दोकड़ा। देव उठनी एकादशी के पावन अवसर पर ग्राम दोकड़ा स्थित ऐतिहासिक श्री जगन्नाथ मंदिर में रविवार को भव्य धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ।इस दौरान द्विप प्रज्वलन, तुलसी विवाह सहित अनेक धार्मिक अनुष्ठान संपन्न किए गए। मंदिर परिसर भक्तिमय वातावरण से गूंज उठा और हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति ने पूरे आयोजन को भव्यता प्रदान की।
*दीपों की रोशनी में जगमगाया मंदिर परिसर*
शाम ढलते ही मंदिर परिसर दीपों की झिलमिल रोशनी से जगमगा उठा। श्रद्धालुओं ने भगवान विष्णु और माता तुलसी के विवाह समारोह में बढ़-चढ़कर भाग लिया। पारंपरिक वैदिक मंत्रोच्चार के बीच तुलसी और शालिग्राम का विवाह संपन्न हुआ। आयोजन स्थल को रंग-बिरंगे पुष्पों, तोरणों और दीपमालाओं से सजाया गया था।
*भजन-कीर्तन और संकीर्तन ने बाँधा माहौल*
शाम को मंदिर में भजन-कीर्तन, संकीर्तन का आयोजन किया गया।ग्राम पुकडेगा के कलाकारों और भजन मंडलियों ने भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की स्तुति में भक्ति गीत प्रस्तुत किए। वातावरण “हरे राम हरे कृष्ण” और “जय श्री हरि” के उद्घोष से गूंजता रहा।
*महाप्रसाद भंडारा में उमड़ी भीड़*
धार्मिक अनुष्ठानों के पश्चात महाप्रसाद भंडारा का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। आयोजन समिति के सदस्यों और युवाओं ने व्यवस्था संभालते हुए श्रद्धालुओं को सुचारू रूप से प्रसाद वितरण कराया।
*भक्तों ने की पुण्य स्नान और पूजा-अर्चना*
सुबह से ही श्रद्धालु मंदिर पहुंचकर भगवान श्री हरि विष्णु की पूजा-अर्चना करते रहे। महिलाओं ने तुलसी चौरा पर दीप जलाकर परिवार के सुख-समृद्धि की कामना की। कई श्रद्धालुओं ने उपवास रखकर भगवान विष्णु के शयन से जागरण दिवस का उत्सव मनाया।
*धार्मिक एकता और आस्था का संगम*
आयोजन समिति ने बताया कि देव उठनी एकादशी का पर्व धर्म, आस्था और लोक परंपरा का अद्भुत संगम है। इस दिन से विवाह, मांगलिक कार्य और शुभ अवसरों की शुरुआत मानी जाती है। श्री जगन्नाथ मंदिर दोकड़ा में इस वर्ष यह पर्व पूरे श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया।
