Chhattisgarh
*breaking jashpur:- छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में हुई एसीबीशर्मसार करने वाली घटना,प्रशासन की कार्रवाई से असंतुष्ट सांसद ने मामले में की यह मांग……*
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2 years agoon
जशपुरनगर। (सोनू जायसवाल की रिपोर्ट) शहर के रणजीता स्टेडियम में चल रहे छत्तीसगढ़िया ओलंपिक बड़े विवाद में घिर गया है। शहर से लगभग 10 किलोमीटर दूर,ग्राम पंचायत सोगड़ा में स्थित भैरव पहाड़ में,इस खेल में शामिल होने के लिए आई युवतियों के साथ दो पंचायत सचिवों की शराब पीते हुए तस्वीर,इंटरनेट मिडिया में प्रसारित होने से,प्रशासनिक अधिकारी सकते हैं। प्रसारित फोटो के मामले में कार्रवाई करते हुए,जिला पंचायत जशपुर के सीईओ जितेन्द्र यादव ने दो ग्राम पंचायत सचिवों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। वहीं,इस पूरे मामले को शर्मनाक और निंदनीय बताते हुए सांसद श्रीमती गोमती साय ने पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। दरअसल,यह पूरा विवाद शुक्रवार की है। बताया जा रहा है कि जिले के बगीचा ब्लाक के गांवों से छत्तीसगढ़िया ओलंपिक प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए महिला प्रतिभागियों को आयोजन स्थल तक सुरक्षित पहुंचाने की जिम्मेदारी दो पंचायत सचिव श्रवण यादव और मंतू राम भगत को दी गई थी। लेकिन,पंचायत सचिवों ने मामले में घोर लापरवाही बरतते हुए,खिलाड़ियों को आयोजन स्थल लाने की बजाय,मनोरा ब्लाक के ग्राम पंचायत सोगड़ा में स्थित प्रसिद्व धार्मिक पर्यटन स्थल भैरव पहाड़ ले गए। यहां उन्होनें महिला खिलाड़ियों के साथ जमकर शराब की बोतलें छलकाएं। यह पूरा मामला,उस समय उजागर हुआ जब,एक साथ इतनी महिलाओं को घने जंगल में जाते हुए देख कर,स्थानीय ग्रामवासियों ने पूरे मामले की जानकारी ली। पहाड़ के उपर का दृश्य देख कर,ग्रामवासियों में नाराजगी व्याप्त हो गई। यहां,महिलाओं के सामने ही कुछ लोग शराब पी रहे थे। ग्रामवासियों ने सभी को जंगल से निकाल कर बस्ती ले आएं। मामला,इंटरनेट मिडिया में प्रसारित होते ही अधिकारी हरकत में आएं। कलेक्टर डा रवि मित्तल के निर्देश पर जिला पंचायत के सीईओ जितेन्द्र यादव ने ग्राम पंचायत सचिव मंतु राम और श्रवण यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इधर,यह पूरा मामला अब राजनीतिक रंग भी लेने लगा है। रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र की सांसद श्रीमती गोमती साय ने इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। उन्होनें कहा कि महिला खिलाड़ियों को सुरक्षित आयोजन स्थल तक पहुंचाने की व्यवस्था करने में प्रशासन पूरी तरह से नाकाम साबित हुआ है। उन्होनें कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार,सस्ती लोकप्रियता बटोरने के लिए महिलाओं की अस्मिता और खिलाड़ियों के जान को दांव में लगा रही है। जशपुर और रायगढ़ जिले में इस आयोजन में दो खिलाड़ियों की जान जा चुकी है। लगातार हो रही इन घटनाओं से जाहिर है कि ओलंपिक के नाम पर आयोजित हो रहे इस आयोजन की सरकार ने तैयारी ही नहीं की है। लोकप्रियता बटोरने के लिए आनन फानन में इसे आयोजित किया जा रहा है।