Connect with us
ad

Uncategorized

*छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना मध्य प्रदेश राज्य गठन के 44 साल बाद किया गया। जानिए कैसे हुई छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना और क्या है छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के पीछे का इतिहास, हमारा राज्य विविध संस्कृति का प्रदेश, हमारे विद्यार्थी ही असली छत्तीसगढ़िया: गुप्ता, स्वामी आत्मानंद विद्यालय जशपुर में सांस्कृतिक प्रस्तुति के साथ जीवंत हुआ इतिहास…….*

Published

on

जशपुरनगर :- जशपुर नगर में संचालित स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय में दिनांक 30/10/ 2021 को राज्योत्सव विद्यालय स्तर मनाया गया । इस अवसर पर विद्यालय में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए जिसमें प्राइमरी सेक्शन से लेकर के हायर सेकेंडरी तक के विद्यार्थियों ने मनमोहक कार्यक्रम प्रस्तुत कर छत्तीसगढ़िया संस्कृति ,परिधान एंव यहां के रीति रिवाज की झलक को दिखाया।
कार्यक्रम सुबह 9:30 से शुरू हुआ। जिसमें कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के प्राचार्य विनोद गुप्ता ने किया। कार्यक्रम की शुरुवात छत्तीसगढ़ महतारी एंव मां शारदा के प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन विद्यालय के प्राचार्य , प्रधान पाठक श्रीमती रोहिणी सिन्हा, सुश्री स्मृति कुजूर के द्वारा किया गया,जिसमें विद्यालय के संस्कृत व्यख्याता विकास कुमार पांडे के मार्गदर्शन में विद्यार्थियों ने ही वैदिक मंत्रोचारण कर छत्तीसगढ़ के सुख समृद्धि की कामना की । इसके पश्चात छत्तीसगढ़ी परिधान में मिडिल एवम हाई स्कूल के विद्यार्थियों ने राजकीय गीत अरपा पैरी के धार…… गीत की प्रस्तुति दिया। कार्यक्रम के शुरुवात में कार्यक्रम का संचालन कर रहे विद्यालय के शिक्षक मुकेश कुमार ने छत्तीसगढ़ राज्य के स्थापना के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए,मध्यप्रांत से लेकर मध्यप्रदेश से अलग राज्य स्थापना होने तक की जानकारी विद्यार्थियों के साथ साझा किया।कार्यक्रम में विद्यार्थियों द्वारा प्रधान पाठक सुश्री स्मृति कुजूर, विद्यालय के शिक्षक/शिक्षिका जसिंता मिंज,कोलेता तिग्गा,गीता यादव,कशिश रवानी,श्रुति द्विवेदी,शकुंतला बड़ाइक,मनोहर टोप्पो के मार्गदर्शन में प्रस्तुत किए गए,बस्तरिया मोर संगवारी गीत में प्राइमरी सेक्शन के विद्यार्थियों ने समा बांधा,कार्यक्रम के बीच बीच में विद्यार्थियों के छत्तीसगढ़ से संबंधित सामान्य ज्ञान के प्रश्न भी पूछे गए। मिडिल स्कूल के प्रधान पाठक श्रीमती रोहिणी सिन्हा,शिक्षक /शिक्षिका सुश्री खुशबू मिश्रा, वृंदावती भगत,अस्मिता कुजूर, समीर टोप्पो, सुरेश तांडी ,सुश्री श्वेता शर्मा, श्रीमती सावित्री भगत,श्री रोशन टोप्पो के मार्गदर्शन में छात्र छात्राएं ने छत्तीसगढ़ी गीत गया, जो छत्तीसगढ़ी परिधान में बेहद ही अच्छे लग रहे थे,छलके गगरिया गीत ने अपनी छाप छोड़ी,हाई स्कूल ने छात्र छात्राएं जिसमे शिक्षक/ शिक्षिका श्रीमती एकता मिश्रा, सुश्री मनीषा मिंज,श्रीमती सविता बाई,श्रीमती प्रतिमा त्रिपाठी,सुश्री अंशु प्रियंका कुजूर,अंजू वंदना तिर्की,अंकिता मिंज,हर्ष मिश्रा, सचीना मिंज के मार्गदर्शन में हमर पारा तुहर पारा… गीत में मनमोहक प्रस्तुति देकर सबका ध्यान आकर्षण किया।
विद्यालय के प्राचार्य विनोद गुप्ता ने आशीर्वचन में विद्यार्थियों से कहा की आप ही असली छत्तीसगढ़िया हो क्योंकि आपका जन्म वास्तविक छत्तीसगढ़ में हुआ, हमारा जन्म तो हमारी मातृ राज्य मध्यप्रदेश में हुआ।उन्होंने छत्तीसगढ़ी संस्कृति के विविधता को बताते हुए जशपुर की संस्कृति पर भी प्रकाश डालते हुए,कहा की हमारा जिला झारखंड और उड़ीसा राज्य की संस्कृति से प्रभावित है,फिर भी छत्तीसगढ़ राज्य की संस्कृति, परिधान एवम तीज त्योहार,खान पान सरगुजा संभाग से लेकर बस्तर संभाग तक एक जैसी ही है।श्री गुप्ता ने अपने वक्तव्य में सभी विद्यार्थियों, शिक्षक/ शिक्षिका, जशपुर एवम छत्तीसगढ़ के समस्त लोगों को राज्य स्थापना की शुभकामनाएं प्रेषित किए हैं। हमारा राज्य दिनों दिन प्रगति करता रहे,इसकी कीर्ति लगातार बढ़ता रहे।
कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के टीचिंग एवं नॉन टीचिंग स्टाफ का अमूल्य सहयोग रहा।आइए जानें छत्तीसगढ़ राज्य के स्थापना के इतिहास की ओर एक झलक:
1.जब भारवर्ष ब्रिटिश राज्य के अधीन था तब सन 2 नंबर 1861 को मध्यप्रांत (सेंट्रल प्रोविंस) का गठन हुआ। जिसमें वर्तमान मध्यप्रदेश,महाराष्ट्र ,एवम छत्तीसगढ़ शामिल था।
2.वर्ष 1862 में मध्यप्रांत में 5 संभाग बनाए गए,जिसमे छत्तीसगढ़ एक स्वतंत्र संभाग बना,जिसका मुख्यालय रायपुर बना। प्रथम कमिश्नर चार्ल्स सी इलियट थे।
3. वर्ष 1950 में बंगाल विभाजन के दौरान भाषाई आधार पर राज्यों का पुनर्गठन करते हुए संबलपुर को बंगाल प्रांत में तथा पांच रियासत में जो कोरिया, चांगभखार ,सरगुजा उदयपुर , जशपुर को छत्तीसगढ़ में शामिल किया गया और वर्तमान छत्तीसगढ़ राज्य का स्वरूप सामने आया अर्थात छत्तीसगढ़ का सर्वप्रथम मानचित्र 1905 में बनाया गया।
4. सन 1918 में छत्तीसगढ़ के गांधी पंडित सुंदरलाल शर्मा ने छत्तीसगढ़ राज्य का स्पष्ट रेखाचित्र अपने पांडुलिपि में खींचा अतः इन्हें छत्तीसगढ़ का प्रथम स्वप्न दृष्टा व संकल्पना कार कहा जाता है।
5. सन 1924 में रायपुर जिला परिषद में पृथक छत्तीसगढ़ की मांग की गई।
6. सन 1939 में पंडित सुंदरलाल शर्मा ने कांग्रेस के त्रिपुरी अधिवेशन में पृथक छत्तीसगढ़ राज्य की मांग रखी।
7. सन 1946 में ठाकुर प्यारेलाल ने पृथक छत्तीसगढ़ के मांग के लिए छत्तीसगढ़ शोषण विरोधी मंच का गठन किया जो छत्तीसगढ़ निर्माण हेतु प्रथम संगठन था।
8. 1947 में स्वतंत्रता के समय छत्तीसगढ़ मध्य प्रांत एवं बरार का हिस्सा था।
9. सन 1955 में रायपुर के विधायक ठाकुर रामकृष्ण सिंह ने मध्य प्रांत के विधानसभा में पृथक छत्तीसगढ़ की मांग रखी जो प्रथम विधायी प्रयास था।
10. सन 1956 में जब मध्य प्रदेश राज्य का गठन हुआ तो छत्तीसगढ़ को उस समय मध्यप्रदेश में शामिल किया गया।
11. 1956 में डॉ खूबचंद बघेल ने राजनांदगांव में पृथक छत्तीसगढ़ की मांग हेतु छत्तीसगढ़ महासभा का गठन किया जिसके महासचिव दशरथ चौबे थे।
12. सन 1967 में डॉ खूबचंद बघेल ने राजनांदगांव में पृथक छत्तीसगढ़ हेतु छत्तीसगढ़ भ्रातृत्व संघ (ब्रदर हुड एसोसिएशन )का गठन किया जिसके उपाध्यक्ष द्वारिका प्रसाद तिवारी थे।
13. सन 1976 में शंकर गुहा नियोगी ने पृथक छत्तीसगढ़ हेतु छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा का गठन किया एवम 1983 में छत्तीसगढ़ संग्राम मंच का भी गठन किया।
14. सन 1983 में पवन दीवान द्वारा पृथक छत्तीसगढ़ पार्टी का गठन किया गया।
15. 1994 में तत्कालीन विधायक गोपाल परमार के द्वारा मध्यप्रदेश विधानसभा में पृथक छत्तीसगढ़ निर्माण संबंधी अशासकीय संकल्प प्रस्तुत किया गया जो सर्वसम्मति से पारित हुआ।
16. 1998 में मध्यप्रदेश विधानसभा में पृथक छत्तीसगढ़ निर्माण हेतु शासकीय संकल्प पारित किया गया।
17. 2000 में मध्यप्रदेश राज्य पुनर्गठन विधेयक 2000 प्रस्तुत किया गया सर्वप्रथम लोकसभा में 25 जुलाई 2000 को विधेयक श्री लाल कृष्ण आडवाणी द्वारा प्रस्तुत किया गया जो 31 जुलाई 2000 को यह विधेयक लोकसभा से पारित हो गया।
18. यह विधेयक 3 अगस्त 2000 को राज्यसभा में प्रस्तुत किया गया और 9 अगस्त 2000 को विधेयक पारित हो गया।
19. 28 अगस्त 2000 को जब यह विधेयक दोनों सदन से पारित हो गया तो अंतिम हस्ताक्षर के लिए तत्कालीन राष्ट्रपति महामहिम के आर नारायण के द्वारा हस्ताक्षर किया गया और यह देश का 26 वां राज्य मध्य प्रदेश से अलग होकर 1 नवंबर सन 2000 को अस्तित्व में आया।

विशेष:-1.भारतीय संविधान के अनुच्छेद तीन के तहत छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना मध्य प्रदेश राज्य गठन के 44 साल बाद किया गया।
2. इस गढ़ निर्माण हेतु किसी प्रकार का संविधान संशोधन नहीं किया गया था।
3. छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण मध्य प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम 2000 के तहत हुआ है।
4. मध्य प्रदेश के दक्षिण पूर्वी भाग को पृथक कर छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण किया गया।

Up Next

*सजल नयन से बही सम्वेदना और शिक्षा दूत बालिका रितिका बाई को मिल गया उड़ने के लिए पंख, छूट गई थी पढ़ाई अब जीवंत हो गया जज्बा, पहले बच्चों की जिंदगी निखरी अब सब रितिका की जिंदगी निखारने कर रहे पहल, पढ़ें पूरी खबर और देखें आसपास क्या हम सब भी ऐसा कर सकते हैं…..जानिये कौन है रितिका और उसने ऐसा क्या किया कि बन गई सामाजिक कार्यकर्ताओं की लाडली…..*

Don't Miss

*प्रदेश में हुक्का बार पूरी तरह प्रतिबंधित हो: मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल,नशे के कारोबार को रोकने के लिए करें कड़ी कार्रवाई, मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में पुलिस अधीक्षकों और पुलिस महानिरीक्षकों की कॉन्फ्रेंस आयोजित, सोशल मीडिया में अफ़वाह फैलाने वालों पर हो कड़ी कार्रवाई*

Advertisement

RO NO- 12884/2

RO- 12884/2

RO-12884/2

Demo ad

RO- 12884/2

ad

Ad

Ad

Ad

Advertisement
Advertisement
Advertisement
Chhattisgarh3 years ago

*बिग ब्रेकिंग :- युद्धवीर सिंह जूदेव “छोटू बाबा”,का निधन, छत्तीसगढ़ ने फिर खोया एक बाहुबली, दबंग, बेबाक बोलने वाला नेतृत्व, बेंगलुरु में चल रहा था इलाज, समर्थकों को बड़ा सदमा, कम उम्र में कई बड़ी जिम्मेदारियां के निर्वहन के बाद दुखद अंत से राजनीतिक गलियारे में पसरा मातम, जिला पंचायत सदस्य से विधायक, संसदीय सचिव और बहुजन हिन्दू परिषद के अध्यक्ष के बाद दुनिया को कह दिया अलविदा..*

IMG 20240821 WA0000
Chhattisgarh3 months ago

*बिग ब्रेकिंग:- विदेशी नागरिक को भारत में अनुसूचित जनजाति की भूमि क्रय करने का अधिकार नहीं ,बेल्जियम निवासी एच गिट्स के द्वारा फर्जी ढंग से खरीदी गई भूमि को जनजाति के सदस्य वीरेंद्र लकड़ा को वापस करने का ऐतिहासिक निर्णय कलेक्टर जशपुर डा रवि मित्तल ने सुनाया………..*

Chhattisgarh3 years ago

*जशपुर जिले के एक छोटे से गांव में रहने वाले शिक्षक के बेटे ने भरी ऊंची उड़ान, CGPSC सिविल सेवा परीक्षा में 24 वां रैंक प्राप्त कर किया जिले को गौरवन्वित, डीएसपी पद पर हुए दोकड़ा के दीपक भगत, गुरुजनों एंव सहपाठियों को दिया सफलता का श्रेय……*