Jashpur
*स्वास्थ्य विभाग के फार्मासिस्ट शर्मा की मौत से बिलख उठा सन्ना क्षेत्र,नगर के सम्पूर्ण दुकानें,प्रतिष्ठानें पूर्ण रूप से बन्द कर नगरवासी दे रहे श्रद्धांजलि,एक भी व्यापारियों ने नही खोला दुकान,आप भी जानिये इनके पूरे व्यक्तित्व को किस कदर क्यों ग्रामीण करते थे इनका इतना सम्मान,इस जगह में होगा स्व.शर्मा का अंतिम संस्कार….*
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2 years agoon
जशपुर/सन्ना(राकेश गुप्ता की रिपोर्ट) बीते रात जिले के सन्ना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के फार्मासिस्ट अवधेश शर्मा की बतौली के पास सड़क दुर्घटना में मौत की खबर से पूरे सन्ना क्षेत्रवासियों में अचानक से शोक की लहर दौड़ पड़ी,गांव गांव से ग्रामीण स्व.शर्मा जी को सोसल मीडिया,वाट्सअप,फेसबुक में अपना दुःख व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि देने लगे।वहीं आपको बता दें कि जब स्व.शर्मा की मौत की खबर सुबह सुबह सन्ना नगर के व्यापारियों को लगी तो सभी दुकानदारों ने अपनी अपनी दुकानें और नगर के सम्पूर्ण प्रतिष्ठानों को बन्द कर स्व.शर्मा को श्रद्धांजलि देने लगे।बताया जा रहा है कि स्व.शर्मा जी का कुछ दिनों से स्वास्थ्य खराब था जिसके इलाज हेतु शर्मा मोटरसाइकल से अम्बिकापुर गये हुए थे और इलाज करा के वापस जब सन्ना लौटने लगे तभी बतौली के पास उनके बाइक को सामने से आ रहे पिकअप क्रमांक CG 15 DY 4909 ने ठोंकर मार दिया जहां वह गिर पड़े और पिकअप चालक गाड़ी छोड़ कर भाग गया।स्व.शर्मा घायल अवस्था मे वहीं पड़े रहे और घण्टो तक तड़पते रहे तभी सन्ना क्षेत्र के कोपा गांव के सुनील नामक व्यक्ति वहां से क्रॉस कर रहा था और जब वहां घायल अवस्था मे पड़े अपने स्वास्थ्य विभाग के फार्मासिस्ट को देखा तो तत्काल वहां से उठा कर अम्बिकापुर के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में ले गया।हालांकि तब तक उनकी स्थिति काफी खराब हो गयी थी जहां कुछ घण्टे इलाज चली और फिर वहीं उनकी मृत्यु हो गयी।वहीँ बताया जा रहा है कि स्व.शर्मा की पोस्टमार्टम अम्बिकापुर के जिला अस्पताल हो रही है।
आपको बता दें कि स्व शर्मा सन्ना स्वास्थ्य केंद्र में फार्मासिस्ट के पद पर पदस्थ थे।जहां लगभग बीस वर्षों से अपना सेवा इस कदर दे रहे थे कि सन्ना क्षेत्र के दर्जनों गांव के ग्रामीण इनके प्रति अपनी पूरी संवेदनाएँ व्यक्त कर रहे हैं।बताया जाता है कि सन्ना स्वास्थ्य केंद्र की स्थिति काफी खराब थी उसके बावजूद स्व.शर्मा ग्रामीणों की इस कदर मदद करते थे कि हजारों घायल मरीजों की जान उन्होंने बचाई है।जब स्वास्थ्य केंद्र में कोई डॉक्टर नही हुआ करता था तब भी इन्होंने पूरी ततपरता से मरीजों की मदद की है।यही कारण है कि पूरा क्षेत्र इलाज के लिए इन्ही के भरोशे था और आज इनके जाने से सन्ना के अलावा दर्जनों गांव में शोक की लहर देखी जा रही है और पूरे सन्ना में सम्पूर्ण दुकान बंद कर दी गयी है।स्व शर्मा के साथ सन्ना में उनकी पत्नी रेखा शर्मा के अलावा उनके दो बेटे जिनके बड़े पुत्र का नाम प्रांजल शर्मा जो बगीचा के आत्मानंद स्कूल में 12वीं कक्षा में पढ़ाई करता है तो दूसरा पुत्र शौर्य शर्मा जो भी आत्मानंद स्कूल बगीचा में कक्षा 6वीं में पढ़ाई करता था।वहीं स्व.शर्मा जी उत्तरप्रदेश के कानपुर जिले के रहने वाले थे।जहां उनके पिता जी रिटायर्ड फौजी हैं।बताया जाता है कि शर्मा के बड़े भाई का मृत्यु पिछले वर्ष ही कोरोना काल मे हो गया था।तो वहीं उनके छोटे भाई वर्तमान में नोयडा में डॉक्टर हैं।
स्व. शर्मा जी का सन्ना क्षेत्र के ग्रामीणों के साथ काफी अच्छा सम्बन्ध था।जिन्हें क्रिकेट,बैडमिंटल जैसे खेल काफी पसंद था।बताया जा रहा है कि उनके PM के बाद उनके अंतिम संस्कार के लिए उन्हें इलाहाबाद के संगम पर ले जाया जाएगा।