Jashpur
*जिले में एक और रिश्वतखोर मैडम की शिकायत लेकर पहुंचे उन्ही के अधिनस्त कर्मचारी…भ्रष्टाचार का गढ़ बनता जा रहा है जशपुर,लगातार अधीनस्थ कर्मचारी ही अधिकारियों पर लगा रहे हैं रिश्वतखोरी का गम्भीर आरोप..बना जनचर्चा का विषय की आखिर कांग्रेस शासन में ही क्यों बढ़ रहा इतना भ्रष्टाचार..?देखिये वीडियो।*
Published
3 years agoon
By
Rakesh Guptaजशपुर,(राकेश गुप्ता):- खबर जशपुर जिले के बगीचा से आ रही है जहां एक महिला अधिकारी पर फिर से रिश्वत मांगने और लेने के अलावा कर्मचारियों से अभद्रता करने का गम्भीर आरोप उन्ही के अधीनस्थ कर्मचारियों ने लगाया हैं।मिली जानकारी अनुसार बताया जा रहा है कि यह पूरा मामला जशपुर जिले के बगीचा जनपद पंचायत की है।जहां बगीचा ब्लाक के 69 पीडीएस विक्रेताओं ने अपने ही महिला अधिकारी फूड इंस्पेक्टर चम्पाकली दिवाकर पर 10-10 हजार रुपये का रिश्वत मांगने के अलावा अभद्रता परोसने का गम्भीर आरोप लगाते हुए बगीचा एसडीएम और जनपद सीईओ से लिखित शिकायत की है।
ग्राम पंचायत में गरीबों को अनाज बांटने वाले पीडीएस विक्रेताओं ने बताया कि उन्हें बगीचा खाद्य निरीक्षक चम्पाकली दिवाकर के द्वारा आये दिन पड़तारित किया जा रहा है।उन्होंने बताया कि खाद्य अधिकारी उनसे 10-10 हजार रुपये का मांग करती है और उनके साथ गाली गलौज करते हुए अभद्रता भी करती है।वहीं उन्होंने यहां तक बताया कि खाद्य अधिकारी दिवाकर के द्वारा उन्हें बोला जाता है कि ऊपर के अधिकारियों और नेताओं को रुपये भेजना रहता है जिस कारण से विक्रेता उन्हें रिश्वत मैनेज करके देंवें।विक्रेताओं ने कहा कि वो आखिर उन्हें अपने कमीशन से रुपये काट कर आखिर रिश्वत उन्हें कहां से देंवें।
हालांकि हमने खाद्य अधिकारी से भी उनका पक्ष जानने फोन पर सम्पर्क करना चाहा परन्तु खाद्य अधिकारी से बात नही हो सकी।
हालांकि इस मामले में बगीचा एसडीएम आकांक्षा त्रिपाठी ने बताया कि फूड इंस्पेक्टर ने कुछ ग्राम पंचायत में जांच किया था जिसका प्रतिवेदन उनके द्वारा पहले ही दिया गया था और फिर आज विक्रेताओं के द्वारा फूड अधिकारी पर रुपये मांगने का शिकायत प्राप्त हुआ है।उन्होंने बताया कि दोनों पक्षों को आहूत किया गया है दोनों पक्षों से बात चीत की जायेगी।जिसके उपरांत नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी।
आपको यह भी बता दें कि बगीचा ब्लाक में 7 माह के अंदर तीन खाद्य अधिकारी बदले जा चुके हैं। जिसमें बताया जा रहा है कि पूर्व के भी एक खाद्य अधिकारी पर रिश्वत मांगने का ही ऑडियो वायरल करते हुए गम्भीर आरोप लगाया गया था। जिसके बाद उनका अन्यंत्र स्थान्तरण कर दिया गया था।बड़ी बात यह है कि बगीचा ब्लाक में ही एसडीएम ज्योति बबली कुजूर पर कबूतरखोरी और रिश्वत मांगने जैसे गम्भीर आरोप उन्ही के अधीनस्थ तहसीलदार ,पटवारियों ने लगाया था।वहीं कुछ दिन पूर्व ही विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी मनीराम यादव पर भी रिश्वत लेने का वीडियो वायरल करते हुए स्व सहायता महिला समूहों ने मोर्चा खोल दिया था। अब इसी बगीचा के अंदर ठीक उसी तरह एक महिला खाद्य निरीक्षक पर पुनःगम्भीर आरोपों का बौछार उन्ही के अधीनस्थ कर्मचारियों ने लगा दिया है।हालांकि इस मामले में कहां तक सच्चाई है यह तो जांच का विषय है। परन्तु सवाल यहां यह उठता है की बार बार जशपुर जिले में ऊपर भेजने के नाम पर अधिकारियों के द्वारा अवैध वसूली करते हुए रिश्वतखोरी,अभद्रता जैसे बड़ा भ्रष्टाचार का मामला उजागर होता है और फिर मामले को जांच के नाम पर शासन-प्रशासन के द्वारा टाल दिया जाता है।हालांकि इन दिनों पूरे बगीचा ब्लाक में इन्ही मामलों को लेकर कांग्रेस सरकार की कार्यप्रणाली पर जमकर जनचर्चा बना हुआ है।