाद सन्ना एकलव्य विद्यालय पहुंच कर अंजना तिर्की प्राचार्य के द्वारा एक बार फिर से वही रवैया और बच्चों के अलावा शिक्षकों के साथ भी धार्मिक भेदभाव किया जा रहा है।जिसकी जांच और पूर्व में हुए घटना पर कार्यवाही की मांग किया जा रहा है।
इस मामले में सन्ना एकलव्य विद्यालय के कुछ शिक्षक भी प्राचार्य अंजना तिर्की के खिलाफ अपना नाम नहीं उजागर करने की शर्त पर दबे जुबान इन पर लगे आरोपों को सही बता रहे हैं और कुछ शिक्षक तो यह भी कह रहे हैं कि वो भी हिन्दू धर्म के हैं इस कारण अंदर ही अंदर बहुत प्रताड़ित हो रहे हैं उन्होंने हमसे बात करते हुए यहां तक कहा कि बड़े-बड़े अधिकारी प्राचार्य अंजना तिर्की को संरक्षण दे रहे हैं और भरी हॉल में उनसे सवाल किया जाता है परन्तु कार्यवाही नहीं होगी और फिर यहीं रह कर प्राचार्य के द्वारा हमे और पड़तारित किया जायेगा इसी डर से उनके द्वारा खुलकर कुछ भी कहने से वो बच रहें हैं।हालांकि शिक्षको का यह भी कहना है कि अगर उनसे अकेले -अकेले बन्द कमरे में उनका राय जाना जायेगा तो सब कुछ सच सच बता देंगे।
हालांकि अब जानकारी मिल रही है कि इस प्राचार्य के खिलाफ विश्व हिंदू परिषद,बजरंग दल के अलावा अन्य हिन्दू संगठनों के द्वारा भी कमर कस लिया गया है और अंदर ही अंदर पाठ क्षेत्र में बड़ी आंदोलन की तैयारी शुरू कर दी गयी है।
*हालांकि इस पूरे मामले में प्राचार्य अंजना तिर्की का कहना है कि उनके द्वारा ऐसा कुछ भी नही किया गया है आरोप पूरी तरह निराधार है।उनका कहना है कि उन पर आरोप क्यों लगाई जा रही है यह वो नही जानती है।*