जशपुरनगर :- जशपुर जिले के नवीन तहसील सन्ना क्षेत्र से बड़ी खबर निकल कर आ रही है। बताया जा रहा है कि सन्ना में बना शासकीय भवन शिक्षकों के क्वाटर का ताला तोड़ कर प्रदीप नारायण सिंह ने पहले आ अवैधानिक रूप से अपने कब्जा में किया और फिर उसे साढ़े चार लाख रुपये में सौदा करके बेच दिया है। यह पूरा मामला उजागर तब हुआ जब आदिम जाति शिक्षा विभाग के शा.उ.मा.विद्यालय सन्ना के प्राचार्य ने तहसील में ताला तोड़ कर कब्जा की सूचना के साथ साथ सीमांकन के लिए आवेदन लगाया।
प्राचार्य ने दिवान पर गम्भीर आरोप लगाते हुए आवेदन में उल्लेख किया है कि ग्राम सन्ना में स्थित भूमि आदिम जाति कल्याण विभाग के नाम से खसरा नम्बर 726/1 रकबा 0.1080 हेक्टेयर भूमि के अंतर्गत शिक्षक कॉलोनी निवास गृह को ताला तोड़ कर कब्जा किया गया है।उक्त भूमि आदिम जाति विभाग के नाम से है एवं उस भूमि पर प्रा.शा. सन्ना, पूर्व.मा.शा.सन्ना, पूर्व. मा.शा.कन्या सन्ना एवं राजीव गांधी कन्या आश्रम सन्ना और प्री.पोस्ट बालिका छात्रावास एवं शासकीय शिक्षक कालोनी स्थित है । उसी भूमि के बगल में 725/1 प्रदीप नारायण सिंह की भूमि स्थित है । एवं प्रदीप नारायण सिंह के द्वारा शिक्षक कालोनी का एक शासकीय निवास गृह को ताला तोडकर कब्जा किया गया है एवं कथित तौर पर किनारे की भूमि बिक्री करने की सूचना प्राप्त हो रही है । उक्त भूमि आदिम जाति विभाग के नाम से ख.नं 0726 / 1 रकबा 2.108 हेतु भूमि राजस्व अभिलेख में दर्ज है। जिसका सीमांकन किया जाना चाहिये।
वहीं इस आवेदन के बाद तहसीलदार सन्ना के द्वारा पूर्व में ही 14/07/2021 को सीमांकन के लिए आदेश जारी किया गया था। वहीं पुनः 08/12/2021 को सीमांकन के लिये आदेश जारी किया गया है। जिस आदेश में भी शासकीय भूमि पर प्रदीप नारायण सिंह के द्वारा कब्जा करने और शासकीय भूमि की बिक्री करने का जिक्र किया गया है। बड़ी बात छन कर सामने यह भी आई है कि इन सब घटनाक्रम की जानकारी थाना सन्ना में भी शा.उ.मा.विद्यालय सन्ना प्राचार्य के द्वारा दी जा चुकी है।
वही इस पूरे मामले की जानकारी लगने पर हमारे द्वारा जब उस शासकीय कॉलोनी में जा कर देखा तो भवन में एक बबन गुप्ता नामक परिवार रह रहा था जहां हमने जब उनसे शासकीय भवन में कब्जा के विषय पर सवाल किया तो उसने साफ साफ कहा कि हमने कोई कब्जा नही किया है। उसने आगे बताया कि उसके द्वारा भवन को प्रदीप नारायण सिंह से खरीदा गया है जिसे प्रदीप नारायण सिंह ने अपना जमीन और अपना भवन बता कर उससे एक लाख रुपये भी ले लिया है और पूरे भवन का सौदा साढ़े चार लाख रुपये में हुई थी।बाकी के पैसों को क़िस्त में देने की बात हुई है।
वहीं इस पूरे मामले में जब हमारे द्वारा सन्ना तहसीलदार सुनील गुप्ता से जानकारी लिया तो उन्होंने बताया कि स्कूल के प्राचार्य द्वारा आवेदन पेश किया गया है जिसमें उनके द्वारा बताया गया है कि प्रदीप नारायण सिंह के द्वारा उनके क्वाटर में कब्जा किया गया है। इस मामले में जांच चल रही है।