Chhattisgarh
*समस्या:– जिले में प्री मानसून के बाद कृषि कार्य में आई तेजी, डीएपी खाद नहीं मिलने से किसान हो रहे हलाकान, अधिकारी ने बताया इन साल डीएपी की स्टॉक……………………*
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2 years agoon
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Rakesh Guptaजशपुरनगर,कांसाबेल। (टंकेश्वर यादव) जिले में प्री मानसून बारिश के बाद कृषि कार्य में तेजी आ गई है। किसान अपने खेतों को दूरूस्त करने में जुट गए हैं। साथ ही क्षेत्र में धान प्रमुख फसल होने के कारण बारिश के बाद किसान थरहा लगाने का काम भी शुरू हो चुकी है। लेकिन डीएपी खाद की किल्लत किसानों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। जिले में डीएपी का स्टाक खत्म हो चुका है वहीं अधिकारी जल्द ही डीएपी खाद के पहुंचने की बात कह रहे हैं।जिले के कांसाबेल,चोंगरीबहार के आदिम जाति सेवा सहकारी समिति में केवल यूरिया खाद का भंडारण किया गया है,लेकिन अब तक डीएपी खाद का भंडारण नहीं होने की वजह से किसान रोज चक्कर लगाने को मजबूर हो रहे हैं, वहीं अधिकारी डीएपी खाद की स्टॉक में कमी होने का हवाला दे रहे हैं,जिससे किसानों की और भी चिंता सताने लगी है। कृषि कार्य शुरू होने के पहले ही जिले में खाद की किल्लत की समस्या से किसानों को जूझना पड़ रहा है। जिले के अधिकांश समिति में डीएपी खाद उपलब्ध नहीं है, जिससे किसानों की परेशानी बढ़ गई है। कृषको ने बताया कि सेवा सहकारी समिति में डीएपी नहीं मिल रहा है, जिससे किसान परेशान हैं। डीएपी का प्रयोग थरहा लगाने के पूर्व किया जाता है। किसानों को यदि थरहा लगाने के समय में डीएपी नहीं मिलता है और देर से डीएपी पहुंचता है, तो इसका कोई फायदा नहीं होगा। अभी अच्छी बारिश के बाद किसानों ने कृषि कार्य शुरू कर दिया है। जिसके चलते खाद की आवश्यकता भी किसानों को है। डीएपी की किल्लत के संबंध में पूछे जाने पर डीएमओ श्री पैंकरा ने बताया कि डीएपी की मांग अधिक होने के कारण किल्लत हो गई है।और इन साल डीएपी खाद की कमी की वजह से स्टॉक नहीं हुई है,एक सप्ताह के भीतर जिले में पर्याप्त मात्रा में डीएपी खाद उपलब्ध हो जायेगी।