Chhattisgarh
*मुख्यमंत्री श्री साय ने दिव्यांग को निःशुल्क बस पास वितरित कर किया सम्मान, दिव्यांगों यात्रा निःशुल्क होने से सुहाना हुआ सफर, सिकलसेल से पीड़ित व्यक्तियों को पहली बार बस पास का किया गया वितरण*
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2 months agoon
*जशपुर, 26 सितम्बर 2024/* दिव्यांग जनों के जीवन को सुखमय बनाने एवं उनके जीवन के सफर को सुहाना बनाने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने जशपुर के 07 दिव्यांगों को गुरुवार को बगिया स्थित निवास कार्यालय से निःशुल्क बस पास वितरित करते हुए सम्मानित किया। जिसमें दिव्यांग लक्ष्मी बाई, विकास नायक, तिजनु राम, देव कुमार चौहान, संध्या सिदार, सोनम सिदार, सुशीला तिग्गा, सुशीला बाई नायक, पूजा नारंगे को निःशुल्क बस पास का वितरण किया गया। इस अवसर पर पहली बार सिकलसेल से पीड़ित 18 वर्षीय सोनम सिदार एवं 08 वर्षीय बालक देव कुमार चौहान को बस पास प्रदान किया गया।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ शासन समाज कल्याण विभाग द्वारा दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 के तहत “दिव्यांगजन निःशुल्क बस-यात्रा पास” का प्रावधान किया गया है। जिसमें विभाग द्वारा परिवहन विभाग के समन्वय से दिव्यांगजनों के लिए निःशुल्क बस-यात्रा पास तथा रेल यात्रा हेतु रियायत प्रमाण पत्र बनाये जाते हैं।
*वरिष्ठ नागरिकों का मुख्यमंत्री ने किया सम्मान*
01 अक्टूबर 2024 को अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस को दृष्टिगत रखते हुए वरिष्ट नागरिकों के अधिकारों के सरक्षण, पुनर्वास एवं सम्मान की भावना तथा समाज में उनके प्रति सकारात्मक वातावरण विकसित करने हेतु मुख्यमंत्री श्री साय की पहल पर पांच वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान किया।
*अपने ईलाज के लिए सोनम का आना जाना होगा आसान*
इस अवसर पर सिकलसेल बीमारी से ग्रसित चराईडांड निवासी सोनम सिदार ने कहा कि उन्हें ईलाज के लिए बार बार जशपुर या अन्य बड़े शहरों में इलाज के लिए जाना पड़ता था। निःशुल्क बस पास मिल जाने से उनके आने जाने के खर्च की दिक्कत खत्म हो जाएगी और उनकी पढ़ाई भी नियमित रूप से शुरू हो सकेगी। इसके लोए सोनम एवं उनकी माता ने मुख्यमंत्री श्री साय का आभार व्यक्त किया।
*अब राज्यभर में निःशुल्क सफर कर सकेंगे ‘विकास’*
अस्थिबाधित दिव्यांग विकास नायक ने कहा कि पहले वे कहीं आने जाने में दिक्कत महसूस करते थे। ऐसे में निःशुल्क बस पास मिलने से ना सिर्फ राज्य अपितु दूसरे राज्य में भी आना जाना कर सकेंगे। जिसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया।