Jashpur
*@ब्रेकिंग:-भाजपा नेता के भतीजे नितिन राय की टिप्पणी से आदिवासी समाज में नाराजगी,गणेशराम भगत के आंसू पर शुरू हुई राजनीती,आगामी विधानसभा चुनाव पर पड़ सकता है भाजपा नेता के भतीजे की टिप्पणी का नकारात्मक असर*
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1 year agoon
जशपुर- जशपुर जिले में इन दिनों टिकट वितरण के बाद भाजपा में सब कुछ ठीक ठाक नहीं चल रहा है। टिकट वितरण के बाद जनजातीय सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व मंत्री गणेशराम भगत का रोते हुए वीडियो सामने आया जिसमें वो रोते हुए कह रहे हैं की जशपुर अब गया।इस वीडियो के सामने आने के बाद आदिवासी समाज के साथ जिले के हर वर्ग में प्रत्याशी चयन को लेकर चर्चा जोरों पर है। जनजातिय सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय संयोजक गणेश राम भगत के रोते हुए वीडियो से राजनैतिक गलियारों में हलचल तो है लेकिन जिले के भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ सभ्य समाज के हर वर्गों के लोग इस वीडियो को देखकर भावुक हो रहे हैं।इस वीडियो को लेकर भाजपा नेता कृष्ण कुमार राय के भतीजे नितिन राय के द्वारा सवाल खड़े किए जाने पर जनजातीय समाज मे आक्रोश देखा जा रहा है।भाजपा नेता के भतीजे नितिन राय ने सोसल मीडिया में पूर्व मंत्री गणेश राम भगत के इस वीडियो पर सवाल खड़े करते हुए कहा की यह वीडियो 6 महीने पुराना है।
आज सुबह भाजपा समेत कई सामाजिक राजनैतिक वॉट्स एप ग्रुपो में पूर्व मंत्री के इस वीडियो पर सवाल खड़े करते हुए भाजपा नेता के भतीजे ने लिखा कि यह वीडियो 6 महीने पुराना है यह अभी का वीडियो नही है।इस टिप्पणी के बाद भाजपा समेत जनजाति सुरक्षा मंच के कार्यकर्ताओं में नाराजगी देखी जा रही है।गणेशराम भगत के समर्थकों द्वारा बताया गया कि टिकट वितरण के बाद जिले भर के कार्यकर्ता उनके जशपुर के बांकीटोली स्थित आवास में जुटे थे।इस दौरान टिकट नहीं मिलने पर कई महिला पुरुष कार्यकर्ता भावुक थे और उन्हीं को देखकर अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के दौरान गणेशराम भगत भी भावुक हो गए।अब इस वीडियो पर सवाल खड़े करने के बाद जनजातीय समाज में खासी नाराजगी है
इस मामले में जनजातिय सुरक्षा मंच के महिला ब्रिगेड की प्रमुख कार्यकर्ता करुणा भगत ने कहा कि भाजपा नेता के भतीजे नितिन राय ने वरिष्ठ आदिवासी नेता के आंसुओं का अपमान करके देश के 12 करोड़ वनवासियों का अपमान किया है जिनकी लड़ाई गणेशराम भगत लड़ रहे हैं।
आपको बता दें कि जशपुर विधानसभा सीट से पूर्व मंत्री गणेशराम भगत भी दावेदारी कर रहे थे लेकिन उनको टिकट न देकर जिला पंचायत अध्यक्ष रायमुनी भगत को भाजपा ने अपना प्रत्याशी घोषित किया है जिसके बाद से गणेशराम भगत के समर्थकों के बीच खासी नाराजगी देखी जा रही है।जिले की तीनो विधानसभा सीटों पर गणेश राम भगत के हजारों कार्यकर्ता सक्रिय रूप से सामाजिक राजनैतिक कार्यों में सहभागिता निभाते अक्सर नजर आते हैं।अब ये नाराजगी कितना असर डालती है ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा।लेकिन अभी तक पूर्व मंत्री गणेशराम भगत ने आगामी रुख को लेकर अपने पत्ते नहीं खोले हैं और गणेशराम भगत बिल्कुल शांत हैं और उनके तरफ से टिकट वितरण को लेकर किसी तरह की कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।ऐसे में लोगो के बीच यह चर्चा का विषय जरूर है की ये कहीं तूफान से पहले वाली शान्ति तो नहीं।