*प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के पुलिया निर्माण में कोताही बरतने का मामला तूल पकड़ने लगा है,मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के लोगों ने भी खोला मोर्चा, आखिर जाँच कार्यवाही में क्यों मौन है शासन प्रशासन, क्यों नहीं हो रही कार्यवाही…..*

 

कोतबा/जशपुर। गंझियाडीह से कोल्हेंनझरिया,कुल्हारबूढ़ा और उड़ीसा सीमा के पेरवाआरा तक बन रही प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के पुलिया निर्माण में कोताही बरतने का मामला तूल पकड़ने लगा है।मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के लोगों ने मोर्चा खोलते हुये जिला कलेक्टर जशपुर और अनुविभागीय अधिकारी राजस्व फरसाबहार को लिखित ज्ञापन देते हुये निर्माणाधीन पुलिया को गुणवत्तापूर्ण बनाने के साथ ही अधिकारियों और लापरवाह ठेकेदार पर कार्यवाही करने की मांग की है।
ज्ञापन देने पहुँचे पंडरीपानी के मंडल अध्यक्ष दीपक चौहान,गोपाल कश्यप,संतोष पैंकरा सहित अन्य लोगों ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार की महवाकांक्षी योजना के तहत यह सड़क का निर्माण किया जा रहा है।जिसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रो में बेहतर आवागमन के साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ बनाये जाने को लेकर है.भाजपा पदाधिकारियों ने आरोप लगाते हुये कहा कि सड़क के बीचों बीच बनने वाली इस मार्ग के पुलिया निर्माण में गुणवत्ता का बिल्कुल ध्यान नहीं दिया जा रहा है.जिसमें बारह कढ़ाही गिट्टी,छः कढ़ाही बालू और एक कढ़ाही गुणवत्ताहीन सीमेंट डालकर निर्माण कार्य में अधिकारियों द्वारा ठेकेदार को अवैधानिक लाभ पहुचाया जा रहा है।इस तरह से शासन के रुपयों का बंदरबाट होते देख क्षेत्र की जनताओं में भारी आक्रोश देखा जा रहा है.जबकि ग्रामीणों के द्वारा बार बार ठेकेदार के लोगों को गुणवत्तापूर्ण बनाये जाने का आग्रह किया गया.पर अधिकारियों के मिलीभगत से गुणवतापूर्ण कार्य नही किया जा रहा है.इससे अब जनप्रतिनिधियों में भी भारी आक्रोश पनप रहा है।पदाधिकारियों ने आग्रह करते हुये अधिकारियों से कहा है कि नियमों को ताक में रखकर निर्माण करा रहे ठेकेदार और इसमें मिलीभगत करने वाले पीएमजेएसवाई विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करते हुये.गुणवत्तापूर्ण निर्माण किया जावे.जिससे आने वाले दिनों में आमजन के लिये बनने वाली सड़क जैसी मूलभूत आवश्यकताओं को अधिकारी और ठेकेदार भ्रष्टाचार करने की हिम्मत ना करें।

*कांग्रेस नेत्री क्षेत्रीय डीडीसी ने पहले खोल दिया था मोर्चा*
क्षेत्रीय जिला पंचायत सदस्य सुश्री नवीना पैंकरा ने सप्ताह भर पहले ही ग्रामीणों की शिकायत पर निरीक्षण करने पहुँची थी.उसी दौरान उन्होंने भारी अनियमितता और कोताही बरतने का आरोप लगाते हुये विभागीय अधिकारियों सहित ठेकेदार के कार्यप्रणाली को लेकर सवाल उठाए थे.उन्होंने भी इस मार्ग पर बन रहे पुलिया निर्माण पर जमकर नाराजगी जताते हुये कहा था कि इतना घटिया निर्माण कार्य उन्होंने आज तक नहीं देखा था.जहां 12 कढ़ाई गिट्टी,6 कढ़ाई बालू,और एक कढ़ाई सीमेंट लगाकर कार्य किया जा रहा है।उन्होंने निर्माण कार्य में हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर ग्रामीणों के साथ आंदोलन करने की बात कही थी।

*कांग्रेस नेत्री का आरोप..भ्रष्टाचार छुपाने पाट दिए गड्ढे.और डाले सीमेंट पोल*
गंझियाडीह से कोल्हेंनझरिया पेरवाआरा तक बन रहे प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में भारी भ्रष्टाचार और स्तरहीन कार्य का आरोप लगाने वाले ग्रामीणों के साथ जिला पंचायत सदस्य सुश्री नवीना पैंकरा ने एक और गंभीर आरोप लगाया है.उनका कहना है कि जिस पुलिया में नियमों को ताक में रखकर भारी भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा था.उसके विरोध के बाद तत्काल उक्त पुलिया को मिट्टी से पाटकर उसमें सीमेंट का ढोल लगा दिया गया.इससे समझा जा सकता है कि विभागीय अधिकारी ठेकेदार के सामने नतमस्तक है. और कैसे घटिया कार्य को छुपाने के लिये लीपापोती का काम को अंजाम दे रहें है।लेकिन ठेकेदार और विभाग की मनमानी चरम सीमा पर है।क्षेत्रीय जिला पंचायत सदस्य और कांग्रेसी नेत्री सुश्री नवीना पैंकरा ने फिर गंभीर आरोप लगाते हुये विभाग और विवादों में रहने वाले ठेकेदार पर सवाल खड़े किये हैं. उनका कहना है कि जिस पुलिया में 12 घमेला गिट्टी 6 घमेला बालू और स्तरहीन क्वालिटी का मात्र एक घमेला सीमेंट लगाकर कार्य किया जा रहा था.उसे आनन फानन में ढोल गिराकर मिट्टी पाट दिया गया है.इससे इस बात का प्रमाण होता है कि विभाग भी इनके साथ मिली भगत है.सुश्री नवीना पैंकरा का आरोप है कि उन्होंने जिस जगह मिट्टी पाटकर ढोल डाला गया है.उसकी कोर कटिंग जांच की मांग की थी.तो विभाग को इतनी क्या हड़बड़ी थी।मतलब साफ है कि अपने कारनामे छिपाने के लिये उन्होंने आनन फानन में यह कार्य किया है।उन्होंने कहा है कि विभागीय अधिकारीयों को इस क्षेत्र आकर जांच कर उचित कार्यवाही करने का समय नही मिल रहा है.और अगर इधर आये भी होंगे तो उन्हें आरोप लगाकर विरोध कर रहे ग्रामीणों सहित जनप्रतिनिधियों के सामने इसकी जांच की जानी चाहिये।
करोड़ो रूपये से बनने वाली इस सड़क मार्ग शासन के रुपयों का बंदरबाट किया जाना बताया है.उन्होंने शासकीय राशि के दुरुपयोग करने वाले ठेकेदार और विभाग को सबक सिखाने की बात कहते हुये इसका विरोध प्रदर्शन करने की बात कही है।

-->