पत्थलगांव,जशपुरनगर:-विद्युत विभाग में इन दिनों लापरवाही चरम पर है,विभाग में बगैर निविदा के ठेकेदारों से काम कराना आम बात हो चुकी है,ऐसा ही एक मामला उस वक्त सुर्खियों में आ गया जब बगैर निविदा खुले ही विभाग और स्थानीय ठेकेदार की मिलीभगरत से एक मौहल्ले में लाईन विस्तार का काम पूरा करा दिया,अब जब जमीन मालिक द्वारा थाना में इस बात की शिकायत कर दी गयी तो विभाग के उच्च अधिकारी यहां आकर जांच करने में जुटे है,पूर्व मे भी ऐसे मामले मे यहां कार्यवाही हो चुकी है परंतु पुर्व की घटना होने के बाद भी विभाग के आलाधिकारी सबक नहीं ले पाये,उन्होंने फिर शहर के भीतर ऐसी ही गलती एक बार फिर दोहरा दी..बताया जाता है कि शासन की योजना के अंतर्गत अधिक भार क्षमता वाली जगहों में अतिरिक्त ट्रांसफार्मर लगाने का काम चल रहा है,परंतु ट्रांसफार्मर लगाने से पूर्व जरूरत की जगह पर विद्युत पोल लगाने एवं केबल विस्तार के लिए ठेकेदारों के बीच निविदा आमंत्रित की जाती है,परंतु विद्युत विभाग के अधिकारियों ने निविदा करवाकर निविदा खुलने के पंद्रह दिन पहले ही जरूरत की जगह में विद्युत पोल लगाकर केबल विस्तार का काम करवा दिया इस बात की शिकायत ट्रांसफार्मर लगी जगह के भूमि स्वामी द्वारा यहां के थाने में लिखित रूप से दर्ज करा दी है..अब विभाग की ओर से इस लापरवाही की जांच के लिए उच्च अधिकारियों को यहां भेजा गया है,परंतु उनकी जांच पर भी सवाल उठने शुरू हो गये है।दरअसल यह पूरा मामला अंबिकापुर रोड में स्थित एक निजी कॉलोनी के लोगों को विद्युत सुविधा पहुंचाने के लिए पोल एवं केबल विस्तार करने से जुड़ा हुआ है,इस कार्य के लिए विभाग द्वारा पिछले कुछ रोज पहले निविदा आमंत्रित की गयी थी,जिसके तहत निविदा खोलने की तिथि 01 अगस्त दिखायी जा रही है,परंतु विभागीय अधिकारियों ने अपने चहेते ठेकेदार से उक्त कार्य जुलाई माह के 15 से 20 तारीख के बीच ही पूरा करा दिया है।
*निविदा खुलने के बाद हो सकता है हंगामा*
दरअसल विभाग ने जिस निजी कॉलोनी में ट्रांसफार्मर लगाकर विद्युत पोल एवं केबल का विस्तार किया है,उसकी निविदा 01 अगस्त को खुलने की तिथि दिखायी जा रही है , यदि इस कार्य में एक से अधिक ठेकेदारों ने निविदा भरी होगी तो उस दौरान विभाग के अधिकारी जिस चहेते ठेकेदार से काम कराये है यदि उसे वह कार्य आबंटित नहीं होता है तो विवाद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है,विभाग ने उक्त कार्य कराते समय निविदा की शर्तों का उल्लंघन करने के साथ – साथ क्रय एवं भंडारण नियमों का भी खुलकर उल्लंघन किया है,जिसके कारण विद्युत विभाग एक बार फिर बिजली पोल लगाने एवं केबल विस्तार को लेकर सुर्ख़ियों में है।
*सुरक्षा से किया गया समझौता*
विद्युत कार्य करने से पूर्व निविदा आमंत्रित एवं आबंटित ठेकेदार के बीच कार्य को लेकर लोगों की सुरक्षा के अनेक नियम निर्धारित किये जाते है,परंतु निजी कॉलोनी में कार्य कराते समय विभागीय अधिकारियों ने अपने कर्मचारियों के साथ – साथ निवासरत लोगों की सुरक्षा से भी समझौता कर लिया,दरअसल जिस ठेकेदार से विभाग ने विद्युत पोल लगवाकर लाईन का विस्तार किया है,यदि उस दौरान निवासरत व्यक्ति या किसी कर्मचारी के साथ कोई हादसा हो जाता तो उसकी जवाबदेही ठेकेदार के ऊपर नहीं बनती क्योंकि कार्य करने के दौरान ठेकेदार उस कार्य को करने का अधिग्रहित नहीं था,परंतु विभाग ने इन सभी नियमों को दरकिनार कर निविदा खुलने के समय से पहले ही अपने ठेकेदार से लाईन विस्तार कराकर शासकीय नियमों की पूरी तरीके से अनदेखी की है,साथ ही लोगों की सुरक्षा से समझौता भी किया है।अब देखना है कि इतने बड़े फर्जीवाड़े मे जब सब कुछ सामने है तो उच्च अधिकारी स्थानीय अधिकारियों पर क्या कार्यवाही करते है और ठेकेदार का लायसेंस टर्मिनेट होता है या नहीं।
*वर्शन*
लापरवाही हुई है,जांच टीम द्वारा जांच की जा रही है,दोष सिद्ध होने पर कठोर कार्यवाही की जाएगी।
अखण्ड प्रताप सिंह,प्रमुख अभियंता,सीएसपीडीसीएल