Jashpur
*डीपीएस कैंपस में एक साथ दिखे कई नन्हे विवेकानंद ,यूथ-डे मनाकर याद किया गया स्वामी विवेकानंद को, क्या-क्या कार्यक्रम हुए जानने के लिए पढ़ें…*
Published
2 years agoon
जशपुरनगर। यहां के डीपीएस में गुरुवार को स्वामी विवेकानंद की जयंती को युवा दिवस के रुप में मनाया गया। जिसमें कई कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में सबसे आकर्षण का केंद्र रहा डीपीएस किड्स के बच्चों का फैंसी ड्रेस। जिसमें नन्हे बच्चे स्वामी विवेकानंद का वेश धारण कर उनके विचारों को व्यक्त कर रहे थे। एक साथ कई नन्हे विवेकानंद कार्यक्रम की शोभा बढ़ा रहे थे।
इसके अलावा छठवीं, सातवीं व आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों ने स्वामी विवेकानंद के जीवन पर आधारित नाटक का मंचन भी किया। 11 वीं के विद्यार्थियों ने मनमोहक नृत्य की प्रस्तुति दी,विवेकानंद जी पर आधारित चित्रकला प्रतियोगिता ,निबंध प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया । वहीं 9 वीं कक्षा के विद्यार्थियों ने युवाओं को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करने वाले कई गीतों से समां बांधा। इसके अलावा बच्चों ने अपने भाषणों के माध्यम से स्वामी जी के जीवन से जुड़े प्रसंगों और उनके कार्यों को बताया। इसके अलावा कल्याण आश्रम में भी विवेकानंद जयंती के अवसर पर चित्रकला ,निबंध, गायन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था जिसमे डीपीएस के बच्चों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था ।जिसमे निबंध प्रतियोगिता में प्रियंका यादव प्रथम स्थान चित्रकला में प्रज्ञा भगत दितीय स्थान और सोहम गुप्ता तृतीय स्थान पर रहे हैं।
इस अवसर पर स्कूल के एमडी ओमप्रकाश सिन्हा ने कहा कि यह जयंती केवल एक आयोजन ही नहीं, बल्कि इस आयोजन का अपना अलग महत्व है। इसका कारण यह है कि स्वामी जी का जीवन और दर्शन उन सभी सवालों पर प्रकाश डालता है, जो आज हमारे सामने खड़े है। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने 1892 में अमेरिका के शिकागो शहर में आयोजित विश्व धर्म सम्मेलन में भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति के बारे में बताकर विश्व के लोगों को भारत के बारे में सोचने को मजबूर कर दिया। स्वामी जी ने इस बात पर बल दिया कि भारत भविष्य में आध्यात्मिक रूप से विश्व का नेतृत्व करेगा। श्री सिन्हा ने कहा कि सन्यासी होने के नाते सनातन धार्मिक परंपराओं में उनकी जडें गहरी थी। उन्होंने हिंदुत्व में निहित वैश्विक और शाश्वत मूल्यों का पूरे विश्व में प्रसार किया।
कार्यक्रम के दौरान डायरेक्टर सुनीता सिन्हा,एकेडमिक प्रिंसिपल गार्गी चटर्जी,प्रशासनिक प्राचार्य जयंती सिन्हा, उप प्राचार्य एरिक सोरेंग ने भी स्वामी विवेकानंद के आदर्शों के बारे में बच्चों को बताते हुए उन्हें स्वामी जी के बताए नैतिक मार्ग पर चलने और उज्ज्वल भविष्य निर्माण करने की बात कही।