जशपुरनगर। यूँ तो जशपुर के प्राकृतिक सौंदर्य ,प्राचीन इतिहास ,जनजातिय संस्कृति ,परम्परा तथा पुरातत्विक स्थलों की चर्चा लम्बे समय से न केवल देश मे बल्कि विदेशों में भी होती रही है ।जिसे आज भी स्थानीय लोगों ने संजो कर रखा है ।जहां एक तरफ कई जल प्रपात जैसे दनगरी ,मकरभंजा, रानी दह, राजपुरी, गुल्लू ,बेने आदि हैं वहीं दूसरी तरफ कई पुरातत्विक साइट भी हैं जहां आदिमानव के साक्ष्य आज भी मौजूद हैं, जिनमे प्रमुख रूप से लिखा आरा, लेखा पत्थर और देश देखा है जिनमें देशदेखा को पुरातत्वविद न केवल जशपुर के लिए बल्कि एशिया महाद्वीप के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण मानते हैं अध्ययन के दौरान तत्कालीन कलेक्टर निलेश महादेव क्षीरसागर के नेतृत्व में शोधार्थियों बालेश्वर बेसरा और अंशुमाला तिर्की ने जब देशदेखा का अध्ययन किया तब पाया कि यहां केलिफोर्निया से भी प्राचीन पुरातात्विक साक्ष्य फर्टिलिटी कल्ट मौजूद हैं जिसे आदिमानव अपनी आस्था का केंद्र मानते थे जो आज भी आस्था का केंद्र है साथ ही यहां के चट्टानों में काफी संख्या में भी कप्यूल्स पाए गए जो पुरातत्व के क्षेत्र में अत्यंत महत्वपूर्ण साक्ष्य माने जाते हैं इसकी जानकारी मिलते ही तत्कालीन कलेक्टर ने इस स्थल को पुरातात्विक साइट घोषित कर इनके संरक्षण के प्रयास शुरू किए थे लेकिन कोविड 19 के कारण यह कार्य पूर्ण नहीं हो सका था ,लेकिन कुछ दिन पूर्व इस महत्वपूर्ण साइट को जशपुर विधायक के द्वारा पेंटिंग कराकर लाखो वर्ष पूर्व के इस महत्वपूर्ण पुरातात्विक साक्ष्य को ही नष्ट कर दिया है सिर्फ इतना ही नही बल्कि ऐसा करके अपने फेसबुक पर शेयर करते हुए इसे अपनी बड़ी उपलब्धि बताया है ,जबकि ऐसे पुरातात्विक धरोहरों से छेड़ छाड़ करना न केवल नैतिक अपराध है बल्कि कानून का भी उलंघन है । ऐसा न केवल जशपुर में बल्कि कुनकुरी विधानसभा में भी किया जा रहा है देश के सबसे बड़े शिवलिंग का दर्जा प्राप्त मधेश्वर पहाड़ के आसपास स्थित सैकड़ो क्रेशर के द्वारा रोज बम ब्लास्ट कर मधेश्वर पहाड़ को हिला कर रख दिये है लेकिन इस सम्बंध में कोई कार्यवाही न करते हुए स्थानीय विधायक के द्वारा मयाली डेम में विभिन्न प्रकार की गतिविधियां कर जशपुर की संस्कृति और परम्पराओं के विपरीत पर्यटन केंद्र बनाने का दिखावा मात्र किया जा रहा है और सरकारी पैसों का दुरुपयोग किया जा रहा है।
वैसे तो देश मे स्वामी विवेकानन्द को युवाओं का आदर्श माना जाता है और इसी कारण भारत सरकार के द्वारा उनके जन्मदिवस को युवा दिवस घोषित किया है किंतु कुनकुरी विधायक यू डी मिंज के द्वारा इसके विपरीत 14 फरवरी को याद रखते हुए तीन दिवसीय युवा महोत्सव का आयोजन मयाली में किया गया है ।बहरहाल कल जब प्रदेश के मुखिया मयाली पहुचेंगे तो मयाली डेम और मधेश्वर पहाड़ के आसपास हो रहे पत्थर खदानों को लेकर जिला प्रशासन और स्थानीय विधायकों से कोई सवाल करेंगे या नही यह तो कल ही पता चलेगा ,या विधायक की तर्ज पर मोटर वोटिंग कर मुख्यमंत्री सीधे रायपुर रवाना होंगे ।