*मन को स्थिर रखना परम आवश्यक,इससे हमारी मानसिकता और आचरण प्रभावित होती है : परमपूज्य गुरुपद सम्भव राम* *अघोरपीठ गम्हरिया में दो दिवसीय चरणपादुका और शिवलिंग स्थापना महोत्सव सम्पन्न* *देश भर से जुटे सैकड़ो श्रद्धालु,विशेषज्ञ चिकित्सको ने दी निशुल्क सेवाएं*

जशपुर नगर,ग्राउंड जीरो ई न्यूज़। शहर के नजदीक स्थित ग्राम गम्हरिया में स्थित अघोरपीठ आश्रम में आयोजित दो दिवसीय चरण पादुका और शिवलिंग स्थापना महोत्सव धूमधाम से सम्पन्न हुआ। इस महोत्सव में निश्शुल्क चिकित्सा शिविर में देश भर के चिकित्सकों ने मरीजो को अपनी सेवाएं दी। वही,छत्तीसगढ़ के साथ बिहार,झारखंड,उत्तर प्रदेश,उत्तराखंड सहित कई राज्यो से श्रद्धालु,चरण पादुका और शिवलिंग का दर्शन कर,परमपूज्य गुरुपद संभवराम जी के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त करने पहुँचे थे। समारोह के प्रथम दिन बाबा भगवान राम ट्रस्ट के वर्तमान अध्यक्ष पूज्यपाद गुरुपद संभव राम जी द्वारा भगवती मंदिर में पूजनोपरान्त अघोरेश्वर महाविभूति स्थल में सुबह 9 बजे विधिवत पूजन एवं आरती के के बाद 24 घंटे का अष्टयाम संकीर्तन शुरू हुआ। इसके पश्चात देशों के विभिन्न भागों से आये हुये श्रद्धालु भक्तों ने पूरे 24 घंटे महाविभूति स्थल की परिक्रमा करते हुये कीर्तन किया । इसके लिये भक्तों को टोलियाँ बनाई गयीं थी जो कि दो – दो घंटे परिक्रमा करती थी । कीर्तन का समापन्न 16 मार्च को सुबह 9 बजे पूज्यपाद बाबा ने पुनः आरती पूजन के पश्चात किया गया । अष्ठ्याम संकीर्तन के समाप्ति के बाद एक लघु गोष्ठी एवं आशीर्वचन का कार्यक्रम भी आयोजित हुआ । सफलयोनि सदग्रन्थ का पाठ रॉची से आये हुए उदय नारायण पाण्डेय द्वारा किया गया । इसके बाद रॉची से आये हुये श्रद्धालुओ ने सुमधुर स्वर में गुरुपादुकापंचकम का पाठ किया गया । तत्पश्चात लधुगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें प्रविन्द्र कुमार श्रीवास्तव सेवानिवृत सीनियर मैनेजर कैनरा बैंक , संतोश साण्डील्य सेवानिवृत असि ० फोरमैन , भारत एलुमिनियम कंपनी , बालको कोरबा , अशोक पाण्डेय , कोलकाता एवं मेजर अनिल सिंह वरिष्ठ भाजपा ने अपने विचार रखे । तत्पश्चात पूज्यपाद बाबा जी द्वारा आशिर्वचन दिया गया । उन्होंने मन की स्थिरता पर बताते हुये कहा कि हमें अपने मन को स्थिर रखने का प्रयास करना चाहिये क्योंकि मन से हमारी मानसिकता , विचार हमारा आचरण पूरी तरह से प्रभावित होता है क्योंकि जैसी मानसिकता होती है वैसी ही आचरण होता है यथा पिण्डे तथा ब्रम्हाण्डे उन्होंने कहा कि इसी से समाज और राष्ट्र का आचरण वैसा ही होते जाता है इस लिये इसलिये हमलोगों को सर्वप्रथम अपना आचार – विचार और मानसिकता को ही संतुलित करने का प्रयास करना चाहिये । तत्पश्चात गम्हरिया आश्रम के समीर सहाय द्वारा सभी आगन्तुक श्रद्धालुओं भक्तों एवं स्वयंसेवकों को कार्यक्रम सफल बनाने हुतु आभार व्यक्त किया गया इसी बीच जनकल्याणथ बाबा भगवान राम ट्रष्ट द्वारा दो दिवसीय निःशुल्क चिकित्सा शिविर का भी आयोजन किया गया जिसमें बडी संख्या में ग्रमीण बन्धुओं ने शामिल होकर लाभ उठाया । शिविर में अनेक राज्यों के सुविख्यात चिकित्सकगणों को आमंत्रित किया गया था शिविर में प्रत्येक रोगों के लिये स्पेश्लिष्ट चिकित्सक उपलब्ध थे । शिविर में दंत रोग , जनरल फिजिशियन , स्त्री रोग , शिशुि रोग , सर्जन , होमियोपैथ , एक्यूप्रेशर , एक्यूपंचर आदि के विशेषज्ञ चिकित्सक ने अपनी सेवायें प्रदान कीं । शिविर में निःशुल्क वितरण हेतु दृष्ट द्वारा उतम गुणवता मुफ्त दवाईयाँ उपलब्ध थीं । शिविर में मरीजों के खून जॉच की सुविधा भी उपलब्ध थी । शिविर में कुल 1305 मरीजों को चिकित्सीय परीक्षण उपरान्त दवाईयाँ प्रदान की गई । ट्रष्ट द्वारा ग्रामिण जनता को संकलित किये गये वस्त्र भी वितरण किये गये । संध्या में भजन – कीर्तन का कार्यक्रम हुआ जा देर रात तक चलता रहा ।

-->