Jashpur
*Big breking:- देखिए एक्सक्लूसिव वीडियो, हॉस्टल अधीक्षिका पर मारपीट का आरोप, पीड़ित महिला रसोइया ने एसपी व कलेक्टर से लगाई न्याय की गुहार, इधर अधीक्षिका ने बताई ये कहानी…पढ़िए पूरी ख़बर*
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2 years agoon
जशपुर/सन्ना:-शिक्षा विभाग को एक बार फिर तार तार कर देने वाली बड़ी खबर निकल कर आ रही है।जहां होस्टल अधीक्षिका के दादागिरी रवैये और पहाड़ी कोरवा महिला रसोइया के साथ शराब के नशे में धुत हो कर हुए मारपीट और ज्यादती का गम्भीर मामला निकल कर सामने आया है।पहाड़ी कोरवा महिला रसोइया के द्वारा कलेक्टर और पुलिस अधिक्षक से की गई लिखित शिकायत ने शिक्षा विभाग की पोल खोल कर रख दिया है।शासकीय स्कूलों और कन्या छात्रावास के अंदर इस तरह के कृत्य ने जिला प्रशासन को एक बार पुनः कटघरे में खड़ा कर दिया है।हालांकि इस मामले में होस्टल की अधीक्षिका अगल ही दलील पेश कर रही है।
हम बात कर रहे हैं जशपुर जिले के बगीचा ब्लाक अंतर्गत सुदूर अंचल सन्ना की जहां प्रीमेट्रिक कन्या छात्रावास सन्ना की अधीक्षिका फुलजेन्सिया केरकेट्टा के द्वारा उसी होस्टल में पदस्थ पहाड़ी कोरवा महिला रसोईया पुटी बाई के साथ शराब के नशे में धुत हो कर अधीक्षिका के द्वारा चोरनी कहते हुए रसोइया को गन्दी गन्दी गाली गलौज करते हुए जानलेवा हमला और मारपीट करने की गम्भीर आरोप लगाते हुए महिला रसोइया ने कलेक्टर जशपुर और पुलिस अधीक्षक से लिखित शिकायत किया है।बताया जा रहा है कि पीड़ित पहाड़ी कोरवा महिला रसोइया मामले को लेकर थाना सन्ना में भी आवेदन दिया है परन्तु अधीक्षिका का इस तरह दबाव है कि थाना में भी इस मामले को लेकर अब तक कोई कानूनी कार्यवाही नही की गई है।कलेक्टर और जिले के पुलिस अधीक्षक को दिए गए आवेदन में रसोइया ने लिखा है कि….
*हालांकि इस पूरे मामले में प्रीमेट्रिक कन्या छात्रावास सन्ना की अधीक्षिका फुलजेंसिया केरकेट्टा ने बताया की उन पर लगाये गए सारे आरोप झूठा है,उन्होंने दलील देते हुए कहा कि रसोइया के द्वारा होस्टल का साइन बोर्ड वगैरा बिना कहे पूछे बेच दी जाती थी जिसके बारे में उनके द्वारा पूछने मात्र से शराब के नशे में रहने वाली रसोइया बचने के वजह से मुझ पर झूठा आरोप लगा रही है।*
इस पूरे मामले में रसोइया और अधीक्षिका दोनों ही एक दूसरे पर गम्भीर गम्भीर आरोप लगा रहे हैं।दोनों ही होस्टल के अंदर शराब पीने की बातें एक दूसरे पर कर रहे हैं।मामले बहरहाल कारण जो भी हो पर कन्या होस्टल में सैकड़ों की संख्या में बच्चियां पढ़ाई करने के उद्देश्य से रहतीं और इस तरह के कृत्य होस्टल के अंदर होने से बच्चियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा..?और इतने बड़े मामले में आखिर कब तक प्रशासन जागेगी और कानूनी कार्यवाही करेगी..?इस मामले में जब हमने थाना प्रभारी से पूछा तो उन्होंने कुछ भी कहने से सीधा मना कर दिया।