*मनरेगा योजना में अब नहीं रही रोजगार की गारंटी, अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे मनरेगा कर्मी, प्रदेश भर में काम काज हुआ ठप, अब सचिव संघ ने भी दिया समर्थन………….*

कांसाबेल। पुरे प्रदेश भर में मनरेगा कर्मियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल चले जाने से मनरेगा के अभी काम काज ठप पड़ गए हैं,जिससे अब मजदूरों को रोजगार के लिए उन्हें चिंता सताने लगी है।मनरेगा कर्मी बीते 4 अप्रैल से प्रदेश सरकार की चुनावी घोषणा पत्र के आधार पर उनकी मांग पूरी नहीं होने से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं।जिले के कांसाबेल तहसील मुख्यालय में पांचवा दिन भी मनरेगा कर्मी हड़ताल बैठे रहे।हड़ताल कर रहे मनरेगा कर्मियों को अब ग्राम पंचायत सचिव संघ ने भी उनकी दो सूत्र मांग को जायज ठहराया है और उन्हें लिखित रूप से समर्थन पत्र देते हुए कहा है की प्रदेश सरकार को मनरेगा कर्मियों की दो सूत्रीय मांग को सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए उनकी मांग को जल्द पूरा करना चाहिए।

मनरेगा कर्मियों की यह रही दो सूत्रीय मांग:–

छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी महासंघ के प्रांतीय बैठक में लिए गए निर्णय अनुसार 4 अप्रैल से प्रदेश के सभी 28 जिलों के सभी मनरेगा कर्मी(अधिकारी/कर्मचारी/ग्राम रोजगार सहायक) अनिश्चित कालीन हड़ताल/धरना प्रदर्शन किया जा रहा है,जिसकी सूचना राज्य कार्यालय को पत्र के माध्यम से दिया जा चुका है।उन्होंने बताया की चुनावी जनघोषणा पत्र को आत्मसात करते हुए समस्त कर्मियों का नियमितीकरण किया जावे।साथ ही नियमितिकरण की प्रक्रिया पूर्ण होने तक ग्राम रोजगार सहायक का वेतनमान निर्धारंबकार समस्त मनरेगा कर्मियों पर सिविल सेवा नियम 1966 के साथ पंचायत कर्मी नियमावली लागू किया जावे।मनरेगा कर्मियों ने बताया की उनकी जब तक 2 सूत्रीय मांग पूरी नहीं होती तब तक उनकी हड़ताल अनिश्चित कालीन समय तक जारी रहेगी।

-->