Jashpur
*पत्थलगांव में प्रार्थना सभा की आड़ में चल रहा था धर्मांतरण का खेल, युवाओं ने एक व्यक्ति को किया पुलिस के हवाले,प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने तत्काल जशपुर एसपी फोन के माध्यम से दी जानकारी, प्रबल ने कहा एफआईआर नहीं हुई तो….*
Published
3 years agoon
By
Rakesh Gupta
पत्थलगांव । पत्थलगांव के जशपुर रोड स्थित निर्माणाधीन नगर पंचायत के पीछे शनिवार की शाम वार्ड क्रमांक 10 नंबर में प्रार्थना सभा की आड़ में चल रहे धर्मांतरण के खेल का पर्दाफाश करते हुए हिन्दू संगठन के युवाओं व नागरिको ने चल रहे पार्थना सभा पहुँचकर धर्मातरण करने के आरोप में एक व्यक्ति को पकड़कर पुलिस को हवाले कर दिया है । कहा जा रहा है कि प्रार्थना सभा की आड़ में लोगों का धर्मांतरण किया जा रहा था। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शहर के बीच में कुछ पास्टर लोगों द्वारा धर्म परिवर्तन के नाम पर प्रार्थना की जा रही थी जिसकी सूचना पत्थलगांव के युवा अवधेश गुप्ता,अंकित बंसल, जयपाल सिंह राजपूत, जयप्रताप सिंह एवं अन्य लोगों को होने पर मौके से एक व्यक्ति को पकड़ कर थाना लाया गया वही मौके से चार पांच लोग फरार हो गए पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। हंगामा कर रहे लोगो का आरोप है कि उंक्त व्यक्ति के द्वारा प्रार्थना सभा की आड़ में धर्म परिवर्तन करवाया जा रहा था। युवाओं ने जब प्रार्थना करवाने वाले व्यक्ति से पूछ ताछ शुरू की तो उसने कहा कि लोगों का भला हो इसलिए वह प्रार्थना का आयोजन रखा था वही युवाओं का कहना है प्रार्थना की आड़ में यहाँ धर्मपरिवर्तन का खेल चल रहा था। उक्त व्यक्ति सीतापुर उसका नाम धर्म साय एक्का बताया जा रहा है। बहरहाल धर्म साय एक्का को थाना पत्थलगाँव लाकर उसे पूलिस को सुपुर्द किया गया है । वही संतोष सारथी एव उनके परिजनों का कहना है कि उक्त व्यक्ति द्वारा उन्हें बताया कि घर मे किसी प्रकार के दुख तकलीफ, भूत प्रेत से डर हो तो पार्थना करने से दूर हो जाते है । उन्होंने कहा कि पहली बार वो घर पहुंचकर प्राथना करवा रहे थे ।
पत्थलगांव की घटना की जानकारी मिलते ही हिन्दू कुल तिलक घर वापसी के महानायक प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने तत्काल जशपुर एसपी फोन के माध्यम से बातकर पत्थलगांव में चल रहे इस प्राथना सभा से जुड़े लोगों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की। उन्होंने एसपी साहब से मांग कि इस प्रकार के कृत्य में संलिप्त लोगों पर कार्यवाई नही हुई तो दो धर्मो के बीच मे सौहार्द बिगड़ने की आशांका है।