Jashpur
*बिग ब्रेकिंग:- अखिल भारतीय जनजाति सुरक्षा मंच के नेतृत्व में सन्ना में करलू कोरवा को उसकी जमीन वापस दिलाने एवम सन्ना में अपेक्स बैंक खोलने तथा अन्य विषयों को लेकर हुआ आंदोलन, सभा को संबोधित करते हुए मंच के राष्ट्रीय संयोजक ने प्रशासन को दिया अल्टीमेटम……15दिवस में यदि……….पढ़िए पूरी खबर*
Published
10 months agoon
जशपुरनगर। रविवार को अखिल भारतीय जनजाति सुरक्षा मंच के नेतृत्व में सन्ना में स्थानीय मुद्दों को लेकर आंदोलन हुआ ,दोपहर 2 बजे सन्ना के बाजार डांड से रैली निकाली गई जो बस स्टेंड पहुंचकर सभा के रूप में तब्दील हो गई सभा को संबोधित करते हुए मंच के राष्ट्रीय संयोजक एवम भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री गणेश राम भगत ने कहा कि लोकतंत्र में जनता का स्थान सबसे ऊंचा होता है और जनता की सेवा के लिए ही सरकार और प्रशासन बनाए जाते हैं लेकिन सन्ना क्षेत्र में लगातार जनता की उपेक्षा की जा रही है , जहां की जनता उपेक्षित होती है वहां नक्सलवादियों की घुसपैठ होती है उन्होंने कहा कि कभी सन्ना क्षेत्र नक्सलवाद के चपेट में था यहां के स्थानीय बाजार समय से पहले बंद कर दिए जाते थे ,लोगों को नक्सली उठाकर ले जाते थे और प्रताड़ित करते थे उस समय कठोर संघर्ष करके क्षेत्र को नक्सल मुक्त किया गया लेकिन स्थानीय प्रशासन फिर से ऐसी परिस्थिति निर्मित करने का प्रयास कर रहा है, लोगों के जीवन रक्षा के लिए बनाए गए रोजगार गारंटी योजना की मजदूरी तक का भुगतान छः माह से नहीं किया गया है गरीब भूखे मरने के कगार पर हैं । राजस्व न्यायालयों के चक्कर लगाते लोग प्रताड़ित हो रहे हैं जिले में आदिवासियों के जमीन की रक्षा के लिए बनाया गया कानून का पालन नही। हो रहा है ग्राम खेड़ार के करलू कोरवा की जमीन पर मिशन संस्था के द्वारा अवैध कब्जा किया गया है जिसे हटाने का आदेश हो चुका है लेकिन स्थानीय राजस्व अधिकारियों के द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है उन्होंने कहा कि जशपुर पांचवी अनुसूची का जिला है इसलिए यहां अनुभवी एवम वरिष्ठ अधिकारियों की पदस्थापना की जानी चाहिए उन्होंने प्रशासन को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि 15 दिन के अंदर यदि गरीबों को मजदूरी भुगतान नहीं हुआ और करलू कोरवा की जमीन पर कब्जा नहीं दिलाया गया तो तहसील कार्यालय का घेराव किया जाएगा ।
सभा को संबोधित करते हुए मंच के विधिक सलाहकार एवम अधिवक्ता रामप्रकाश पाण्डेय ने कहा कि जब तक जल जंगल जमीन सुरक्षित हैं तब तक आदिवासी सुरक्षित हैं इसलिए सबको मिलकर जशपुर के जंगलों को बचाना होगा ,धारा 170 (ख) का कानून खाद्य सुरक्षा के लिए बनाया गया है इसके पीछे संविधान निर्माताओं की मंशा है की जब तक कृषि भूमि आदिवासियों के पास रहेगा तब तक उसमें खेती की जायेगी जैसे ही जमीन किसी अन्य व्यक्ति के पास जाता है उस जमीन के स्वरूप बदल जाता है और यदि ऐसा होता रहा तो एक दिन दुनिया के सामने भोजन का संकट उत्पन्न हो जायेगा उन्होंने कहा कि सुई से हवाई जहाज फेक्ट्री में बनाया जा सकता है लेकिन अनाज पैदा करने वाली कोई मशीन नहीं बनी है दुनिया चाहे जितना विकास कर ले अनाज धरती से ही उगाया जायेगा किसी फैक्ट्री में धान ,गेंहू ,चना पैदा नहीं किया जा सकता है इसलिए आदिवासियों की कृषि भूमि का संरक्षण किया जाना चहिए ।
सभा को मंच के संरक्षक राजकुमार गुप्ता ने संबोधित करते हुए कहा की सन्ना के किसानों को धान का पैसा लेने के लिए अपेक्स बैंक जशपुर जाना पड़ता है और दूर से लोगों को धान बेचने सन्ना आना पड़ता है इसलिए सन्ना में अपेक्स बैंक की शाखा और चम्पा में मंडी खोला जाना चाहिए,जिला अध्यक्ष नयु राम उपाध्यक्ष चंद्रदेव ग्वाला ,धर्म जागरण के विभाग संगठन मंत्री दीपक सहित करलू कोरवा ने भी अपनी जमीन वापस दिलाने की मांग मंच से किया ।सभा का संचालन राकेश गुप्ता ने किया ।सभा के पश्चात सन्ना तहसीलदार को महामहिम राज्यपाल के नाम से ज्ञापन सौंपा गया ।