Jashpur
*पैगंबर-ए-हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम का जन्मोत्सव जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी अकीदत और आस्था के साथ मनाया जा रहा है, मुस्लिम धर्मावलंबियों ने निकाला जुलूस, दुआ में पत्थलगांव के मृतक और घायलों के लिए भी दुआ प्रार्थना की गई, मजार पर नाते रसूल, सलाम और दुआ फातेहा में जुटे समाज के लोग…..*
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3 years agoon
जशपुरनगर/बगीचा। मंगलवार १९ अक्टूबर को इस्लाम धर्म के पैगंबर हजरत मोहम्मद की
पैदाइश का पर्व ईद मिलादुन्नबी जिले के जशपुर, मनोरा, कुनकुरी, लोधमा,पोंगरो, दोकड़ा, पत्थलगांव और बगीचा में बड़े अकीदत के साथ मनाया जा रहा है। एक दिन पहले से ही महफिल ए मिलाद की तैयारियां चलती रहीं थी। जिले के पत्थलगांव में दशहरा के जुलूस के दौरान हुए हादसे के कारण वहां समाज ने जुलूस ना निकालते हुए सादगी से त्योहार मनाने का फैसला लिया था। जिला मुख्यालय जशपुर में मंगलवार को सुबह ७ बजे बड़ी ही अकीदत से साथ नाते रसूल पेश करते हुए जामा मस्जिद से जुलूस निकला जो नगर के प्रमुख मार्गो से होकर गुजरा। जुलूस के आगे-आगे युवा नारे तकबीर की
सदाएं बुलंद करते हुए चल रहे थे। यह जुलूस शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए कव्वाली मैदान होकर मजार शरीफ पहुंची जहां नाते रसूल पेश करने के साथ सलाम पेश किया गया और दुआ फातेहा पढ़ी गई। पैगंबर मोहम्मद के जन्म का पर्व, इस संबंध में जानकारी देते हुए जशपुर जामा मस्जिद के पेश ईमाम मौलाना मंसूर आलम फैजी ने बताया कि मिलादुन्नबी यानी इस्लाम के संस्थापक पैगंबर
मोहम्मद साहब का जन्मदिन रबीउल अव्वल महीने की 12 तारीख को मनाया जाता है।
उन्होंने बताया कि मक्का शहर में 571 ईसवी को पैगम्बर साहब हजरत मुहम्मद सल्ल. का जन्म हुआ था। उन्ही की याद में ईद मिलादुन्नबी का पर्व मनाया जाता है। हजरत मुहम्मद ने ही इस्लाम धर्म की स्थापना की है और ये
इस्लाम के आखिरी नबी हैं। आपके बाद अब कयामत तक कोई नबी नहीं आएंगे।
बगीचा में कोरोना की वजह से पिछले दो साल से सभी धर्मों के त्यौहार और जुलूस में प्रतिबंध के बाद इस वर्ष जब धर्मिक जुलूस की अनुमति मिली तो भीगते पानी मे भी उत्साह देखने को मिला.जशपुर जिले में सभी जगह मुस्लिम समाज द्वारा पैगंबर हजरत मोहम्मद का जन्म दिन ईद मिलादुन्नबी की रैली निकालकर मनाया गया और खुशी का इजहार कर मुस्लिम समाज ने आज ईद मिलादुन्नबी के अवसर पर बगीचा स्वास्थ्य केंद्र में जाकर मरीजो को फल वितरण किया तो कुनकुरी और जशपुर में रक्त दान किया वही संन्ना में तिरंगे झंडे के साथ रैली निकाली गई। उसके बाद मस्जिद से रैली निकालकर पूरे नगर का भ्रमण करते हुए वापस मस्जिद के पास पहुंची जहां पर समाज के लोगों ने नमाज अदा कर रैली का समापन किया गया।
सदर जफीर चिश्ती ने बताया कि आज ईद मिलादुन्नबी के अवसर पर पूरे देश में अमन चैन कायम हो यही हम अपने अल्लाह से दुआ करते हैं और आपस मे भाईचारे के साथ हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई सब एक झंडे के नीचे रहे बस यही संदेश हम देश वाशियों को देना चाहते है।साथ ही स्थानिय प्रसाशन का भी धन्यवाद जिन्होंने हमारे कार्यक्रम को सफल बनाया।
इस अवसर पर समाज के सदर जफीर चिश्ती,शहनवाज हसन उर्फ सब्बू, इमरान हसन भारती, दस्तगीर अली, रईस अंसारी, गनी हैदर, नासिर अंसारी,उस्मान कुरैसी, अफ्ताफ आलम, शहाबुद्दीन, हसमुद्दीन,तथा बड़ी संख्या में समाज के लोग शामिल हुए।