1660115098331

*विधायक पर हिन्दू भावनाओ के साथ खिलवाड़ करने का लगा गम्भीर आरोप..,पार्षद ने कहा बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना……. पढ़िए किसने लगाया यह आरोप,सिर्फ ग्राउंड जीरो ई न्यूज़ पर…*

 

जशपुरनगर:- राजनीति में इन दिनों नेताओं के बीच किसी कार्यक्रम में श्रेय लेने की होड़ मची हुई है।जिससे राजनीति का स्तर दिन प्रतिदिन गिरता जा रहा है।ऐसे ही एक खबर जिले के बगीचा से निकल कर आई है।बता दें कि बगीचा के पवित्र स्थल राजपुरी नदी से सनातनी महिलाओं के द्वारा दशकों से अहिंवाड़ा के लिए हर वर्ष सावन माह के सोमवार को जल उठा कर जलाभिषेक किया जाता है।यह कार्यक्रम मुख्य रूप से इस वजह से किया जाता है क्योंकि जो महिलाएं माताएं बहने राजपुरी से कैलास गुफा तक कांवर यात्रा नही कर सकते हैं उनके लिए यह कार्यक्रम विशेष रूप से होता है।यही कार्यक्रम बीते सावन सोमवार को बगीचा में मातृ शक्ति खुड़िया वाहिनी संगठन के नेतृत्व में तय था।जिस कार्यक्रम का पूरी तरह से नेतृत्व सनातनी महिलाओं के द्वारा किया जा रहा था।देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वाहन से प्रेरित हो कर कांवर यात्रा के साथ तिरंगा यात्रा भी की गयी। जहां क्षेत्र की सनातनी महिलाओं के द्वारा दशकों से निकाली जा रही कांवर यात्रा में अचानक से जब जशपुर विधायक के साथ कुछ कांग्रेसी नेता पहुंच गये और पूरे कार्यक्रम का श्रेय लेने बिना कांवर उठाये ही तिरंगा पकड़ कर कार्यक्रम को राजनीति रंग देने की पूरी कोशिश की गई।कार्यक्रम की जब मीडिया में खबर प्रकाशित हुई तब कार्यक्रम के सूत्रधारों का नाम तक नही लिखा गया जिसे लेकर बगीचा की राजनीति एकबारगी गरमा गई है।

इस कार्यक्रम के बाद बगीचा नगर पंचायत के पार्षद वरिष्ठ हिन्दू सामाजिक कार्यकर्ता मधुसूधन भगत ने विधायक जशपुर पर कई गम्भीर आरोप लगाए हैं।उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम पूर्ण रूप से धार्मिक था। यहां के सनातनी महिलाओं के द्वारा हर वर्ष यह कार्यक्रम किया जाता है।और कार्यक्रम में घर घर तिरंगा हर घर तिरंगा का आह्वान प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी के द्वारा किया गया था जिसके पालन में महिलाओं के द्वारा कांवर के साथ साथ तिंरगा पकड़ कर पैदल जलाभिषेक किया गया है।इस कार्यक्रम में विधायक को हमारे द्वारा बुलाया नही गया था और अचानक से विधायक राजपुरी से निकलने के बाद पहुंच गये और हमारे कार्यक्रम में शामिल हो कर फोटो खिंचाने लगे और सोशल मीडिया में विधायक के द्वारा तिरंगा के साथ कांवर उठा कर चलने का उल्लेख किया जाने लगा जबकि विधायक के द्वारा ना तो कांवर उठाया गया है और ना ही भगवान शिव की आराधना पूजा की गई है।विधायक का कार्यक्रम में कोई सहयोग भी नही लगा है।वहीं कार्यक्रम में अहम भूमिका निभाने वाली सनातनी महिलाओं का सोसल मीडिया में वायरल खबर में नाम तक नही लिखा गया जिसमें विधायक और कुछ कांग्रेसी नेताओं का फर्जी नाम लिखा गया।जिससे काम करने वाली महिलाओं और सनातन समाज मे आक्रोश है।वहीं मधुसूधन भगत ने विधायक को लेकर यहां तक कह दिया कि यह तो बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना वाली बात हो गयी।यह हिन्दू समाज की भावनाओं के साथ खिलवाड़ है।कार्यक्रम को राजनीति रंग देने वाले पर उसका परिणाम आने वाले समय मे देखने और भोगने को भी मिलेगा।

वहीं विधयक के इस कृत्य से कार्यक्रम का नेतृत्व कर रही सनातनी महिलाओं ने भी भारी आपत्ति दर्ज कराई है।मातृशक्ति संगठन की संयोजिका सुनीता यादव ने सीधा सीधा विधायक जशपुर विनय भगत पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह कार्यक्रम पूर्ण रूप से धार्मिक सामाजिक था ना कि राजनीति और इसे राजनीति रंग देने की कोशिश करने वालों को हम बिल्कुल बर्दाश्त नही करेंगे।संगठन के द्वारा यह कार्यक्रम बीते 15 से 20 सालों से लगातार किया जा रहा है।कार्यक्रम में किसी भी राजनीति नेताओं को नही बुलाया गया था।
बहरहाल अब देखना यह होगा कि क्षेत्र के धार्मिक सामाजिक कार्यक्रमों में जबरन घुसपैठ कर उसे अपना कार्यक्रम बताने वाले जशपुर विधायक की ओर से इस पर क्या प्रतिक्रिया आती है।विदित हो कि पिछले कई वर्षों से लगातार ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं जिसमे हिंदुत्व को लेकर जशपुर विधायक पर कई आरोप लगे है।

-->