Jashpur
*छत्तीसगढ़ी लोक परंपरा की जिले में अनोखी झलक, छेर छेरा पर्व को लेकर ग्रामीण इलाकों में मची धूम, पौष महीने भर युवकों की टोली द्वारा डंडा नृत्य का किया गया आयोजन, आज घर घर जाकर……………..देखिए वीडियो?*
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3 years agoon
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Rakesh Guptaजशपुरनगर। (टंकेश्वर यादव) जिले में आज सुबह से ही छेर छेरा पर्व को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है।छत्तीसगढ़ी लोक परंपरा के अनुसार पौष महीने की पूर्णिमा को प्रतिवर्ष छेरछेरा का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है, जिले में खासकर ग्रामीण इलाकों में इस पर्व को लेकर अलग ही उत्साह देखने को मिल रही है, जिले के कई क्षेत्रों में पौष महीने पर विभिन्न प्रकार के नृत्य,सामूहिक डंडा नृत्य, सुआ नृत्य की झलक देखने को मिल रही है,लोग पौष पूर्णिमा से पूर्व यह सभी कार्यक्रम आयोजित कर आज के दिन गांव के युवक और बच्चे घर-घर जाकर अन्न का दान मांगा जा रहा है।महिलाओं की टोली में सुआ नृत्य के साथ घर-घर जाकर अन्न मांगा जा रहा है। धान मिंजाई के बाद गांवों में घर-घर धान का भंडार होता है। जिसके चलते लोग छेरछेरा मांगने वालों को दान करते हैं। छेरछेरा, माई कोठी के धान ला हेर हेरा । यही आवाज सोमवार को अंचल में गूंजी और दान के रूप में धान को दिया गया । पूरे छत्तीसगढ़ सहित अंचल में मनाए जाने वाला छेरछेरा दो दिन पूर्व से ही उत्साह से मनाया जा रहा है।यह त्योहार दो दिन का होता है। जिसमें बालक व बालिकाओं की टोली हाथ में थैला लिए घरों में जाकर अन्न मांग रही है।वही सभी के घरों में अलग अलग तरीके की मिठाई एवम् पकवान बनाए जाते हैं, यह त्योहार हर वर्ष पौष मास की पूर्णिमा को पूरे अंचल व राज्य में छेरछेरा पुनी के रूप में मनाया जाता है।