जशपुरनगर। दुलदुला ब्लॉक के शिक्षक रत्नेश देवता ने अपने बेटे के जन्मदिन पर यह फैसला किया कि वे अपनी वेतन का एक प्रतिशत हर माह शिक्षा जागरूकता पर खर्च करेंगे। इसकी शुरूआत उन्होंने अपने स्कूल से की है। उन्होंने स्कूल के कई बच्चों को पेंसिल, रबर आदि पठन सामग्री खरीदकर दी है। शिक्षक रत्नेश देवता ने पालकों से मिलकर कहा है कि वे अपने- बच्चों को खेती करना जरूर – सिखाएं, पर इसके लिए उनके – स्कूल का नुकसान ना करें। कुछ – पालकों ने कहा कि मजदूरों को – मजदूरी देने के लिए उनके पास पैसे नहीं है, इसलिए वे बच्चों को अपने साथ लेकर जाते हैं। इस पर शिक्षक ने कहा है कि बच्चों के – बदले में वे खुद एक दिन के – मजदूर का पैसा देंगे। रत्नेश ने कहा कि शिक्षक ही समाज में उजियारा फैलाता है। यदि शिक्षक सहित अन्य पेशे से जुड़े लोग लोगों को शिक्षा के क्षेत्र में अपनी कमाई का कुछ अंश लगाते हैं, तो इससे समाज में सकारात्मक – माहौल बनेगा। जिससे जरूरतमंदों – को लाभ पहुंचेगा।
