Jashpur
*जिनके कंधों पर जंगल की रक्षा का भार उनके संरक्षण में ही अवैध कटाई, 20 सालों से एक ही जगह जमे हैं तीन वनकर्मी,गुस्साए ग्रामीणों ने की शिकायत, कहीं ये बातें…*
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3 years agoon
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Rakesh Guptaबगीचा/जशपुरनगर।(सोनू जायसवाल)बादलखोल अभ्यारण्य के नारायणुपर रेंज में वर्षों से पदस्थ कर्मचारियों के खिलाफ अब लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।ग्रामीणों का आरोप है की वर्षो से जमे इन वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा पेड़ कटाई में लगाम कसने में नाकाम हो रहे हैं,वही इस अभ्यारण से लगातार पेड़ों की कटाई की जा रही है,जिसकी लिखित शिकायत ग्रामीणों ने सरगुजा रेंज के उप निदेशक, कलेक्टर, वन मंडलाधिकारी से की है। ग्रामीणों द्वारा लिखित शिकायत के अनुसार बादल खोल अभ्यारण क्षेत्र के नारायणपुर रेंज में इन दिनों पेड़ों की कटाई जमकर हो रही है,साथ ही जंगल में आरा मशीन चलाकर लकड़ी की तस्करी की जा रही है,लेकिन वर्षो से जमे वन विभाग के नाका ,दरोगा एवं बाबू द्वारा इस तस्करी को रोकने पूरी तरह से विफल रही है,ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया है की वन विभाग के कर्मचारियों के संरक्षण में बादलखोल अभ्यारण्य के जंगल नष्ट हो रहे हैं, इन कर्मचारियों को अन्यंत्र स्थानांतरित कर उनके कार्यकाल में काटे गय पेड़ों की जांच कर उनके विरूद्ध उचित कार्यवाही किये जाने की मांग भी की है। जशपुर जिले का एकमात्र बादलखोल अभ्यारण्य जो हाथियों के लिए संरक्षित किया गया है । उक्त अभ्यारण्य में लगभग 20 वर्षो से अधिक समय से तीन कार्मचारी नाका , दरोगा एवं बाबू जिनका नाम क्रमशः जीनलाल मरकाम , अगापित मिंज एवं सुदर्शन यादव है । इनके द्वारा बादलखोल अभ्यारण्य की सुरक्षा न कर उन्हें नष्ट करने पर तुले हुए हैं । उनकी पदस्थापना के बाद से लगातार अभ्यारण्य के जंगल कम होते जा रहे हैं,अभ्यारण के भीतर उनके संरक्षण में ही कई स्थानों पर आरा मशीन चलाये जा रहे हैं तथा इमारती लकड़ी की तस्करी भी की जा रही है । सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि उपरोक्त तीनों लोग अभ्यारण्य के भितर हो रहे सड़क निर्माण की ठेकेदारी करने का गंभीर आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने बताया की इन कर्मचारियों के इशारे में उन्हीं के क्षेत्रों में हजारों पेड़ काटे जा रहे हैं। बादलखोल अभ्यारण्य के जंगलों के नष्ट होने के कारण जशपुर जिले में हाथी एवं मानव द्वन्द बढ़ रहा है।ग्रामीणों ने इन कर्मचारियों का तबादला 7 दिवस के अंदर कार्यवाही नहीं की जाती है तो मजबूर होकर आंदोलन करने की चेतावनी भी दी है।